ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ
ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ 1 -कुण्डली मिलान का शुल्क 2200 सौ रूपये हैं | 2--हमसे बातचीत [परामर्श ] शुल्क है पांच सौ रूपये हैं | 3 -जन्म कुण्डली की जानकारी मौखिक और लिखित लेना चाहते हैं -तो शुल्क एग्ग्यारह सौ रूपये हैं | 4 -सम्पूर्ण जीवन का फलादेश लिखित चाहते हैं तो यह आपके घर तक पंहुचेगा शुल्क 11000 हैं | 5 -विदेशों में रहने वाले व्यक्ति ज्योतिष की किसी भी प्रकार की जानकारी करना चाहेगें तो शुल्क-2200 सौ हैं |, --6--- आजीवन सदसयता शुल्क -एक लाख रूपये | -- नाम -के एल झा ,स्टेट बैंक मेरठ, आई एफ एस सी कोड-SBIN0002321,A/c- -2000 5973259 पर हमें प्राप्त हो सकता है । आप हमें गूगल पे, पे फ़ोन ,भीम पे,पेटीएम पर भी धन भेज सकते हैं - 9897701636 इस नंबर पर |-- ॐ आपका - ज्योतिषी झा मेरठ, झंझारपुर और मुम्बई----ज्योतिष और कर्मकांड की अनन्त बातों को पढ़ने हेतु या सुनने के लिए प्रस्तुत लिंक पर पधारें -https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
शनिवार, 23 सितंबर 2023
मेरा" कल आज और कल की सम्पूर्ण कथा सुनें -ज्योतिषी झा -मेरठ-भाग-9
-""मेरा" कल आज और कल की सम्पूर्ण कथा सुनें -ज्योतिषी झा -मेरठ-भाग-9
--दोस्तों ज्योतिष जगत की तमाम बातों को लोग जो पढ़ते हैं वो या तो किसी के पूर्व उल्लेख हैं या कभी किसी आचार्य ने ये बातें कहीं थीं किन्तु हम आपको वर्तमान समय में अपनी कुण्डली से समस्त अपनी जीवनी को दर्शाऊँगा --जो केवल सत्य पर आधारित होगी | न लोभ से ,न द्वेष से ,न मोह से केवल जिज्ञासा से तो --सभी बातों को वीडियों के माध्यम से सुनते रहें और अपना -अपना आशीष प्रदान करते रहें ---आपका -खगोलशास्त्री झा मेरठ --ज्योतिष से सम्बंधित सभी लेख इस पेज https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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मेरा" कल आज और कल -पढ़ें - भाग -9-ज्योतिषी झा मेरठ
"मेरा" कल आज और कल -पढ़ें ?- "भाग -{9}-ज्योतिषी झा मेरठ
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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2015 में यह श्री मोदी महाभाग के लिए लिखा था --पढ़ें --ज्योतिषी झा "मेरठ '
2015 में यह श्री मोदी महाभाग के लिए लिखा था --पढ़ें --ज्योतिषी झा "मेरठ '
संवत -2072 -{2015}में श्री मोदीजी का प्रभाव -पढ़ें !--------------------------------------------------------प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी महाभाग जी के बारे में लिखना अतिशयोक्ति होगी ,फिर भी सन या संवत बदलने पर नवीन बातों को जानने की जिज्ञासा सबको होती है -ज्योतिष के द्वारा सन 2015 +16 यानि संवत -2072 में श्री मोदीजी भारत एवं भारतियों को किस पथ पर कैसे ले जायेंगें ।--------अस्तु --प्रधानमंत्री श्री मोदीजी का जन्म 17 /09 /1950 में गुजरात राज्य स्थित महेसाना में प्रातः 11/00 पर हुआ । तदनुसार मोदीजी योद्धा की भांति अकेले ही "एकोहं वहुश्यामः " सभी कार्य करने में सक्षम हैं । 