ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ

ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ
ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ 1 -कुण्डली मिलान का शुल्क 2200 सौ रूपये हैं | 2--हमसे बातचीत [परामर्श ] शुल्क है पांच सौ रूपये हैं | 3 -जन्म कुण्डली की जानकारी मौखिक और लिखित लेना चाहते हैं -तो शुल्क एग्ग्यारह सौ रूपये हैं | 4 -सम्पूर्ण जीवन का फलादेश लिखित चाहते हैं तो यह आपके घर तक पंहुचेगा शुल्क 11000 हैं | 5 -विदेशों में रहने वाले व्यक्ति ज्योतिष की किसी भी प्रकार की जानकारी करना चाहेगें तो शुल्क-2200 सौ हैं |, --6--- आजीवन सदसयता शुल्क -एक लाख रूपये | -- नाम -के एल झा ,स्टेट बैंक मेरठ, आई एफ एस सी कोड-SBIN0002321,A/c- -2000 5973259 पर हमें प्राप्त हो सकता है । आप हमें गूगल पे, पे फ़ोन ,भीम पे,पेटीएम पर भी धन भेज सकते हैं - 9897701636 इस नंबर पर |-- ॐ आपका - ज्योतिषी झा मेरठ, झंझारपुर और मुम्बई----ज्योतिष और कर्मकांड की अनन्त बातों को पढ़ने हेतु या सुनने के लिए प्रस्तुत लिंक पर पधारें -https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut

सोमवार, 26 फ़रवरी 2024

ज्योतिष कक्षा पाठ 26 -बालक के पैर देखना -पढ़ें -खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ


सभी को नहीं किन्तु थोड़े पाठकों को यह अवश्य ज्ञात होगा कि जब घर में किसी बालक का जन्म होता है ,तो उसकी पैदाइश के बारे में पण्डित को बताया जाता है और पत्रा देखकर पंडित बताया करते हैं कि बालक के पैर सोने ,चांदी अथवा लोहे या ताम्बे के हैं | यहाँ हम उन्हीं चार पायों के बारे में बता रहे हैं | पाये निम्न चार होते हैं ----{1 }---सोना ,---{2 }--चांदी ,---{3 }--ताम्बा ,---{4 }---लोहा ----

---1 ---सोने के पैर -रेवती ,अश्विनी ,भरणी नक्षत्रों में जन्म सोने {स्वर्ण } का पाया {पैर } कहा जाता है ,जो मध्यम फलदायक माना जाता है | 

----2 ---चांदी के पैर ---आर्द्रा ,पुनर्वसु ,पुष्य ,आश्लेषा ,मघा ,पूर्वाफाल्गुनी ,उत्तराफाल्गुनी ,हस्त ,चित्रा ,स्वाति ,विशाखा ,अनुराधा नक्षत्रों में यदि बालक का जन्म हो ,तो चांदी का पाया {पैर } होता है ,जो शुभ और श्रेष्ठ होता है | 

---3 ---ताम्बे के पैर ---पूर्वाभाद्रपद ,{इसे भाद्रपदा भी लिखते हैं } ,उत्तराभाद्रपद नक्षत्रों में जन्म लेना ताम्बे का पाया माना जाता है ,जो श्रेष्ठ होता है | 

---4 --लोहे के पैर --उपर्युक्त नक्षत्रों के अतिरिक्त शेष सभी नक्षत्रों में लोहे का पाया माना जाता है ,जो नेष्ट  और धन हानिकारक माना जाता है | 

---विशेष ----कुछ विद्वान इस मत से विपरीत मत लिखते हैं | उनका अभिमत है कि इस रहस्य को समझने के लिए भाव -वेक्षण आवश्यक है | जिस प्रकार पलंग के चार पाये होते हैं ,उसी प्रकार द्वादश भावों को 4 भागों में विभाजित कर दिया है | 

-1 ---प्रथमभाव ,षष्टभाव ,एकदश भाव ---इसका नाम रखा गया है स्वर्णपाद {सोने का पाया }

--2 --द्वितीयभाव ,पंचमभाव ,नवमभाव --इसका नाम रखा गया है रजतपाद --{चांदी का पाया }


--3 --तृतीयभाव ,सप्तमभाव ,दसमभाव --इसका नाम रखा गया है  ताम्रपाद --{ताम्बे का पाया }

--4 -चतुर्थभाव ,अष्टमभाव ,द्वादशभाव --इसका नाम रखा गया है --लोहपाद --{लोहे का पाया }

--इस मतानुसार जिस भाव में चन्द्रमा बैठा हो --उसी भावानुसार पाया निर्धारित करना चाहिए | 

-ध्यान दें --चांदी +ताम्बे के पैर उत्तम माने जाते हैं एवं सोना +लोहा के पैर उत्तम नहीं माने जाते हैं --यह उपचार से सही होते हैं | --अगले भाग में नक्षत्रों के चरणाक्षर पर प्रकश डालेंगें ----भवदीय निवेदक -खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ --ज्योतिष सीखनी है तो ब्लॉकपोस्ट पर पधारें तमाम आलेखों को पढ़ने हेतु -khagolshastri.blogspot.com



खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ

मेरी कुण्डली का दशवां घर आत्मकथा पढ़ें -भाग -124 - ज्योतिषी झा मेरठ

जन्मकुण्डली का दशवां घर व्यक्ति के कर्मक्षेत्र और पिता दोनों पर प्रकाश डालता है | --मेरी कुण्डली का दशवां घर उत्तम है | इस घर की राशि वृष है...