ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ

ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ
ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ 1 -कुण्डली मिलान का शुल्क 2200 सौ रूपये हैं | 2--हमसे बातचीत [परामर्श ] शुल्क है पांच सौ रूपये हैं | 3 -जन्म कुण्डली की जानकारी मौखिक और लिखित लेना चाहते हैं -तो शुल्क एग्ग्यारह सौ रूपये हैं | 4 -सम्पूर्ण जीवन का फलादेश लिखित चाहते हैं तो यह आपके घर तक पंहुचेगा शुल्क 11000 हैं | 5 -विदेशों में रहने वाले व्यक्ति ज्योतिष की किसी भी प्रकार की जानकारी करना चाहेगें तो शुल्क-2200 सौ हैं |, --6--- आजीवन सदसयता शुल्क -एक लाख रूपये | -- नाम -के एल झा ,स्टेट बैंक मेरठ, आई एफ एस सी कोड-SBIN0002321,A/c- -2000 5973259 पर हमें प्राप्त हो सकता है । आप हमें गूगल पे, पे फ़ोन ,भीम पे,पेटीएम पर भी धन भेज सकते हैं - 9897701636 इस नंबर पर |-- ॐ आपका - ज्योतिषी झा मेरठ, झंझारपुर और मुम्बई----ज्योतिष और कर्मकांड की अनन्त बातों को पढ़ने हेतु या सुनने के लिए प्रस्तुत लिंक पर पधारें -https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut

रविवार, 17 दिसंबर 2023

मेरी आत्मकथा -पढ़ें भाग -85 ज्योतिषी झा मेरठ


 मेरे प्रिय पाठकगण --उस व्यक्ति के साथ  मेरा सम्बन्ध इस लोक में  तो 2011 तक था किन्तु --आत्मा का सम्बन्ध अजर -अमर है | हम बहुत सारे लोगों से 1983 से ही जुड़ें रहे हैं --पहला यज्ञ दुर्गासप्तशती का बिहार के अवाम -पोखरभिंडा -जिला दरभंगा में किया था -तब मेरी उम्र 13 वर्ष थी | ठीक से सप्तशती का पाठ भी नहीं कर सकते थे --किन्तु भारत भूमि पर एक विशेषता है --समाज के हर वर्ग ब्राह्मण देव को बड़े ही सम्मान विचार से देखते हैं | परन्तु  कुछ कमी भी है --जब से लोगों को आधुनिक ज्ञान हुआ है तो तर्क और कुतर्क बढ़ गए हैं --इस कारण से यजमान में भटकाव विशेष रहता है ,तोल - मोल विशेष करते हैं -| -मुझे अपने जीवन में सम्मान बहुत मिला --पर जिस योग्य थे या प्रत्येक यजमान के जो कर्तव्य होते हैं --उससे वो विमुख होते जा रहे हैं --अतः एक अहित कार्य करने वाला व्यक्ति पौत्र  होने पर स्वर्ण की चेन निःस्वार्थ दे सकता है ,बेटी की शादी में लाख रूपये दे सकता है --इतना ही नहीं जो खुद बहू -बेटियों की कमाई खा सकता है --वो व्यक्ति हमारी बेटियों को देवी की तरह देखे ,सम्मान करें साथ ही धनवान होते हुए भी --धन दिया तो नतमस्तक होकर ,कभी नहीं कहा पानी पीना पड़ेगा मेरे हाथों से --कभी नहीं कहा चाय पीनी पड़ेगी मेरे घर में --अगर कहा तो --तो महराज ये धन लें -राशन लाएं अपने घर में उत्तम भोजन बनायें --हो सके तो थोड़ा प्रसाद हमें भी दें --ये शब्द मानों मुझे गौरव से भर देते थे | हमने तन ,मन से उनके लिए यज्ञ किये --जिसका परिणाम वह व्यक्ति धनाढ्य की सीमा से बहुत आगे चलता गया | हम दोनों के बीच इतनी श्रद्धा और विस्वास था --अपना दुःख उसे मैं सुनाता था --अपना दुःख  वह व्यक्ति मुझे सुनाता था --साथ ही भरसक हम दोनों प्रयास करते थे --दुःखों का निवारण किस विधि से हो --जहाँ धन की जरुरत होती थी ,जहां मन की जरुरत होती थी ,जहाँ तन की जरुरत होती थी --मेरे लिए वह व्यक्ति सपरिवार तैयार रहता था ---इसके लिए हमने उसके विस्वास को कभी नहीं तोडा --उस व्यक्ति ने हमारे विस्वास को नहीं तोडा | --मेरे जीवन के इतिहास में -बिहार हो ,यूपी हो ,मुम्बई हो या और भी बहुत भारत के शहर --लोगों ने केवल तोल - मोल किया है  | निःस्वार्थ ज्योतिष सेवा देने की तमन्ना थी --2010 से 2019 तक एक लाख पचीस हजार लोगों -को सेवा निःशुल्क दी ,  बदले में सहानुभूति भी नहीं मिली | कई लोगों के हित  के लिए यज्ञ किये - कई लोग गरीब से अमीर हुए ,कई लोगों के आयु -आरोग्य के लिए जाप किये ,कई लोगों के लिए -पुत्र -पुत्री ,पौत्र  के लिए कुण्डली देखी ,राह बतायी --पर --उन्होनों वो दिए जो हमने मांगा --निःस्वार्थ कुछ नहीं मिला ,जब चूल में फँस गए तब या तो दान किये या यज्ञ किये | --एक कहावत है --यथा राजा तथा प्रजा --जब मुझे लगा वैसे कुछ नहीं मिलेगा --तो हमने भी अपनी रूप रेखा बदली --आज शुल्क महंगा भी है लोग देते भी हैं --पर एक चीज की कमी महसूस होती है --धन देने वाले देते हैं और हम धन लेते भी हैं किन्तु --यजमान पुरोहित का अन्योन्याश्रय सम्बन्ध नहीं है | -- -- -आगे का --उल्लेख आगे के भाग में करेंगें ----खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं पखकर देखें https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut


खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ

मेरी कुण्डली का दशवां घर आत्मकथा पढ़ें -भाग -124 - ज्योतिषी झा मेरठ

जन्मकुण्डली का दशवां घर व्यक्ति के कर्मक्षेत्र और पिता दोनों पर प्रकाश डालता है | --मेरी कुण्डली का दशवां घर उत्तम है | इस घर की राशि वृष है...