प्रिय पाठक जनों -मेरे एक यजमान मेरठ के ही रहने वाले हैं ,जिनसे मेरा सम्पर्क मोबाइल की वजह से हुआ | यह यजमान ब्राहण परिवार से हैं | साधारण किराये की दुकान से अपनी दुकान तक आये | दिनों दिन धन की दुनिया में बहुत आगे बढ़ते गए | धन तो मिल गया किन्तु शराबी हो गए | कहावत है पानी कुछ देर के लिए बर्फ बन सकता है किन्तु फिर पानी का ही रूप धारण कर लेती है बर्फ क्योंकि मूल रूप पानी था | अनायास मेरा इनसे संपर्क पूजा के लिए हुआ --फिर क्या था -पूजा होते ही शराब तो छूट गयी साथ ही परम सात्विक भी हो गए किन्तु सब कुछ खो दिया | --पूजा शुरू होते ही घर में अनन्त दरारें थीं जो शराब के नशे के कारण अहसास नहीं थी | जन्म लेते ही माँ छोड़कर चल बसी थी ,दूसरी माँ आयी -उनकी दो कन्या थी --पहली माँ से दो भाई थे --गरीबी की अन्तिम छोड़ से जीवन की शुरुआत हुई थी --इसलिए शिक्षा अधूरी रही तो सत्संग भी उत्तम नहीं रहा | जीवन में सही मार्गदर्शन नहीं मिला --किन्तु धर्म की अपनी परिभाषा होती है ---विवाह हुआ ,संतानें हुई ,धन वैभव सभी हुए -पर आत्मीयता नहीं हुई ,दुकान ,मकान ,धन पर सभी राज किये --शराबी बने रहे यही सभी परिजनों के प्रयास रहते थे --जब मुझसे सम्पर्क यज्ञ के लिए हुआ तो यह तमाम बातें मुझे नहीं पत्ता थी | किसी तरह छुपके से पहला यज्ञ हुआ --2013 में --इस यज्ञ के प्रभाव से परत दर परत खुलने लगी -अब यह यजमान परम सात्विक हो चुके थे --तब उन्हें ज्ञात होने लगा सच क्या है -जब यह ज्ञात होने लगा --तो सभी लुटेरे समझ में आने लगे | मुझे यह अनुभव हुआ --जब यह शराबी थे तो सभी के प्यारे थे ,नशा हटते ही सबके शत्रु बन गए --किसी तरह हमने कोशिश की दुकान जो अपनी मेहनत से ली थी वो इनके नाम हो जाय -हो गयी ,मकान जो इन्हौनें बनाया था वो इनके नाम हो जाय -वो भी हो गया | एक बहिन का विवाह नहीं हुआ था -उसका उत्तम घर में विवाह हो जाय हो गया --अब हम चाहते थे -जो धन है वो भविष्य के लिए सुरक्षित रहे --किन्तु --होनी हो के रहती है | मेरे प्रति यजमान का अति विस्वास बढ़ता गया --हमने भी धर्म को साक्षी मानकर कोशिश करते रहे किन्तु --एक भूचाल आया -- सभी शत्रु बन गए --दुकान में जितने भी सेवक थे सभी लूटते थे ,घर में सभी परम शत्रु थे -जब यजमान सजग हुए और तमाम बातों का भान हुआ -इस बात का ऐसा असर हुआ --कि आत्महत्या करने की सोचने लगे ,विक्षिप्त सा रहने लगे --छे महीने के अन्दर दुकान तो बची रही पचास लाख के माल समाप्त हो गए --दुकान की देन- दारी लाखों की हो गयी | सभी परिजन महाशत्रु हो गए --मकान- दुकान तो बच गए पर --धन शून्य हो गया --अब विरक्त भाव से रहने लगे --यह यजमान सभी बातों को सह सकते थे --किन्तु गृहणी उत्तम नहीं थी इसलिए यह स्थिति आयी | जीवन में मुझे लगा है या अनुभव हुआ है --गृहणी सजग हो तो व्यक्ति गिर कर भी उठ जाता है --अन्यथा वो कभी भी मजबूत नहीं हो सकता है --हमने कई यज्ञ किये --उन्हें इंसान भी बनाया ,धार्मिक बनाया किन्तु भाग्य को नहीं बदल सके | यह इसलिए क्योंकि मेरे भाग्य के क्षेत्र में नीच का शनिदेव हैं अतः धन नीचता से ही प्राप्त हो सकता है ,नीच कर्म करने वाले ही वास्तव में धन मुझे दे सकते हैं --सात्विक व्यक्ति से मुझे भाग्योदय नहीं हो सकता है | -भवदीय निवेदक ---खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं पखकर देखें https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ
ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ 1 -कुण्डली मिलान का शुल्क 2200 सौ रूपये हैं | 2--हमसे बातचीत [परामर्श ] शुल्क है पांच सौ रूपये हैं | 3 -जन्म कुण्डली की जानकारी मौखिक और लिखित लेना चाहते हैं -तो शुल्क एग्ग्यारह सौ रूपये हैं | 4 -सम्पूर्ण जीवन का फलादेश लिखित चाहते हैं तो यह आपके घर तक पंहुचेगा शुल्क 11000 हैं | 5 -विदेशों में रहने वाले व्यक्ति ज्योतिष की किसी भी प्रकार की जानकारी करना चाहेगें तो शुल्क-2200 सौ हैं |, --6--- आजीवन सदसयता शुल्क -एक लाख रूपये | -- नाम -के एल झा ,स्टेट बैंक मेरठ, आई एफ एस सी कोड-SBIN0002321,A/c- -2000 5973259 पर हमें प्राप्त हो सकता है । आप हमें गूगल पे, पे फ़ोन ,भीम पे,पेटीएम पर भी धन भेज सकते हैं - 9897701636 इस नंबर पर |-- ॐ आपका - ज्योतिषी झा मेरठ, झंझारपुर और मुम्बई----ज्योतिष और कर्मकांड की अनन्त बातों को पढ़ने हेतु या सुनने के लिए प्रस्तुत लिंक पर पधारें -https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
मंगलवार, 26 दिसंबर 2023
मेरी आत्मकथा -पढ़ें भाग -90 ज्योतिषी झा मेरठ
प्रिय पाठक जनों -मेरे एक यजमान मेरठ के ही रहने वाले हैं ,जिनसे मेरा सम्पर्क मोबाइल की वजह से हुआ | यह यजमान ब्राहण परिवार से हैं | साधारण किराये की दुकान से अपनी दुकान तक आये | दिनों दिन धन की दुनिया में बहुत आगे बढ़ते गए | धन तो मिल गया किन्तु शराबी हो गए | कहावत है पानी कुछ देर के लिए बर्फ बन सकता है किन्तु फिर पानी का ही रूप धारण कर लेती है बर्फ क्योंकि मूल रूप पानी था | अनायास मेरा इनसे संपर्क पूजा के लिए हुआ --फिर क्या था -पूजा होते ही शराब तो छूट गयी साथ ही परम सात्विक भी हो गए किन्तु सब कुछ खो दिया | --पूजा शुरू होते ही घर में अनन्त दरारें थीं जो शराब के नशे के कारण अहसास नहीं थी | जन्म लेते ही माँ छोड़कर चल बसी थी ,दूसरी माँ आयी -उनकी दो कन्या थी --पहली माँ से दो भाई थे --गरीबी की अन्तिम छोड़ से जीवन की शुरुआत हुई थी --इसलिए शिक्षा अधूरी रही तो सत्संग भी उत्तम नहीं रहा | जीवन में सही मार्गदर्शन नहीं मिला --किन्तु धर्म की अपनी परिभाषा होती है ---विवाह हुआ ,संतानें हुई ,धन वैभव सभी हुए -पर आत्मीयता नहीं हुई ,दुकान ,मकान ,धन पर सभी राज किये --शराबी बने रहे यही सभी परिजनों के प्रयास रहते थे --जब मुझसे सम्पर्क यज्ञ के लिए हुआ तो यह तमाम बातें मुझे नहीं पत्ता थी | किसी तरह छुपके से पहला यज्ञ हुआ --2013 में --इस यज्ञ के प्रभाव से परत दर परत खुलने लगी -अब यह यजमान परम सात्विक हो चुके थे --तब उन्हें ज्ञात होने लगा