20 /10 /2014 चन्द्रमा में राहु का अंतर था अब 10 /03 /2015 तक चन्द्र में गुरु के साथ शनि का प्रत्यंतर भी चलेगा जो -आपको भारी राजनैतिक सुधारात्मक कठिनाईयों का सामना करना पड़ेगा । अगस्त -2014 से मार्च -2015 तक प्रधानमंत्री श्री मोदीजी को अपनी सुरक्षा व्यवस्था को विशेष सुदृढ़ रखना होगा -क्योंकि चन्द्र लग्न में नीच होकर गोचरस्थ शनि के साथ सम्बन्ध करता रहेगा जो उग्रवादजन्य किसी भी अहित घटना को जन्म दे सकता है । वैसे भी संवत -2072 में आपको शनि +मंगल +राहु के साथ एक राशि सम्बन्ध बनने से शत्रुओं से अशांति एवं प्रांतीय सीमा प्रहारों तथा अपनी सुरक्षा से सदा सावधान रहना ही होगा । देश की उन्नति के लिए जनता जनार्दन द्वारा जो दायित्व आपको मिला है -उस पथ पर अडिग रहने के लिए इस समयावधि में विशेष सावधान रहना उचित रहेंगा । 15 /08 /2015 से 20 /02 /2016 तक देश हित में अनेक कठिनाईयों का सामना करते हुए अपने पथ पर आसीन रहेंगें । प्रधानमंत्री श्री मोदीजी का शपथ कालीन समय 26 /05 /2014 को शाम 6 /00 था तदनुसार लगनस्थ उच्च का शनि -राहु के साथ है और लग्नेश शुक्र की लग्न पर पूर्ण दृष्टि है "यदि केंद्रे त्रिकोणे वा निवसेताम तमोग्रहो । नाथे नान्य तरेणापि सम्बधाद् योग कार्कौ "--अर्थात शनि केन्द्रेश -त्रिकोणेश एवं शुक्र भी केन्द्रेश है -अतः यह योग प्रधानमंत्री श्री मोदीजी को लगभग फरवरी 2017 से आगे देश को समृद्ध एवं विश्व में सशक्त देशों में स्थपित करने का श्रेय अवश्य प्रदान करेगा । --ध्यान दें -लग्नेश शुक्र केन्द्रेश एवं अष्टमेश भी है अतः अपनी सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है क्योंकि "केंद्राधिपत्यदोष बलवान गुरु -शुक्रयोः -प्रमाणनुसार प्रधानमंत्रीजी को देश को प्रगतिपथ पर ले जाने के लिए पहले देश की खामियों एवं आर्थिक -प्रशासनिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए दिक़्क़तों का विशेष सामना करना होगा । आगे मंगल की महादशा आपको विश्व के जन -जन के ह्रदय में विराजमान कर देगी ।--- ज्योतिषी घर {मेरठ -भारत }=ज्योतिष सम्बन्धित लेखों से ज्योतिष की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इस पेज को पढ़ें ज्योतिष सम्बन्धी समस्त आलेख इस पेज में उपलब्ध हैं -https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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2015 में यह श्रीमति प्रियंका "वाड्रा "गांधीजी के लिए लिखा था --पढ़ें --ज्योतिषी झा "मेरठ '
2015 में यह श्रीमति प्रियंका "वाड्रा "गांधीजी के लिए लिखा था --पढ़ें --ज्योतिषी झा "मेरठ '
श्रीमति प्रियंका "वाड्रा "गांधीजी का प्रभाव --संवत -2072{2015} में पढ़ें !--------------------------------------श्रीमति प्रियंका "वाड्रा "गांधीजी का जन्म प्राप्त विवरण के अनुसार -12 /01 /1972 की रात्रि 01 /59 पर नव दिल्ली में हुआ । तदनुसार तुला लग्न की कुण्डली का आकलन करने से अनुभव होता है ---25 /02 /2008 से केतु की महादशा 25 /02 /2015 तक चलेगी । केतु का कर्म भाव में बैठना और कर्मेश का धन भाव में नीच होकर बैठना -श्रीमति प्रियंका वाड्रा गांधीजी को झकझोर कर रख दिया -धन ,मन एवं कर्म के साथ -साथ सम्पदा क्षेत्रों में । किन्तु अब 25 /02 /2015 से शुक्र की महादशा में शुक्र का अंतर 2 /06 /2018 तक चलेगा जो -इनको मानसिक प्रसन्नता एवं बौद्धिक क्षमता का लाभ प्रदान करेगा । ------अस्तु ---यद्यपि ---श्रीमति प्रियंका वाड्रा गांधीजी कूटनीति में निपुन ,शत्रुओं का संहार करने में सक्षम -एवं सक्षम प्रशासक कार्य करने में सक्षम है ,फिर भी अभी अर्थात -संवत -2072 +73 यानि सन 2015 +16 +17 तक "प्रियंका को लाओ ,कांग्रेस बचाओ " --का नारा बुलन्द करने में सक्षमता नहीं मिलेगी । कारण -चन्द्रमा -कर्मेश का द्वितीय भाव में नीच होना उचित योग नहीं है । साथ ही भाग्येश -बुध +गुरु +सूर्य एकसाथ तृतीय भाव में हैं --अतः उपयुक्त समय के साथ ही राजनीति में प्रवेश उचित रहेगा । --------दोस्तों ---जन्मकुण्डली का लेखन संस्कृत भाषा में इसलिए होता था ताकि जातक की बात को केवल आचार्य ही समझें और समयानुसार अभिभावकों के संरक्षण में गुप्त निदान या यज्ञादि के द्वारा अहित योगों का उपाय करते थे ,समय बदला आज खुद ही जातक अपनी कुण्डली की तमाम बातों को जानते हैं -जिस कारण ज्योतिष और ज्योतिषी अपनी गुप्त रहस्य को खो रही है । ---- ज्योतिषी घर {मेरठ -भारत }=ज्योतिष सम्बन्धित लेखों से ज्योतिष की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इस पेज को पढ़ें ज्योतिष सम्बन्धी समस्त आलेख इस पेज में उपलब्ध हैं -https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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2015 में यह श्रीराहुल गांधीजी के लिए लिखा था --पढ़ें --ज्योतिषी झा "मेरठ '
2015 में यह श्रीराहुल गांधीजी के लिए लिखा था --पढ़ें --ज्योतिषी झा "मेरठ '
संवत -2072 -में श्रीराहुल गांधीजी का प्रभाव -पढ़ें !----------------------------------------------------------------संवत -2072 अर्थात -सन -2015 +16 "श्री राहुल गांधीजी" का जन्म प्राप्त विवरण के अनुसार 19 /06 /1970 को प्रातः 05 /05 पर नव दिल्ली में हुआ । तदनुसार -जन्मकालिक ग्रहस्थिति की बात करें तो लगभग सितम्बर -2017 के बाद जब तुला के गुरु एवं धनु राशि स्थित शनि का समय आएगा तो निश्चित ही सन -2017 +18 में विशेष पद पर आसीन होंगें । हमने पहले भी कहा था राजा का बेटा राजा ही होता है -उसे पद नहीं कर्म को प्रमुखता देनी होती है । ------अस्तु ---इस समय जन्मकुण्डली के अनुसार चन्द्रमा की महादशा में बुध का अंतर सन 2015 तक प्रभावी रहेगा । यद्यपि बुध चन्द्रमा का मित्र है किन्तु जन्मकुण्डली में तृतीय भाव का स्वामी होकर सप्तम भाव में नीच का विराजमान है, जो कि विरोधी पक्ष के सामने मनोबल या प्रभाव को कम करता है -अर्थात बुध -चन्द्रमा के साथ शत्रु भाव में है -उचित बात भी अनुचित बन जाएगी । गोचर ग्रहों की बात करें तो भाग्येश -कर्मेश दोनों का स्वामी शनि तुला राशि में उच्च का एवं राहु के साथ होकर मार्च से मई -2014 तक वक्र गति से चला -जिस कारण ये विशेष पद पर आसीन नहीं हुए । तत्काल भी ग्रहों की स्थित मनोबल को हानि एवं प्रमुख पद के लिए अनुमति नहीं देती है । ----समयानुसार स्थिति उत्तम बनेगी । -----दोस्तों -यद्यपि शिक्षा का मूल आधार ज्ञान होता है -किन्तु आज शिक्षा की गरिमा ज्ञान से नहीं चतुराई और धन से परखी जाती है । इसी प्रकार ज्योतिष गुप्त रहस्य है जिसका ज्ञान गुप्त ही उचित होता है पर आज की ज्योतिष विद्या या ज्योतिषी उजागर के बिना अधूरी रहती है । इस लिए तमाम बातों को लिखने की कोशिश करते हैं -कष्ट के लिए हमें खेद है । --- ज्योतिषी घर {मेरठ -भारत }=ज्योतिष सम्बन्धित लेखों से ज्योतिष की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इस पेज को पढ़ें ज्योतिष सम्बन्धी समस्त आलेख इस पेज में उपलब्ध हैं -https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
