ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ

ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ
ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ 1 -कुण्डली मिलान का शुल्क 2200 सौ रूपये हैं | 2--हमसे बातचीत [परामर्श ] शुल्क है पांच सौ रूपये हैं | 3 -जन्म कुण्डली की जानकारी मौखिक और लिखित लेना चाहते हैं -तो शुल्क एग्ग्यारह सौ रूपये हैं | 4 -सम्पूर्ण जीवन का फलादेश लिखित चाहते हैं तो यह आपके घर तक पंहुचेगा शुल्क 11000 हैं | 5 -विदेशों में रहने वाले व्यक्ति ज्योतिष की किसी भी प्रकार की जानकारी करना चाहेगें तो शुल्क-2200 सौ हैं |, --6--- आजीवन सदसयता शुल्क -एक लाख रूपये | -- नाम -के एल झा ,स्टेट बैंक मेरठ, आई एफ एस सी कोड-SBIN0002321,A/c- -2000 5973259 पर हमें प्राप्त हो सकता है । आप हमें गूगल पे, पे फ़ोन ,भीम पे,पेटीएम पर भी धन भेज सकते हैं - 9897701636 इस नंबर पर |-- ॐ आपका - ज्योतिषी झा मेरठ, झंझारपुर और मुम्बई----ज्योतिष और कर्मकांड की अनन्त बातों को पढ़ने हेतु या सुनने के लिए प्रस्तुत लिंक पर पधारें -https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut

शनिवार, 13 जनवरी 2024

मेरी आत्मकथा सच या व्यथा पढ़ें भाग -94 -ज्योतिषी झा मेरठ


मेरे प्रिय पाठकगण --अपनी जीवनी को तीन भागों में समेटने की कोशिश  है | पहला भाग -एक से तैतीस --यहाँ तक की जो वास्तविक कथा --उसको ऐसा समझें --किसी नाटक को देखते समय दर्शक के मन जो देखने से भाव उठता है --उन तमाम बातों को लिखने की कोशिश की है --यद्यपि  यह सच कथा थी | इन तमाम भागों को लिखते समय मन में  आक्रोश था ,शिकायत थी ,गिले -शिकवे थे --मुझे भी पता नहीं था हम क्या और क्यों लिख रहे हैं | सिर्फ मन में मरने की सोच थी --तमाम बातें मन में बसी हुई थीं --उन वेदनाओं को क्रोध रूपी लेखों में उतारने की कोशिश की थी | 2018 में -पिता चल बसे तो मैं स्वयं भावुक हो गया --मेरे मन की सारी पीड़ा स्वतः ही समाप्त हो गयी --उस स्थिति में फिर जीने की तमन्ना नहीं थी --अनायास मेरा स्वास्थ गड़बड़ हुआ -2018 ,19 ,20 तक स्वास्थ ठीक नहीं रहा --यह मृत्यु योग था --जिसे बाल्यकाल से जनता था --पर पता नहि कैसे बच गया --पूर्व के आलेखों के पापों को धोने के लिए --हमने शान्त भाव से --33 से 78 भाग जीवनी रूपी ज्ञान के लिखे --इन भागों का सही मायने में भाव यह है --जैसे किसी नाटक के सभी कलाकार रंग मंच पर अपनी -अपनी भूमिका निभाते हैं --नाटक पूर्ण होने पर एक साथ बड़े भाव से रहते हैं --ऐसा लगता ही नहीं है --कोई राम तो कोई ,रावण ,तो कोई सीता या अनन्त भूमिका के पात्र थे --सभी तन्मयता से भय मुक्त होकर एक साथ रहते भी हैं ढिठौली भी करते हैं --इतना ही नहीं अगले नाटक का रिहलसल भी करते हैं | जब मेरा मन शान्त था तो मुझे एक शास्त्री होने के नाते लगा --कोई किसी का शत्रु नहीं होता है -हर व्यक्ति की जीवनी होती है जिसे वो स्वयं नहीं जनता है | अगर माता पिता ,गुरुजन या जीवन में किसी का मार्गदर्शन सही मिल जाय तो व्यक्ति आगे ही बढ़ता रहता है --वो दोषारोपण नहीं करता है बल्कि विधि का विधान समझकर आगे बढ़ता है --यही मेरा भाव था | बहुत से लोग अविवेकी होकर बहुत कुछ खो देते हैं --अतः मैं जन्मा था तो राजयोग था ,फिर दरिद्र योग आया फिर राजयोग आया --अतः प्रत्येक के  जीवन में सुख -दुःख आते रहते हैं --विवेक से काम लेने से मार्ग सरल हो जाते हैं --यही हमने  कोशिश की है | अब मेरी   जीवनी का 78 से आगे अन्तिम भाग चल रहे हैं --इस भाग में --मैं पराम् राजयोग में जी रहा हूँ --यह काल खण्ड मेरा अन्तिम है | अभी शनि की दशा चल रही है --2014 से शरू हुई है 2033 तक रहेगी | इसके बाद भी बुध की दशा चलेगी यह भी राजयोग कारक है किन्तु मारकेश है | मेरे  स्वभाव और प्रभाव को कोई नहीं समझ सकता है क्योंकि -चन्द्रमा उच्च का कर्मक्षेत्र में है | मेरी वाणी और धन की क्षमता को कोई नहीं समझ सकता है --क्योंकि कन्या राशि में बुध शुक्र की युति है | मेरा कद -काठी को कोई नहीं समझ सकता है --क्योंकि सूर्य +मंगल लग्न में सिंह राशि में है | मेरे जीवन शैली में -शनि नीच का है जो सबकुछ तो देता है ,धन भी है ,भवन भी है सारे परिजन  हैं किन्तु फिर भी मैं अकेला हूँ | गुरु बृहस्पति तृतीय भाव में है --जिनकी वजह से पुत्र भी मिला ,दाम्पत्य सुख भी मिला ,परिजन भी मिले किन्तु --सबके बीच अपने आपको स्वभाव और प्रभाव की वजह से अकेला खड़ा पाता हूँ --ऐसा हर व्यक्ति के साथ होता है --इन्हीं  बातों को दर्शाना चाहता हूँ --मुझे लगता है --किसी नाटक के निर्माता को सब जानकारी होती -वो केवल आनन्द लेता रहता है --उसे न तो हर्ष होता है न ही विस्मय होता है --ऐसा ही हर व्यक्ति को अपने  जीवन में  होना चाहिए न ही हर्ष होना चाहिए न ही विस्मय होना चाहिए --केवल कर्तव्य पथ पर चलना चाहिए | --यही आत्मकथा सच या व्यथा है ---क्रम से सभी बातों को पढ़ते रहें --खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ-आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -


khagolshastri.blogspot.com


खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ

मेरी कुण्डली का दशवां घर आत्मकथा पढ़ें -भाग -124 - ज्योतिषी झा मेरठ

जन्मकुण्डली का दशवां घर व्यक्ति के कर्मक्षेत्र और पिता दोनों पर प्रकाश डालता है | --मेरी कुण्डली का दशवां घर उत्तम है | इस घर की राशि वृष है...