सच क्या है -जब यह ज्ञात होने लगा --तो सभी लुटेरे समझ में आने लगे | मुझे यह अनुभव हुआ --जब यह शराबी थे तो सभी के प्यारे थे ,नशा हटते ही सबके शत्रु बन गए --किसी तरह हमने कोशिश की दुकान जो अपनी मेहनत से ली थी वो इनके नाम हो जाय -हो गयी ,मकान जो इन्हौनें बनाया था वो इनके नाम हो जाय -वो भी हो गया | एक बहिन का विवाह नहीं हुआ था -उसका उत्तम घर में विवाह हो जाय हो गया --अब हम चाहते थे -जो धन है वो भविष्य के लिए सुरक्षित रहे --किन्तु --होनी हो के रहती है | मेरे प्रति यजमान का अति विस्वास बढ़ता गया --हमने भी धर्म को साक्षी मानकर कोशिश करते रहे किन्तु --एक भूचाल आया -- सभी शत्रु बन गए --दुकान में जितने भी सेवक थे सभी लूटते थे ,घर में सभी परम शत्रु थे -जब यजमान सजग हुए और तमाम बातों का भान हुआ -इस बात का ऐसा असर हुआ --कि आत्महत्या करने की सोचने लगे ,विक्षिप्त सा रहने लगे --छे महीने के अन्दर दुकान तो बची रही पचास लाख के माल समाप्त हो गए --दुकान की देन- दारी लाखों की हो गयी | सभी परिजन महाशत्रु हो गए --मकान- दुकान तो बच गए पर --धन शून्य हो गया --अब विरक्त भाव से रहने लगे --यह यजमान सभी बातों को सह सकते थे --किन्तु गृहणी उत्तम नहीं थी इसलिए यह स्थिति आयी | जीवन में मुझे लगा है या अनुभव हुआ है --गृहणी सजग हो तो व्यक्ति गिर कर भी उठ जाता है --अन्यथा वो कभी भी मजबूत नहीं हो सकता है --हमने कई यज्ञ किये --उन्हें इंसान भी बनाया ,धार्मिक बनाया किन्तु भाग्य को नहीं बदल सके | यह इसलिए क्योंकि मेरे भाग्य के क्षेत्र में नीच का शनिदेव हैं अतः धन नीचता से ही प्राप्त हो सकता है ,नीच कर्म करने वाले ही वास्तव में धन मुझे दे सकते हैं --सात्विक व्यक्ति से मुझे भाग्योदय नहीं हो सकता है | -भवदीय निवेदक ---खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं पखकर देखें https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
khagolshastri.blogspot.com
2012 -की प्रमुख घटित होने वाली "घटनाएँ"? पढ़ें - कभी यह आलेख लिखा था -ज्योतिषी झा मेरठ
2012 -की प्रमुख घटित होने वाली "घटनाएँ"? पढ़ें - कभी यह आलेख लिखा था -ज्योतिषी झा मेरठ
राजा एवं मंत्री स्वयं शुक्र हैं २०१२ के |-जो झगडे -झमेले खूब दिखाएंगें | कहीं सत्ता का परिवर्तन होगा तो कहीं आरक्षण के कारण क्लेश होंगें | भ्रष्टाचार की बढ़ोत्तरी होगी | भारत ,पाकिस्तान ,अफगानिस्तान आदि एशिया के देशों में युद्ध के संकेत बनेंगें किन्तु शांति की जीत होगी | आतंकवादी अधिक ही पड़ेशान करेगी | अमेरिका आदि देश छोटे देशों पर दबाब बनाने का विशेष कोशिश करेंगें ||
{2}-कश्मीर समस्या यथावत रहेगी | चीन से खटपट हो सकती है | बदलते राजतन्त्र का वर्चस्व कायम नहीं हो पयेगा | जनतंत्र पर भ्रष्टतंत्र हावी होता जायेगा | इस वर्ष आरक्षण तथा भ्रष्टतंत्र का मुद्दा केंद्र में रहेगा | भारत के दो प्रदेशों में अलग राज्य बनाने की आवाजें बहुत उठेंगी |