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दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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2015 में यह पूर्व मुख्यमंत्री श्री अरविन्द केजरीवालजी के लिए लिखा था --पढ़ें --ज्योतिषी झा "मेरठ '
2015 में यह पूर्व मुख्यमंत्री श्री अरविन्द केजरीवालजी के लिए लिखा था --पढ़ें --ज्योतिषी झा "मेरठ '
संवत -2072-{15 +16 } में पूर्व मुख्यमंत्री श्री अरविन्द केजरीवालजी का प्रभाव -पढ़ें?-----------------------------पूर्व मुख्यमंत्री श्री अरविन्द केजरीवालजी का जन्म प्राप्त विवरण के अनुसार -16 /08 /1968 की रात -11 /46 पर शिवानी के हरियाणा प्रदेश {भारत }में हुआ । तदनुसार -जन्मकुण्डली की बात करें तो -17 /08 /2004 से गुरु की महादशा प्रारम्भ हुई जो 17 /08 /2020 तक चलेगी । गुरु का चतुर्थ भाव में सूर्य +बुध +शुक्र के साथ होना और इसकी महादशा का प्रारम्भ होना ही कर्मक्षेत्र के विपरीत जातक को जाना पड़ा ,यानि -स्थिर जीविका का परित्याग के बाद जान हित की भावना की ओर ग्रहों ने परिवर्तन कराया । ------यद्यपि --श्री अरविन्द केजरीवालजी उच्चाभिलाषी हैं जन -जन के दिल में बसने वालें ,वैराग से ओत -प्रोत ,भावना में बहने वाले होंगें -इसी कारण एक सशकत योद्धा की भांति अकेले ही बहुत कुछ कर सकते हैं । अपने जीवन में भाग्य और कर्मक्षेत्र का समुचित लाभ नहीं ले पायेंगें । इनकी सराहना शत्रु भी करेंगें । पराक्रम के भी धनि रहेंगें -अर्थात कोई भी ताकत कलंकित नहीं कर सकती है । -----अस्तु ---29 /06 /2012 से गुरु में शुक्र का अंतर 1 /03 /2015 तक चलेगा ---जो शत्रुओं के समूह में जीने को विवश करेगा । आगे -01 /03 /2015 से गुरु में सूर्य का अंतर 17 /12 /2015 तक चलेगा ,इसके बाद -17 /12 /2015 से 17 /04 2017 तक फिर गुरु में चन्द्र का अंतर चलेगा ----अर्थात -संवत -2072 +73 -शत्रुओं से मित्रता करायेगा ,राजनेतओं से लाभ दिलाएगा --आगे श्री हरि कृपा । -नोट -आपकी कुण्डली में कालसर्प योग है जो वैराग उत्पन्न कराता है । आप निर्लोभी हैं रहेंगें भी किन्तु आपकी राह में सबसे बड़ी बाधा आपके सहायक ही डालेंगें अतः जीवन में स्थिरता के लिए आपको निर्णय करने से पूर्व अपने हृदय की बात अवश्य सुनें न कि मन की बात । आप जैसे व्यक्ति से भारत का मान बढ़ेगा और आप यशस्वी भी होंगें । कृपया निवेदन पर भी ध्यान दें -दोस्तों ज्योतिष दर्पण होता है अतः किसी भी बातों जानने की कामना सबकी होती है -हम भी ज्योतिष को अपनी कसौटी पर परखना चाहते हैं अतः आप सभी मित्रों के सहयोग की आशा करते हैं -ज्योतिषऔर ज्योतिषी भेद भाव रहित होते हैं । -- ज्योतिषी घर {मेरठ -भारत }=ज्योतिष सम्बन्धित लेखों से ज्योतिष की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इस पेज को पढ़ें ज्योतिष सम्बन्धी समस्त आलेख इस पेज में उपलब्ध हैं -https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
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दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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मेरा" कल आज और कल की सम्पूर्ण कथा सुनें -ज्योतिषी झा -मेरठ-भाग-8
""मेरा" कल आज और कल की सम्पूर्ण कथा सुनें -ज्योतिषी झा -मेरठ-भाग-8
