ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ

ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ
ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ 1 -कुण्डली मिलान का शुल्क 2200 सौ रूपये हैं | 2--हमसे बातचीत [परामर्श ] शुल्क है पांच सौ रूपये हैं | 3 -जन्म कुण्डली की जानकारी मौखिक और लिखित लेना चाहते हैं -तो शुल्क एग्ग्यारह सौ रूपये हैं | 4 -सम्पूर्ण जीवन का फलादेश लिखित चाहते हैं तो यह आपके घर तक पंहुचेगा शुल्क 11000 हैं | 5 -विदेशों में रहने वाले व्यक्ति ज्योतिष की किसी भी प्रकार की जानकारी करना चाहेगें तो शुल्क-2200 सौ हैं |, --6--- आजीवन सदसयता शुल्क -एक लाख रूपये | -- नाम -के एल झा ,स्टेट बैंक मेरठ, आई एफ एस सी कोड-SBIN0002321,A/c- -2000 5973259 पर हमें प्राप्त हो सकता है । आप हमें गूगल पे, पे फ़ोन ,भीम पे,पेटीएम पर भी धन भेज सकते हैं - 9897701636 इस नंबर पर |-- ॐ आपका - ज्योतिषी झा मेरठ, झंझारपुर और मुम्बई----ज्योतिष और कर्मकांड की अनन्त बातों को पढ़ने हेतु या सुनने के लिए प्रस्तुत लिंक पर पधारें -https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut

गुरुवार, 26 दिसंबर 2024

मेरी आत्मकथा पढ़ें भाग -105 - खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ


 सनातन संस्कृति में जो शास्त्र -पुराण हैं उन्हें पढ़ना और उनके पथ पर चलना ये बहुत बड़ी बात है | हमने अपने जीवन में यह अनुभव किया है | शिक्षा की प्रणाली बहुत बदल गयी है --इसकी वजह से भक्ति के आगे श्रद्धा न के बराबर हो रही है | ज्ञान की अपेक्षा विवेक न के बराबर है | आज सनातन संस्कृति का मार्ग प्रगति पथ पर है किन्तु प्राचीनता नहीं आधुनिकता विशेष है | धन ने धर्म पर अपना विशेष अधिकार जमा लिया है --इसका परिणाम यह हो रहा है -हर व्यक्ति असंतुष्ट रहता है --इससे मैं भी नहीं बच सका | हमने अनुभव किया है -पति गुजर जाये --तो प्राचीन पतनी -उस पति के लिए धर्म निभाने का भरसक प्रयत्नशील रहती है | अगर पतनी गुजर जाये तो  पति  धर्म के विपरीत चलता है -उसका कुछ अस्तित्व नहीं रहता है | भगवान की सात्विक कठोर साधना आज के समय में कम हो रही है | सनातन के -व्रत ,जप ,तप ,नियम ,हवन ,स्वाध्याय --इन नियमों का पालन न के बराबर हो रहे हैं | सनातन संस्कृति में प्रमुख योगदान मध्यमवर्ग के लोगों का विशेष है | विशेष शिक्षा प्राप्त व्यक्ति -खोट विशेष निकालते -रहते हैं --जबकि धर्म का पालन बुद्धि से कदापि संभव नहीं है -सिर्फ विवेक से भी संभव नहीं है --इसके लिए -बुद्धि +विवेक दोनों चाहिए | आज के समय में धर्म का पालन या तो दिखावा में होता है या मज़बूरी में | भारत भूमि पर ऋषि -महर्षियों एवं राजाओं तथा गुरुजनों की विशेष देन --किन्तु आज के समय कोई ऋषि या महर्षि राजा या गुरुजन उन नियमों का पालन करने हेतु अपना -अपना पूर्ण योगदान नहीं दे रहे हैं --इसका परिणाम यह हो रहा है --एक शास्त्री का पुत्र दक्ष शास्त्री ज्ञान में नहीं धन से बनना चाहता है | यह बदलाव सभी क्षेत्रों में प्रायः देखने को मिला है | मेरा जन्म निम्न परिवार में हुआ ,एक शास्त्री बना ,मेरे गुरुदेव परम कर्मनिष्ठ थे -शायद मेरे लिए भगवान थे | सबकुछ होते हुए वैरागी  स्वरूप में सदा अपने गुरुदेव को देखा -व्रत ,जप ,नियम ,तप स्वाध्याय ,हवन उसी रूप में करते देखा जो शास्त्र कहते हैं | एक शास्त्री होकर आज मैं वही धर्म का पालन करने का प्रयास करता -रहता हूँ --जो शास्त्र कहते हैं --स्वर्ण दान करना चाहिए --तो देने का हर संभव प्रयास करेंगें --तनिक भी अपनी मति का प्रयोग नहीं करेंगें --ब्राह्मण भोजन कराना चाहिए दक्षिणा समयानुसार के हिसाब से देनी चाहिए --तो देंगें | यज्ञ कराने चाहिए ऐसे जिनसे अपना भी कल्याण हो एवं समस्त समाज का कल्याण हो --पर हमने पाया --विवाह संस्कार हो -दक्षिणा के लिए युद्ध होता है ,हवन हो ,यज्ञ हो ,पूजा हो पाठ हों --सबमें तोल -मोल होता है --परिणाम --उचित और अनुचित का व्यक्ति को बोध ही नहीं रहता है | हमने जीवन में अनुभव किया है -कुपात्र व्यक्ति मेरा सम्मान बहुत किया है ,दान बहुत दिया है --परन्तु हमारा मन सदा खिन्न रहा है --सुपात्र की तलाश में | हम अपने पाठक से एक ही निवेदन करना चाहते हैं --धर्म को आत्मसात करें बुद्धि +विवेक से तो सबको लाभ मिलेगा ,सनान भी वही अनुशरण करेगी | --आगे की चर्चा अगले भाग में पढ़ें --भवदीय निवेदक खगोलशास्त्री झा मेरठ --जीवनी की तमाम बातों को पढ़ने हेतु इस ब्लॉकपोस्ट पर पधारें ---khagolshastri.blogspot.com


खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ

मेरी कुण्डली का दशवां घर आत्मकथा पढ़ें -भाग -124 - ज्योतिषी झा मेरठ

जन्मकुण्डली का दशवां घर व्यक्ति के कर्मक्षेत्र और पिता दोनों पर प्रकाश डालता है | --मेरी कुण्डली का दशवां घर उत्तम है | इस घर की राशि वृष है...