ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ

ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ
ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ 1 -कुण्डली मिलान का शुल्क 2200 सौ रूपये हैं | 2--हमसे बातचीत [परामर्श ] शुल्क है पांच सौ रूपये हैं | 3 -जन्म कुण्डली की जानकारी मौखिक और लिखित लेना चाहते हैं -तो शुल्क एग्ग्यारह सौ रूपये हैं | 4 -सम्पूर्ण जीवन का फलादेश लिखित चाहते हैं तो यह आपके घर तक पंहुचेगा शुल्क 11000 हैं | 5 -विदेशों में रहने वाले व्यक्ति ज्योतिष की किसी भी प्रकार की जानकारी करना चाहेगें तो शुल्क-2200 सौ हैं |, --6--- आजीवन सदसयता शुल्क -एक लाख रूपये | -- नाम -के एल झा ,स्टेट बैंक मेरठ, आई एफ एस सी कोड-SBIN0002321,A/c- -2000 5973259 पर हमें प्राप्त हो सकता है । आप हमें गूगल पे, पे फ़ोन ,भीम पे,पेटीएम पर भी धन भेज सकते हैं - 9897701636 इस नंबर पर |-- ॐ आपका - ज्योतिषी झा मेरठ, झंझारपुर और मुम्बई----ज्योतिष और कर्मकांड की अनन्त बातों को पढ़ने हेतु या सुनने के लिए प्रस्तुत लिंक पर पधारें -https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut

सोमवार, 4 मार्च 2024

ज्योतिष कक्षा पाठ -34 -राशि मंडल क्या है -पढ़ें -खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ


भचक्र में स्थित 12 राशियों के समस्त राशि -मंडल को एक बृहत् -विराट -काल पुरुष मानते हुए मेष को सिर ,वृष को मुख ,मिथुन को बाहु तथा गला या वक्षस्थल ,कर्क को हृदय ,सिंह को कांख या पेट ,कन्या को पेट का नीचे का भाग कटि -कमर -तुला को वास्ति तथा जनेन्द्रिय ,वृश्चिक को गुदा ,धनु को कूल्हे तथा जांघ ,मकर को घुटने , कुम्भ को पिंडिलिया और मीन को पैर माना है | यह शरीर के बाहरी अवयवों का विभाग है | 

----भीतरी अवयवों पर 12 राशियों का क्रमशः निम्नलिखित प्रकार से अधिपत्य है ---

---1 --मेष --मस्तिष्क --दिमाग 

--2 ---वृष ---कंठ की नली 

--3 ---मिथुन --फेफड़े --स्वास की नली 

--4 --कर्क --पाचन -शक्ति 

--5 --सिंह --हृदय --दिल 

--6 --कन्या --अंतरिया -पेट के भीतर का निचला भाग 

--7 --तुला --गुर्दे 

--8 -वृश्चिक ---मूत्रेंद्रिय ,जनेन्द्रिय 

--9 --धनु --स्नायु -मंडल तथा नसें जिनमें रक्त प्रवाहित होता रहता है | 

--10 --मकर --हड्डियां तथा अंगों के जोड़ 

--11 --कुम्भ ---रक्त तथा रक्त प्रवाह 

--12 -- मीन --- शरीर में सर्वत्र कफोत्पादन 

नोट --जन्म के समय जिस राशि में शुभ ग्रह होते हैं ,शरीर का वो भाग पुष्ट होता है ,जिस राशि में पाप ग्रह होते हैं ,शरीर का उससे सम्बंधित भाग कृष ,रोगयुक्त ,बृणाङ्कित व  पीड़ित होता है | --भवदीय निवेदक -खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ --ज्योतिष सीखनी है तो ब्लॉकपोस्ट पर पधारें तमाम आलेखों को पढ़ने हेतु -khagolshastri.blogspot.com

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खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ

मेरी कुण्डली का दशवां घर आत्मकथा पढ़ें -भाग -124 - ज्योतिषी झा मेरठ

जन्मकुण्डली का दशवां घर व्यक्ति के कर्मक्षेत्र और पिता दोनों पर प्रकाश डालता है | --मेरी कुण्डली का दशवां घर उत्तम है | इस घर की राशि वृष है...