--दोस्तों ज्योतिष जगत की तमाम बातों को लोग जो पढ़ते हैं वो या तो किसी के पूर्व उल्लेख हैं या कभी किसी आचार्य ने ये बातें कहीं थीं किन्तु हम आपको वर्तमान समय में अपनी कुण्डली से समस्त अपनी जीवनी को दर्शाऊँगा --जो केवल सत्य पर आधारित होगी | न लोभ से ,न द्वेष से ,न मोह से केवल जिज्ञासा से तो --सभी बातों को वीडियों के माध्यम से सुनते रहें और अपना -अपना आशीष प्रदान करते रहें ---आपका -खगोलशास्त्री झा मेरठ --ज्योतिष से सम्बंधित सभी लेख इस पेज https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
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मेरा" कल आज और कल -पढ़ें --ज्योतिषी झा "मेरठ "भाग -8
आश्रम के चारो ओर जितने भी गांव थे सभी गांवों के हर गलियों को ,घरों को यहाँ तक कि लोगों को भी जानने लगा था | आज भी मेरे अपने पडोसी मुझको नहीं जानते हैं किन्तु वहां सभी जानते थे | एकबार भिक्छा मांगने हम अपने मामा गांव {बोहरबा-उजान }गए | प्रथम भिक्क्षा अपनी नानी से ली जो मेरी नानी को मरने जैसा लगा फिर नानी ने उस गांव में मांगने नहीं दिया साथ प्रचूर मात्रा में यहीं वस्तु मिल गयी | संसार में एक नानी ही थी जिसको मुझ पर दया आयी | एक दिन हम अपनी दयनीय स्थिति को जानने हेतु गुरूजी से कुण्डली देखने का निवेदन किया उन्होंने कहा एक दिन तुम राजा बनोगे पर मुझको यकीं नहीं आया | तमाम संस्कृत के ग्रन्थों को जानने के बाद एक कुर्मी बिरादरी के गुरूजी आये क्योंकि यहाँ राष्ट्रिय संस्कृत संस्थान नव दिल्ली की शाखा खुली उसमें एक संगीत गुरूजी की जरुरत थी | उन्होंने सभी को संगीत सिखाने लगे हम उनके सबसे प्रिय थे क्योंकि मेरे स्वर उनको ठीक लगते थे | उन गुरूजी को केवल नौकरी की लालसा थी अन्यथा धन के और शास्त्रीय संगीत के राजा थे | जितने छात्र थे वो केवल परीक्षा देने योग्य संगीत सीखना चाहते थे पर मैं निपुन गायक बनना चाहता था | मुझको उन्होंने बनाने की कोशिश की | मेरा स्वर तो सुन्दर थे पर तीव्र स्वर गड़बड़ तो उन्होंने मेरे गले में हलवा बांधा करते थे जिससे स्वर उत्तम बनें पर मैं भूखा उस हलवा को छुपके से खा जाता था | उन्होंने मुझको पिता की तरह स्नेह दिया मैंने भी पुत्र की तरह निभाया | उन्होंने मुझको दसों रागों का अभ्यास कराया पर मेरा भाग्य सरकार ने उनको नौकरी नहीं दी क्योंकि कुर्मी जाति के थे | मेरे संगीत की राह अधूरी रह गई | अब हम वैदिक गुरूजी के साथ यज्ञ में जाने लगे | गुरूजी के साथ रहकर हमने तमाम यज्ञों को जाना | मेरे सरकार त्रिकाल स्नान और त्रिकाल पूजा करते थे | मेरे सरकार ने अथक परिश्रम से वहां विद्यालय ,महाविद्यालय और सग्रहालय बनाये | मैं भी सरकार की तरह बनना चाहता था | ----आगे की परिचर्चा कल करेंगें |---ॐ -दोस्तों आप भी अपनी -अपनी राशि के स्वभाव और प्रभाव को पढ़ना चाहते हैं या आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं कि नहीं परखना चाहते हैं तो इस पेज पर पधारकर पखकर देखें -https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
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दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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2015 में यह डॉ०श्री मनमोहन सिंहजी के लिए लिखा था --पढ़ें --ज्योतिषी झा "मेरठ '
2015 में यह डॉ०श्री मनमोहन सिंहजी के लिए लिखा था --पढ़ें --ज्योतिषी झा "मेरठ '
डॉ०श्री मनमोहन सिंहजी का संवत "2072 "पढ़ें !
--पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर श्री मनमोहन सिंह जी का जन्म प्राप्त विवरण के अनुसार 26 /09 /1932 समय -14 -00 ,स्थान -गाहा ,देश -पकिस्तान में हुआ --तदनुसार लग्नेश और चतुर्थ भावेश का भाग्य स्थान में केतु के साथ होना साथ ही लग्नेश गुरु की दशा का प्रारम्भ होना ये सभी योग भाग्यहीनता को दर्शाते हैं । अभिप्राय -राहु की दशा में सत्तासीन हुए और पराक्रम स्थान में राहु का विराजमान होना ही आपकी सबसे बड़ी शक्ति थी ,बुध +सूर्य का कर्मक्षेत्र में होना भी उत्तम कर्मक्षेत्र का योग का था किन्तु सम्प्रति -01 /04 /2014 से गुरु की दशा शुरू हुई जो 18 /05 /2016 तक गुरु में गुरु की चलेगी ---ये दशा वेवजह गुरु +केतु साथ होने के कारण भाग्य और सम्मान को ठेंस पंहुचायेगी । आगे गुरु में शनि का आगमन होगा जो आपके स्वास्थ को भी पीड़ित करेगा । ----उपयुक्त जन्मकुण्डली में --आश्लेषा यानि मूल नक्षत्र में जन्म होना व्यक्ति को साहसी बनाता है । आपकी कुण्डली में सूर्य और बुध का योग एक सफल उद्योगपत्ति या सफल व्यक्तित्व का योग देता है ,दिया भी है -किन्तु -भाग्य में गुरु का वैसे होना भी हानिकारक था किन्तु केतु के साथ होना और साथ ही गुरु की दशा की शुरुआत होना भी दोस्ती या भावुकता के कारण कलंकित करता है -----इसमें सबसे बड़ी बात आपके लिए सहनशीलता का है जो आपको विजय के साथ -साथ स्वास्थ को को भी उत्तम बनाये रखेगा । आगे श्री हरि कृपा । -दोस्तों -नव संवत की ढेर सारी शुभकानाएं -भारतीय राजनितिक दल एवं मुख्य राजनेताओं के संवत =2072 यानि 2015 +15 का पूर्व भाग कैसा रहेगा ,पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं की नहीं या हमें परखना चाहते हैं तो इस पेज पर पधारकर हमारी कोशिश से रूबरू हों --- ज्योतिषी घर {मेरठ -भारत }=ज्योतिष सम्बन्धित लेखों से ज्योतिष की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इस पेज को पढ़ें ज्योतिष सम्बन्धी समस्त आलेख इस पेज में उपलब्ध हैं -https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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2015 में यह महाभाग- राष्ट्रपति श्री प्रणवदाजी के लिए लिखा था -पढ़ें -ज्योतिषी झा "मेरठ '
2015 में यह महाभाग- राष्ट्रपति श्री प्रणवदाजी के लिए लिखा था -पढ़ें -ज्योतिषी झा "मेरठ '
संवत -2072 {2015}में राष्ट्रपति श्री प्रणवदाजी का प्रभाव पढ़ें !
