ॐ हिजरी सन -1447 -का प्रारम्भ मुहर्रम मास के प्रथम दिन -27 /06 /2025 की शाम को धनु लग्न से हो रहा है ,---जिसके स्वामी गुरु सूर्य के साथ सप्तम भाव पर अस्त स्थिति में हैं | --अर्थात --सभी मुस्लिम देश एक होकर अन्य देशों से मुकाबला करने की रणनीति बनायेंगें ,किन्तु उनके कामयाब होने की संभावना न के बराबर रहेगी | हालाँकि उन्हें विकसित देशों के अत्यंत दबाब में झुकना पड़ेगा | मुस्लिम राष्ट्र अपने धर्म का विस्तार अन्य देशों में कर पायेंगें | मुस्लिम देश नये हथियारों का अविष्कार करने में सक्षम होंगें | मिडिल ईष्ट के देशों में उनका दबदबा बढ़ता जायेगा | यूरोप के देश भी उनके खिलाफ कार्यवाही में कतराएंगे | मुस्लिम समाज का रहनुमा शनि ग्रह सुख के स्थान में बैठा है --स्थान वृद्धि करौ शनि ---इस प्रमाण के अनुसार मुस्लिम समाज सुख का अनुभव करेगा | काम -धन्धे का विस्तार होगा | निर्माण एवं उद्योगों में मुस्लिम जनों की भागीदारी बढ़ती जायेगी | अनेक नई वस्तुओं का निर्माण इनके द्वारा किया जायेगा | समाज के प्रत्येक तबके की आर्थिक स्थिति में उन्नति होगी | सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठेगी | धर्म गुरुओं की गलत बातों का भी विरोध समय के साथ प्रारम्भ हो जायेगा |
----मंगल +केतु एक राशि में विराजमान होकर अराजकता को बढ़ावा देंगें | लूटपाट ,चोरी ,डकैती से यह समाज भी प्रभावित होगा | महिलाओं की स्थिति में अनुकूल परिवर्तन होगा | अनेक कुरीतियों के खिलाफ महिलाओं की आवाज बुलन्द होगी | पंचम भाव में दैत्य गुरु --शुक्र स्थित होकर अपने समाज की रक्षा करेंगें और आने वाले मुसीबतों से भी बचायेंगें | असफलता के मध्य सफलता दिलायेंगें | --- भवदीय -खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ-नये साल -2025 की समस्त जानकारी इस लिंक पर पढ़ें -khagolshastri.blogspot.com
