"सन -13+14अर्थात संवत 2070 में विश्व जनीन घटनाओं पर एक नजर --पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
शनिवार, 25 मई 2013---प्रिय
ज्योतिष पाठक गण हमने नेट की शुरुआत 2010 में की थी | ज्योतिष के आलेख
लिखना ऑरकुट से शुरू किया था --पर सही लेखक 2013 में बना था --यह समय
राजनीति की नई दिशा देने वाला था | एक नया भारत का निर्माण होने वाला था
---तो हमने भी अपने आप को कुछ बनने की तमन्ना की थी --यह ज्योतिष -2013 के
लेख मेरे गवाह हैं --ॐ |ध्यान दें --फ्री ज्योतिष सेवा -18 /02 /2019 में बन्द हो गयी है | -----
----जगत - का प्रारम्भ घनु लग्न से हो रहा है तथा जगत कुंडली की ग्रह
स्थिति से संकेत मिलता है कि मेष राशि में स्थित सूर्य ,मंगल शुक्र ,केतु
पर शनि की पूर्ण दृष्टि होने से इस वर्ष -अमेरिका ,अफगानिस्तान ,ईरान
,अरबराष्ट्र,नेपाल ,पाकिस्तान ,कोरिया ,आस्ट्रेलिया ,सीरिया ,बंगलादेश और
चीन आदि देशों में विशेष राजनैतिक उपद्रव {संघर्ष },आर्थिक संकट एवं
समुद्रतटवर्ती देशों के इलाकों में या भारत के महानगरों में कहीं समुद्री
तूफान ,विशेष प्राकृतिक आपदा ,भूकंप अथवा भयंकर बाढ़ से भारी जनधनहानि के
योग जुलाई से सितम्बर तक बनेंगें । मुस्लिम राष्ट्रों में कहीं अचानक
शासकीय परिवर्तन .कहीं आंतरिक कलह -क्रांति ,कहीं सेना द्वारा सत्ता
हथियाना भी सम्भव है । ----भारत की प्रभाव राशि मकर का स्वामी शनि ,राहु के साथ है इन पर मंगल की
दृष्टि भी है । अतः भारत के उत्तरांचल ,महाराष्ट्र ,आसाम ,मणिपुर ,उड़ीसा
,जम्मू काश्मीर या बंगाल में भयंकर आतंकियों की गतिविधि पर सरकार को विशेष
ध्यान देगा होगा । माओवादी अथवा अन्य ग्रुप भारत के महानगरों में इस वर्ष
आघात पहुंचा सकते हैं । इस संवत में कहीं समुद्र तट वर्ती भूभाग पर उग्रवाद
,प्राकृतिक प्रकोप ,भूकंप ,तूफान ,सुनामी आदि से भयंकर हानि के संकेत गोचर
ग्रह स्थिति से स्पष्ट नजर आ रहे हैं ----भारत के दक्षिणी भूभाग पर
प्राकृतिक प्रकोप का प्रभाव अनुभव होगा ।
--नव वर्ष प्रवेश तृतीय ,शनिवार को होने से श्रावण से आश्विन के अन्दर
एवं माघ -फाल्गुन में विशेष कष्ट पूर्ण घटनाएँ घतेंगी। प्राकृतिक आपदाएं इस
वर्ष जनता एवं शासकों के लिए अधिक घातक एवं कष्टप्रद होंगीं ।---
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