-दोस्तों नववर्ष 2015 की शुरुआत हो चुकी है ,संवत का प्रभाव चालू ही है --तो सर्प प्रथम ज्योतिष की परिचर्चा महामहिम श्री प्रणवमुखर्जी महाभाग {राष्ट्र्पति भारत गणतंत्र }की करना हम उचित समझते हैं ।
अस्तु ----महामहिम श्री प्रणव मुखर्जी दा का जन्म मिराती गांव, जिला -{वीरभूमि }पश्चिम बंगाल में 11 /12 /1935 ई० को मिथुन लग्न में हुआ था । आपकी उपलब्ध ग्रहस्थिति के अनुसार -भाग्येश -शनि भाग्यस्थान में है एवं कर्मेश गुरु की कर्म स्थान पर दृष्टि है । यह उत्तम राजयोग कारक ग्रह स्थिति है । शुक्र की महादशा में राहु अन्तर में गुरु का प्रत्यंतर में आपको राष्ट्रपति का पद हुआ । ----तत्काल शुक्र +शनि +राहु एवं मंगल की स्थिति आगामी साल में कुछ कठिन राजनैतिक परिस्थितियों के निराकरण करने के लिए एवं देश की न्यायिक {न्यायपालिका }प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के लिए आपको सुधारात्मक कदम उठानें पड़ेंगें । देश के प्रान्त विशेष की अव्यवस्था पर आपको {राष्ट्रपतिजी }शासनसत्ता को कहीं अपने हाथ में भी लेना पड़ सकता है । शासन ,न्यायप्रणाली तथा अन्य भारतीय राज्यों के विभाजन की उठ रही चुनौतियां ,जो कि आगे कहीं देश में कटुता पूर्ण मोड़ न ले सके -उसे हल करने के श्रेय के साथ आपको फरवरी से जून 2015 तक कठोर कदम उठाने होंगें । ---आप अपने स्वास्थ के प्रति भी सजग रहें ---अंत में आप जैसे सुयोग्य महामहिम राजनीतिज्ञ महाभाग के संरक्षण में भारत -गणतंत्र उत्तम पथ के साथ -साथ विस्व में अग्रसर रहेगा ।----आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं पखकर देखें https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
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दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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2018 में यह श्री मोदी महाभाग के लिए लिखा था --पढ़ें --ज्योतिषी झा "मेरठ '
2018 में यह श्री मोदी महाभाग के लिए लिखा था --पढ़ें --ज्योतिषी झा "मेरठ '
श्रीनरेन्द्र दामोदर दास मोदीजी महाभाग -भारत -2018 -पढ़ें !-- प्रधानमन्त्री भारत -श्रीनरेंद्र दामोदर दास मोदीजी महाभाग का जन्म 17 /09 /1950 सन - गुजरात राज्य स्थित महेसाना में प्रातः 11 . 00 हुआ था | आपकी जन्मकालिक ग्रहस्थिति के अनुसार --चन्द्रमा की महादशा में शनि का अंतर 30 /09 /2016 तक चला सूक्ष्म रूप को जाने तो -चंद्र में शनि एवं शनि में भी अंतर 24 /09 /2016 तक प्रभावी था | इसके बाद चंद्र में शनि एवं शनि में सूर्य और चंद्र में मंगल के प्रत्यंतर 18 /04 /2017 तक यह स्थिति भी चिंतनीय रही | इन सभी ग्रहों के अंतर -प्रत्यंतर के विचार से आपको कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा ---जैसे जी ,एस ,टी लागु करके आपने अनेक विपक्षी -वाणों को झेला है | अब चंद्र में शनि अंतर में राहु का प्रत्यंतर 13 /07 /2017 तक चला | आगे संवत 2075 --शनि +मंगल की आपकी कुण्डली में द्वितीय भाव में धनु में स्थिति में --जोकि लगभग मई -2018 तक प्रभावी रहेगी ---आपको शत्रु एवं उग्रवादजन्य कुचेष्टा से सावधान रहना होगा | तत्पश्चात राहु +मंगल का समसप्तक योग जोकि नवम्बर -2018 तक प्रभावी रहेगा ---इसमें आपको विशेष राजनैतिक कठिनाइयों एवं विपक्षी विवादों को झेलना होगा | ----विशेष बात -2018 -सुरक्षा -व्यवस्था को विशेष सुदृढ़ रखना अनिवार्य है क्योंकि दुःखद घटनाएं घटित हो सकती है | | ------11 /10 /2018 से गुरु गोचर में वृश्चिक राशि में आकर आपके भाग्य स्थान को उच्च दृष्टि से देखना शुरू करेगा | अतः आप देश हितार्थ कार्य करके राष्ट्र को विश्व के राष्ट्रों में सर्वोच्च महिमामंडित कर सकेंगें | इसका प्रभाव आपको पुनः भारत का नेतृत्व करने की स्थिति में लाकर खड़ा कर देगा | ------ ॐ आपका - ज्योतिषी झा मेरठ, झंझारपुर और मुम्बई----ज्योतिष और कर्मकांड की अनन्त बातों को पढ़ने हेतु या सुनने के लिए प्रस्तुत लिंक पर पधारें https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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मेरा" कल आज और कल की सम्पूर्ण कथा सुनें -ज्योतिषी झा -मेरठ-भाग-7
