ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ

ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ
ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ 1 -कुण्डली मिलान का शुल्क 2200 सौ रूपये हैं | 2--हमसे बातचीत [परामर्श ] शुल्क है पांच सौ रूपये हैं | 3 -जन्म कुण्डली की जानकारी मौखिक और लिखित लेना चाहते हैं -तो शुल्क एग्ग्यारह सौ रूपये हैं | 4 -सम्पूर्ण जीवन का फलादेश लिखित चाहते हैं तो यह आपके घर तक पंहुचेगा शुल्क 11000 हैं | 5 -विदेशों में रहने वाले व्यक्ति ज्योतिष की किसी भी प्रकार की जानकारी करना चाहेगें तो शुल्क-2200 सौ हैं |, --6--- आजीवन सदसयता शुल्क -एक लाख रूपये | -- नाम -के एल झा ,स्टेट बैंक मेरठ, आई एफ एस सी कोड-SBIN0002321,A/c- -2000 5973259 पर हमें प्राप्त हो सकता है । आप हमें गूगल पे, पे फ़ोन ,भीम पे,पेटीएम पर भी धन भेज सकते हैं - 9897701636 इस नंबर पर |-- ॐ आपका - ज्योतिषी झा मेरठ, झंझारपुर और मुम्बई----ज्योतिष और कर्मकांड की अनन्त बातों को पढ़ने हेतु या सुनने के लिए प्रस्तुत लिंक पर पधारें -https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut

गुरुवार, 18 जनवरी 2024

ज्योतिष की लिखित कक्षा शुरू क्रम से लेखों को पढ़ते रहे --ज्योतिषी झा मेरठ


 ज्योतिष की लिखित कक्षा शुरू क्रम से लेखों को पढ़ते रहे --ज्योतिष का परिचय पढ़ें --ज्योतिषी झा मेरठ 

ॐ -इस संसार के हर मनुष्य को अपने भाग्य और भविष्य की चिंता रहती है | धनवान से धनवान व्यक्तियों को भी इस बात की चाह रहती है कि वह धनवान बनें | जो लोग प्रयत्न करके भी वांछित सफलता अपने जीवन में नहीं प्राप्त कर पाते वे भाग्य संवारने की चिंता से इंसान हजारों -हजार साल से ग्रस्त रहा है | प्राचीन काल के राजा -महराजाओं के दरबार में राजपुरोहित हुआ करते थे | उनके जरिये से ही राज -परिवार और दरबार के सभी मांगलिक कार्य सम्पन्न होते हैं | राजा के सिंहासन पर बैठने का शुभ-अशुभ ,युद्ध के लिए प्रस्थान की लग्न घडी आदि सभी प्रमुख मामलों में राज पुरोहित पर ही राजा और राजपरिवार को निर्भर रहना पड़ता था | वे राजपुरोहित अपने आपमें ज्योतिष ज्ञान का सम्पूर्ण भण्डार समेटे रहा करते थे | उन्हें अपने ज्ञान से सम्पूर्ण ब्रहाण्ड को व्यापक रूप में देखने की शक्ति थी | 

----प्राचीन काल में यह ज्ञान कुछ लोगों तक ही सीमित हुआ करता था | पर हमारे आचार्यों ,मनीषियों ,विद्वानों और ज्योतिषाचार्यों ने इस बात को समझा और अनुभव किया कि भारत की धरती पर अपनी ,पली -बढ़ी हुई ज्योतिष ज्ञान की विद्या कहीं सिमटते -सिमटते इतने कम लोगों के पास न रह जाए कि एक दिन वह  लुप्त प्रायः  हो जाए | इस संभावना को ध्यान में रखकर उन्होनें इस ज्ञान को लिखित रूप देना आरम्भ किया | भोजपत्रों पर पाण्डुलिपियों की शक्ल में इस ज्ञान को संचित किया जाने लगा | 

---उन आचार्यों और ज्योतिषाचार्यों की सूझ -बूझ का परिणाम है कि आज ज्योतिष ज्ञान हर किसी की पहुंच के भीतर का ज्ञान हो गया है | अब इसके लिए किसी खानदानी रूप से चले आ रहे पण्डित -ज्ञानी पर ही निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं रह गयी है | आम आदमी ,पुस्तकीय ज्ञान के आधार पर ग्रह -नक्षत्रों की दशा ,चाल ,शुभ -अशुभ फल योग के बारे में ज्ञान प्राप्त कर अपने भाग्य और भविष्य के बारे में जानकारी स्वयं प्राप्त कर सकता है | 

-----मेरे जीवन का अन्तिम भाग चल रहा है --मेरे द्वारा लिखे हुए लेखों से न सिर्फ आपको सम्पूर्ण ज्योतिष का ज्ञान प्राप्त होगा ,बल्कि आप ग्रहों की दशा ,गति ,चाल की सही जानकारी प्राप्त करके ,लग्न -मुहूर्त के आधार पर दूसरों की जन्म पत्री भी बना सकेंगें | 

