ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ

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ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ 1 -कुण्डली मिलान का शुल्क 2200 सौ रूपये हैं | 2--हमसे बातचीत [परामर्श ] शुल्क है पांच सौ रूपये हैं | 3 -जन्म कुण्डली की जानकारी मौखिक और लिखित लेना चाहते हैं -तो शुल्क एग्ग्यारह सौ रूपये हैं | 4 -सम्पूर्ण जीवन का फलादेश लिखित चाहते हैं तो यह आपके घर तक पंहुचेगा शुल्क 11000 हैं | 5 -विदेशों में रहने वाले व्यक्ति ज्योतिष की किसी भी प्रकार की जानकारी करना चाहेगें तो शुल्क-2200 सौ हैं |, --6--- आजीवन सदसयता शुल्क -एक लाख रूपये | -- नाम -के एल झा ,स्टेट बैंक मेरठ, आई एफ एस सी कोड-SBIN0002321,A/c- -2000 5973259 पर हमें प्राप्त हो सकता है । आप हमें गूगल पे, पे फ़ोन ,भीम पे,पेटीएम पर भी धन भेज सकते हैं - 9897701636 इस नंबर पर |-- ॐ आपका - ज्योतिषी झा मेरठ, झंझारपुर और मुम्बई----ज्योतिष और कर्मकांड की अनन्त बातों को पढ़ने हेतु या सुनने के लिए प्रस्तुत लिंक पर पधारें -https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut

सोमवार, 29 जनवरी 2024

ज्योतिष कक्षा पाठ -13- वर्ष किसे कहते हैं -पढ़ें -खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ


   भचक्र में भ्रमण करता हुआ सूर्य जब एक चक्र पूरा कर देता है ,तो उसे वर्ष की संज्ञा दी जाती है | ऋग्वेद में वर्ष के वाचक शरद और हेमन्त शब्द आये हैं ,वहां इन शब्दों का अर्थ ऋतु न मानकर संवत्सर बताया गया है | 

---गोपथ ब्राह्मण में वर्ष के लिए "हायन " शब्द आया है | बाजसनेयि  संहिता में वर्ष के लिए "समा " शब्द का व्यवहार हुआ है | ऋग्वेद के दसवें मंडल में " समानां  मास आकृतिः --इस मन्त्र में "समा " शब्द के द्वारा ही वर्ष शब्द का प्रतिपादन किया गया है | 

----वर्ष या संवत्सर की व्युत्पत्ति करते हुए शतपथ ब्राह्मण में लिखा है --ऋतुभिहि संवत्सरः शकपनोति स्थातुम -- अर्थात जिसमें ऋतुएं  वास करती हैं --वह वर्ष या संवत्सर कहलाता है | वर्ष को दो भागों में विभाजित किया गया है ---{1 }-सौर वर्ष ,---{2 }--चांद वर्ष -------सौर वर्ष --पृथ्वी को सूर्य की एक परिक्रमा करने के लिए 365 दिन 15 घंटे और 11 मिनट का जो समय लगता है --उसे सौर वर्ष कहते हैं | 

----चांद वर्ष --चन्द्रमा को पृथ्वी की परिक्रमा करने के लिए 354 दिन का जो समय लगता है --उसे चांद वर्ष कहते हैं | ----हमारे  ज्योतिष के पाठकगण --ज्योतिष जगत की जानकारी में सूर्य और चन्द्रमा से ही सम्पूर्व ग्रहों की जानकारी संभव है --अतः -पहला सूर्य मास जिसे सौर वर्ष कहते हैं ,---दूसरा चांद वर्ष --चंद्र वर्ष  कहते हैं | --आगे  मास शब्द की व्याख्या करेंगें ------भवदीय निवेदक -खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ --ज्योतिष सीखनी है तो ब्लॉकपोस्ट पर पधारें तमाम आलेखों को पढ़ने हेतु -khagolshastri.blogspot.com


खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ

मेरी कुण्डली का दशवां घर आत्मकथा पढ़ें -भाग -124 - ज्योतिषी झा मेरठ

जन्मकुण्डली का दशवां घर व्यक्ति के कर्मक्षेत्र और पिता दोनों पर प्रकाश डालता है | --मेरी कुण्डली का दशवां घर उत्तम है | इस घर की राशि वृष है...