--दोस्तों ज्योतिष जगत की तमाम बातों को लोग जो पढ़ते हैं वो या तो किसी के पूर्व उल्लेख हैं या कभी किसी आचार्य ने ये बातें कहीं थीं किन्तु हम आपको वर्तमान समय में अपनी कुण्डली से समस्त अपनी जीवनी को दर्शाऊँगा --जो केवल सत्य पर आधारित होगी | न लोभ से ,न द्वेष से ,न मोह से केवल जिज्ञासा से तो --सभी बातों को वीडियों के माध्यम से सुनते रहें और अपना -अपना आशीष प्रदान करते रहें ---आपका -खगोलशास्त्री झा मेरठ --ज्योतिष से सम्बंधित सभी लेख इस पेज https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut में उपलब्ध हैं |
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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मेरा" कल आज और कल -पढ़ें -भाग 7-ज्योतिषी झा मेरठ
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ
मेरी कुण्डली का दशवां घर आत्मकथा पढ़ें -भाग -124 - ज्योतिषी झा मेरठ
जन्मकुण्डली का दशवां घर व्यक्ति के कर्मक्षेत्र और पिता दोनों पर प्रकाश डालता है | --मेरी कुण्डली का दशवां घर उत्तम है | इस घर की राशि वृष है...
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ॐ --इस वर्ष यानि -2024 +25 ----13 /04 /2024 शनिवार चैत्र शुल्कपक्ष पंचमी तिथि -09 /05 रात्रि पर वृश्चिक लग्न से सौर वर्ष की शुरुआत हो रही ह...
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ॐ श्रीसंवत -2082 --शाके -1947 आश्विन शुक्लपक्ष -तदनुसार दिनांक -22 /09 /2025 से 07 /10 / 2025 तक देश -विदेश भविष्यवाणी की बात करें --नवरात्...
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ॐ इस वर्ष 2024 +25 में ग्रहपरिषदों के चुनाव में राजा का पद मंगल ,मन्त्री का पद शनि को मिला है | राजा मंगल युद्धप्रिय होने से किन्हीं देशो...
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ॐ आषाढ़ शुक्ल गुरुवार ,26 जून 2025 को 1447 को हिजरी सन प्रारम्भ होगा | भारतीय उपमहाद्वीप में मुस्लिम वर्ग की प्रवित्तियों के अध्ययन के लिए दै...
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ॐ -श्रीसंवत 2081 -का शुभारम्भ -08 /04 /2024 सोमवार को रात्रि 11 -50 पर धनु लग्न से हो रहा है | लग्न का स्वामी गुरु पंचम भाव में शुभ ग्रह बु...
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ॐ -हिजरी सन 1946 का आरम्भ मुहर्रम मास के प्रथम दिवस दिनांक -08 /07 /2024 की शाम को धनु लगन से होगा | उक्त कुण्डली के अनुसार लग्नेश रोग ,ऋण ...
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ॐ नववर्ष -2025 ,संवत -2082 का आगमन चैत्र शुक्ल प्रतिपदा दिनांक -29 /03 /2025 को मीन के चन्द्रमा के समय होगा | नववर्ष प्रवेश के समय देश की रा...
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ॐ दोस्तों -ज्योतिष जगत में लेखन का कार्य 2010 से शुरू किया था --कुछ महान विभूतियों के बारे में लिखने का सौभाग्य मिला -जैसे श्री प्रणवदा ,डॉक...
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ॐ --पाकिस्तान --की कुण्डली में मेष लग्न उदित है | अप्रैल से सितम्बर -2025 में पाकिस्तान अन्तरराष्ट्रीय कूटनीति असमंजस्य और आतंरिक ,राजनैतिक ...
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ॐ --संवत -2082 ब्रिटेन के समाज और ब्रिटिश राजनीति के लिए अशुभ संकेत है | जुलाई -2025 -के उपरान्त अंग्रेजी राजनीति एवं कूटनीति में बदलाव प्रक...









