ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ

ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ
ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ 1 -कुण्डली मिलान का शुल्क 2200 सौ रूपये हैं | 2--हमसे बातचीत [परामर्श ] शुल्क है पांच सौ रूपये हैं | 3 -जन्म कुण्डली की जानकारी मौखिक और लिखित लेना चाहते हैं -तो शुल्क एग्ग्यारह सौ रूपये हैं | 4 -सम्पूर्ण जीवन का फलादेश लिखित चाहते हैं तो यह आपके घर तक पंहुचेगा शुल्क 11000 हैं | 5 -विदेशों में रहने वाले व्यक्ति ज्योतिष की किसी भी प्रकार की जानकारी करना चाहेगें तो शुल्क-2200 सौ हैं |, --6--- आजीवन सदसयता शुल्क -एक लाख रूपये | -- नाम -के एल झा ,स्टेट बैंक मेरठ, आई एफ एस सी कोड-SBIN0002321,A/c- -2000 5973259 पर हमें प्राप्त हो सकता है । आप हमें गूगल पे, पे फ़ोन ,भीम पे,पेटीएम पर भी धन भेज सकते हैं - 9897701636 इस नंबर पर |-- ॐ आपका - ज्योतिषी झा मेरठ, झंझारपुर और मुम्बई----ज्योतिष और कर्मकांड की अनन्त बातों को पढ़ने हेतु या सुनने के लिए प्रस्तुत लिंक पर पधारें -https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut

रविवार, 3 दिसंबर 2023

किस रोग से पीड़ित हो सकते हैं हम -जानने हेतु -पढ़ें !ज्योतिषी झा "मेरठ "


 किस रोग से पीड़ित हो सकते हैं हम -जानने हेतु -पढ़ें !ज्योतिषी झा "मेरठ "

भचक्र में स्थित 12 राशियों के समस्त राशि -मंडल को एक विराट काल पुरुष मानते हुए -मेष राशि को सिर ,वृष को मुख ,मिथुन को बाहुएवं गला ,कर्क को -ह्रदय,सिंह को -पेट ,कन्या को -कटि भाग ,तुला को -वस्ति ,वृश्चिक को गुदा ,धनु को -कूल्हे एवं जांघ ,मकर को घुटने ,कुम्भ को पिंडलियां मीन राशि को -पैर माना है ज्योतिषी आचार्यों ने । अस्तु ---शरीर के भीतरी अवयवों पर भी क्रमशः राशियों का अधिकार इस प्रकार है ----1 -मेष -मस्तिष्क =दिमाग ,2 -वृष -कंठ की नली {टांसिल },3 -मिथुन -फेफड़ें {श्वास लेना }4 -कर्क -पाचन शक्ति ,,5 सिंह -ह्रदय {दिल }6 -कन्या -अंतड़ियां {पेट के भाग का निचला भाग }7 -तुला {गुर्दें }8 -वृश्चिक -मूत्रेन्द्रिय {जननेन्द्रिय }9 धनु -स्नायु मंडल एवं नसें जिनसे रक्त प्रवाहित होता रहता है ,10 मकर -हड्डियां तथा अंगों के जोड़ ,11 -कुम्भ -रक्त एवं रक्त प्रवाह ,12 -मीन -शरीर में सर्वत्र कफोत्पादन । ------यहाँ ध्यान देने की यह बात है कि हमारी जन्मकुण्डली यानि जन्म के समय जिस राशि में शुभ ग्रह होते हैं ,शरीर का वो भाग मजबूत होता है जातक का एवं जिस जन्मकुंडली जिस राशि में पाप ग्रह होते हैं तो शरीर का उससे सम्बंधित भाग कृश ,रोगयुक्त एवं पीड़ित होता है एवं जातक किस रोग से कब पीड़ित होगा या हुआ है यह महादशा एवं अन्तर्दशा के ऊपर ही आधारित होता है । -----कृपया ध्यान दें ---अपनी जन्मकुण्डली की कोई बात जाननी है या कुण्डली की तीन बात जानने की जिज्ञासा है तो हम फ्री में एकबार बतायेंगें ---जानने के लिए इस लिंक --https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut


- पर पधारें , पेज को पसंद करें ,उसके बाद राम राम केवल इनबॉक्स में लिखें ,मेरा जबाब मिलेगा और अपने -अपने फ़ोन से हमसे फ्री सेवा एकबार प्राप्त करें,यह सेवा प्रत्येक रात्रि उपलब्ध रहती है । ---आपका -एस्ट्रो हिन्दी सर्विस ज्योतिषी झा "मेरठ "

खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ

मेरी कुण्डली का दशवां घर आत्मकथा पढ़ें -भाग -124 - ज्योतिषी झा मेरठ

जन्मकुण्डली का दशवां घर व्यक्ति के कर्मक्षेत्र और पिता दोनों पर प्रकाश डालता है | --मेरी कुण्डली का दशवां घर उत्तम है | इस घर की राशि वृष है...