{३}-प्राकृतिक प्रकोप होगा | अतिवृष्टि -अनावृष्टि होगी | आंधी -तूफान आयेंगें | भूकंप -भूस्खलन होंगें | अग्निदाह ,ज्वालामुखीविस्फोट तो कहीं सुनामी लहरों के कारण जन - धन की हानी होंगीं | २०१२ में असाध्य बीमारी फैल सकती है ||
{४}=अंतर्राष्ट्रीय जगत में तेजी -मंदी का संतुलन बिगड़ सकता है |उपयोगी वस्तुएं ,तेल -पानी के आभाव में चारो तरफ हो -हल्ला मचेगा | युध्ह के संकेत मिलने लगेंगें | पश्चीमोत्तर सीमाओं पर चौकसी विशेष बरतनी चाहिए |-- {५}=कलियुगी करतूत ,छल -कपट,दंभ ,पाखंड ,.सूरा -सुन्दरी ,घोटालेबाजी तथा सत्तारूढ़ दल उठा पटक के चलते किंचित बदलाव नेताओं की होगी ||
भवदीय ----खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ ----ॐ --ज्योतिष और कर्मकाण्ड की अनन्त बातों को जानने हेतु इस लिंक पर पधारें --https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
khagolshastri.blogspot.com
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ (Atom)
खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ
मेरी कुण्डली का दशवां घर आत्मकथा पढ़ें -भाग -124 - ज्योतिषी झा मेरठ
जन्मकुण्डली का दशवां घर व्यक्ति के कर्मक्षेत्र और पिता दोनों पर प्रकाश डालता है | --मेरी कुण्डली का दशवां घर उत्तम है | इस घर की राशि वृष है...
-
ॐ --इस वर्ष यानि -2024 +25 ----13 /04 /2024 शनिवार चैत्र शुल्कपक्ष पंचमी तिथि -09 /05 रात्रि पर वृश्चिक लग्न से सौर वर्ष की शुरुआत हो रही ह...
-
ॐ श्रीसंवत -2082 --शाके -1947 आश्विन शुक्लपक्ष -तदनुसार दिनांक -22 /09 /2025 से 07 /10 / 2025 तक देश -विदेश भविष्यवाणी की बात करें --नवरात्...
-
ॐ इस वर्ष 2024 +25 में ग्रहपरिषदों के चुनाव में राजा का पद मंगल ,मन्त्री का पद शनि को मिला है | राजा मंगल युद्धप्रिय होने से किन्हीं देशो...
-
ॐ आषाढ़ शुक्ल गुरुवार ,26 जून 2025 को 1447 को हिजरी सन प्रारम्भ होगा | भारतीय उपमहाद्वीप में मुस्लिम वर्ग की प्रवित्तियों के अध्ययन के लिए दै...
-
ॐ -श्रीसंवत 2081 -का शुभारम्भ -08 /04 /2024 सोमवार को रात्रि 11 -50 पर धनु लग्न से हो रहा है | लग्न का स्वामी गुरु पंचम भाव में शुभ ग्रह बु...
-
ॐ -हिजरी सन 1946 का आरम्भ मुहर्रम मास के प्रथम दिवस दिनांक -08 /07 /2024 की शाम को धनु लगन से होगा | उक्त कुण्डली के अनुसार लग्नेश रोग ,ऋण ...
-
ॐ नववर्ष -2025 ,संवत -2082 का आगमन चैत्र शुक्ल प्रतिपदा दिनांक -29 /03 /2025 को मीन के चन्द्रमा के समय होगा | नववर्ष प्रवेश के समय देश की रा...
-
ॐ दोस्तों -ज्योतिष जगत में लेखन का कार्य 2010 से शुरू किया था --कुछ महान विभूतियों के बारे में लिखने का सौभाग्य मिला -जैसे श्री प्रणवदा ,डॉक...
-
ॐ --पाकिस्तान --की कुण्डली में मेष लग्न उदित है | अप्रैल से सितम्बर -2025 में पाकिस्तान अन्तरराष्ट्रीय कूटनीति असमंजस्य और आतंरिक ,राजनैतिक ...
-
ॐ --संवत -2082 ब्रिटेन के समाज और ब्रिटिश राजनीति के लिए अशुभ संकेत है | जुलाई -2025 -के उपरान्त अंग्रेजी राजनीति एवं कूटनीति में बदलाव प्रक...

