अंग्रेजी मास मार्च और भारतीय मास फाल्गुन नाम कैसे पड़ा -पढ़ें - ज्योतिषी झा "मेरठ
अंग्रेजी मास मार्च के बारे में कहाबत है -रोमन के एक देवता का नाम "मार्स "था । वो देवता युद्ध का प्रतीक माना जाता था -अतः इस देवता के नाम पर वर्ष के तीसरे माह का नाम मार्च पड़ा । -----ज्योतिष शास्त्र के अनुसार -पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के आधार पर फाल्गुन नाम रखा गया । पूर्वफाल्गुन नक्षत्र के देवता का नाम भग है भाग अर्थात उप्तत्ति कारक देवता -यह माह भारतीय परम्परा में 11 वां है इस मास की समाप्ति के बाद ही भारतीय नववर्ष की शुरुआत होती है । अभिप्राय भारतीय मास फाल्गुन मास की सबसे बड़ी विशेषता यह है -इस मास में नव सृजन तो होता ही है वसंतऋतु के कारण किन्तु चाहे संगीत हो या प्रेम रस हो या जीव की स्वतंत्रता हो सभी उन्मुक्त गगन में प्रसन्न रहते है -सही मायने में सभी को छूट मिली रहती है कुछ पल के लिए भटकने के लिए । नोट भले ही अंग्रेजी मास मार्च साल का तीसरा माह और फाल्गुन 11 वां भारतीय मास हो किन्तु सभी मासों की रचना में आधार एक जैसा ही घर्म से ओत -प्रोत है ।----आपका--"खगोलशास्त्री" ज्योतिषी झा "मेरठ -झंझारपुर ,मुम्बई " --ज्योतिष से सम्बंधित सभी लेख इस पेज में--https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut-- उपलब्ध हैं कृपया पधारें और-
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