---भविष्य को लेकर प्रत्येक मनुष्य के मन में कुछ न कुछ सवाल होते हैं ---जिनका जवाब पाने में मेरे ज्योतिष के लेख बहुत ही सहायक होंगें | इस ज्योतिष लेखों के द्वारा आप अपना भविष्य जान सकते हैं तथा अनर्थ की स्थिति में ज्योतिष द्वारा उसका निर्धारण भी कर सकते हैं | ज्योतिष विद्या भी विकास के नये -नये आयाम तय कर रही है | हमारे जीवन में ग्रहों का विशेष महत्व होता है | ग्रह अथवा नक्षत्र हमारे जीवन के घटना -दुर्घटना क्रम को संचालित करते हैं | इन ग्रहों के वशीभूत होकर ही हम चाहे अनचाहे में गलत और सही कार्य करते हैं --तो उनकी शान्ति के लिए ज्योतिष द्वारा कुछ उपचार भी संभव हैं | ग्रहों के शुभ और अशुभ होने का हम पर सीधा प्रभाव पड़ता है | संसार की प्रत्येक वस्तु ,जीव -जन्तु ,पशु -पक्षी और पेड़ -पौधों इत्यादि पर भी ग्रह अपना पूर्ण प्रभाव डालते हैं | यह बात शाट -प्रतिशत सत्य है कि निपुण ज्योतिषविद को इसके ज्ञान से सम्पूर्ण ब्रह्मण्ड को व्यापक रूप में देखने का दृष्टिकोण प्राप्त है | इस ज्ञान से व्यक्ति को महत्ता प्राप्त होती है और वह घटनाओं का माहात्म्य अधिक योग्यता पूर्वक ग्रहण कर सकता है | उसका दृष्टिकोण विष्वव्यापी व सबका मंगल करने वाला हो जाता है | --भवदीय निवेदक -खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ --ज्योतिष के सभी आलेख इस लिंक पर निःशुल्क उपलब्ध हैं -khagolshastri.blogspot.com




ज्योतिष में "मौसम " की विशेषता -पढ़ें ---खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ


जैसा कि सभी जानते हैं कि पृथ्वी सूर्य के चारो ओर घूमती है और सूर्य के वारों और पृथ्वी की परिक्रमा के कारण मौसम बदलते रहते हैं । पृथ्वी की विशेष स्थिति 21 जून को देखने को मिलती है । उस समय उत्तरी गोलार्ध में ग्रीष्म ऋतु होती है तथा उत्तरी ध्रुव सूर्य की ओर झुका होता है -इसलिए दिन रात की तुलना में अधिक लंबे होते हैं । उत्तरी ध्रुव के निकट तो दिन 24 घंटों का होता है -इसके विपरीत उस समय दक्षिणी ध्रुव में सर्दियों का मौसम होता है ,क्योंकि दक्षिणी ध्रुव सूर्य के परे होता है और दिन रात की तुलना में छोटे होते हैं । दक्षिणी ध्रुव में निरंतर 24 घंटे की ही रात होती है । -----अस्तु ----इसके आलावा इस अवधि में सूर्य की किरणें उत्तरी गोलार्ध की सतह पर सीधी पड़ती है । विशेष रूप से कर्क रेखा पर लम्बे रूप में होती है । मकर रेखा पर उन दिनों सूर्य की किरण सीधी लंब रूप में न पड़कर ,कोण बनाती हुई पड़ती है । इससे उनका ताप {तेज }वहां पर कम मात्रा में पहुंचता है ।
--------22 दिसंबर को उत्तरी गोलार्ध में सर्दियों का मौसम एवं दक्षिणी गोलार्ध में गर्मियों का मौसम होता है । 22 दिसंबर तथा 21 मार्च को उत्तरी गोलार्ध में बसंत ऋतु होती है । उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव दोनों ही सूर्य की ओर बराबर झुके होते हैं । इस तरह से दिन और रात हरेक जगह पर एक समान होती है । भूमध्य रेखा पर सूर्य की किरणें सीधी पड़ती हैं -इस अवधि में दिन और रात की लम्बाई बराबर होती है ।नोट ---ज्योतिष अथाह सागर है जिसमें हमें डुबकी के साथ -साथ सभी बातों पर अत्यधिक ध्यान देना होता है तभी हम सच्चे ज्योतिषी बन सकते हैं और ज्योतिषी का प्रसार कर सकते हैं । --ॐ -खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ--आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -khagolshastri.blogspot.com




खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ

मेरी कुण्डली का दशवां घर आत्मकथा पढ़ें -भाग -124 - ज्योतिषी झा मेरठ

जन्मकुण्डली का दशवां घर व्यक्ति के कर्मक्षेत्र और पिता दोनों पर प्रकाश डालता है | --मेरी कुण्डली का दशवां घर उत्तम है | इस घर की राशि वृष है...