ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ

ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ
ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ 1 -कुण्डली मिलान का शुल्क 2200 सौ रूपये हैं | 2--हमसे बातचीत [परामर्श ] शुल्क है पांच सौ रूपये हैं | 3 -जन्म कुण्डली की जानकारी मौखिक और लिखित लेना चाहते हैं -तो शुल्क एग्ग्यारह सौ रूपये हैं | 4 -सम्पूर्ण जीवन का फलादेश लिखित चाहते हैं तो यह आपके घर तक पंहुचेगा शुल्क 11000 हैं | 5 -विदेशों में रहने वाले व्यक्ति ज्योतिष की किसी भी प्रकार की जानकारी करना चाहेगें तो शुल्क-2200 सौ हैं |, --6--- आजीवन सदसयता शुल्क -एक लाख रूपये | -- नाम -के एल झा ,स्टेट बैंक मेरठ, आई एफ एस सी कोड-SBIN0002321,A/c- -2000 5973259 पर हमें प्राप्त हो सकता है । आप हमें गूगल पे, पे फ़ोन ,भीम पे,पेटीएम पर भी धन भेज सकते हैं - 9897701636 इस नंबर पर |-- ॐ आपका - ज्योतिषी झा मेरठ, झंझारपुर और मुम्बई----ज्योतिष और कर्मकांड की अनन्त बातों को पढ़ने हेतु या सुनने के लिए प्रस्तुत लिंक पर पधारें -https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut

बुधवार, 15 नवंबर 2023

मेरी चाची इतनी शक्तिशाली हो गयी -पढ़ें - भाग -76 ज्योतिषी झा मेरठ


 


मेरा" कल आज और कल -पढ़ें - भाग -76 ज्योतिषी झा मेरठ

मेरी चाची इतनी शक्तिशाली हो गयी -हमने सुना था श्री लालू प्रसाद यादव जी से भी मुलाकात की थी पटना जाकर तब मैं 14 वर्ष का था -जब कभी भी गांव आते थे आश्रम से और तमाम बातों को देखता था या सुनता था तो मेरा एक ही सपना होता था दरोगा बनने का --क्योंकि अपने समाज को मैं केवल दारोगा बनकर ही ठीक कर सकता था | पर मेरा वेश धोती कुर्ता और थैले का होता था जिसमें संस्कृत के कुछ ग्रन्थ होते थे --जो शायद दारोगा का पद पाना एक सपना जैसा ही था --फिर भी जितनी मेरी समझ होती थी तो सोचता था --अगर मैं दारोगा होता तो शायद अपने समाज को सही दिशा -निर्देश देता |-----अस्तु --1999 तक चाची पूर्ण रूपेण एक कद्दावर और प्रख्यात बन चुकी थी | सभी चाचा ,ताऊ एवं समाज को पस्त कर चुकी थी | मेरा घर दरिद्र योग से बाहर आ चूका था | मेरे पिता वृक्ष लगाने के बड़े ही शौकीन थे | तालाब के पास ,सड़क पर तो खेत में बहुत सारे पेड़ लगाए थे | सभी वृक्ष आम के सुन्दर फलदार थे --राही --बटोही को तो फायदा मिलता ही था --मेरे घर में भी खूब आम आते थे | चाची ने इन वृक्षों पर सबसे पहले अपना हक़ जताना शुरू किया --बोलती थी सरकारी जमीन पर ये तमाम वृक्ष हैं अतः हमारे भी हैं --क्योंकि वकील ,पुलिस और उस चाकर का पूर्ण रूपेण सहयोग था --पहला मुकदमा -वृक्ष काटने का हुआ --ये सभी सरकारी गवाह थे -क्योंकि सरकारी जमीन पर वृक्ष थे --उस समय जलावन से ही रोटी बनती थी | वृक्ष नहीं बल्कि डाल कटे थे पिता ने | दूसरा मुकदमा --चाची को अपशब्द कहे थे पिताने --जबकि ये बात सच नहीं थी --मेरे पिता क्रोधी अवश्य थे पर गाली नहीं देते हैं --बलवान व्यक्ति प्रहार तो कर सकता है गाली नहीं दे सकता है | तीसरा मुकदमा --आग लगाने की कोशिश की है --जबकि ये भी सच नहीं था --बिहार में एक प्रथा थी और अब भी है --जेठ से अनुज बधू का देह से स्पर्श हो जाय --तो गंगा स्नान करके वो व्यक्ति शुद्ध होता था --अतः मेरे पिता धार्मिक थे ऐसा उन्होनें नहीं किया था | सिर्फ चाची का वकील का पुलिस वाले का एक ही प्रयास होता था --परेशान करना --ऐसी स्थिति में पैसे भी लेते थे पुलिस वाले और परेशान भी करते थे | सिर्फ एक ही बात होती थी जेल चलो या 2000 दे दो -रूपये लेने के बाद ही जेल से बचते थे पिताजी | इसके बाद सभी वृक्षों में से अपना हिस्सा लेने लगी | अपने हिस्से के वृक्षों को बेचकर खाने लगी --पिताजी समाज के सामने मूक दर्शक बने रहते थे | 2001 में भवन का निर्माण मुझसे बिना पूछे शुरू हुआ --मामा -जीजा की सलाह पर ---पुलिस वाले पैसे लेते रहे तब निर्माण होता रहा ,कभी दीवाल नहीं बनने दी तो कभी छत नहीं होने दी --एक मुश्त दस हजार जाते रहे तब जाकर यह मकान बना | इसलिए मकान का एक भाग अच्छा बना एक भाग युद्ध की वजह से अधूरा रहा ---जो अच्छा भाग था वो अनुज को मिला ,जो अधूरा था वो भाग मुझको मिला | --यह कहानी आगे बताने की कोशिश करूँगा | 2006 मेरे एक यजमान थे धौलपुर शहर राजस्थान के जयपुर में बहुत ऊँचे पुलिस पद पर थे | इनकी पतनी बहुत ही धार्मिक थी मुझको श्रद्धा भाव से सम्मान करती थी --चैत्र नवरात्रि में इनके यहाँ सपरिवार 11 दिन रहे --मेरी सदियों से एक मोटरसाइकिल की तमन्ना थी --इन्हौनें पुछा दक्षिणा में क्या चाहिए महराज --हमने कहा मोटरसाइकिल --डिस्कवर मोटर साइकिल मिली --यह आज भी मेरे पास बिहार में है | --जब भी मोटरसाइकिल पर चढ़ता हूँ मानो --लगता है --यही कार है --यही वाहन मेरे लिए सबकुछ है | आगे का --उल्लेख आगे के भाग में करेंगें ----खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं पखकर देखें https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut

खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ

मेरी कुण्डली का दशवां घर आत्मकथा पढ़ें -भाग -124 - ज्योतिषी झा मेरठ

जन्मकुण्डली का दशवां घर व्यक्ति के कर्मक्षेत्र और पिता दोनों पर प्रकाश डालता है | --मेरी कुण्डली का दशवां घर उत्तम है | इस घर की राशि वृष है...