2015 में यह डॉ०श्री मनमोहन सिंहजी के लिए लिखा था --पढ़ें --ज्योतिषी झा "मेरठ '
डॉ०श्री मनमोहन सिंहजी का संवत "2072 "पढ़ें !

--पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर श्री मनमोहन सिंह जी का जन्म प्राप्त विवरण के
अनुसार 26 /09 /1932 समय -14 -00 ,स्थान -गाहा ,देश -पकिस्तान में हुआ
--तदनुसार लग्नेश और चतुर्थ भावेश का भाग्य स्थान में केतु के साथ होना साथ
ही लग्नेश गुरु की दशा का प्रारम्भ होना ये सभी योग भाग्यहीनता को दर्शाते
हैं । अभिप्राय -राहु की दशा में सत्तासीन हुए और पराक्रम स्थान में राहु
का विराजमान होना ही आपकी सबसे बड़ी शक्ति थी ,बुध +सूर्य का कर्मक्षेत्र
में होना भी उत्तम कर्मक्षेत्र का योग का था किन्तु सम्प्रति -01 /04 /2014
से गुरु की दशा शुरू हुई जो 18 /05 /2016 तक गुरु में गुरु की चलेगी ---ये
दशा वेवजह गुरु +केतु साथ होने के कारण भाग्य और सम्मान को ठेंस
पंहुचायेगी । आगे गुरु में शनि का आगमन होगा जो आपके स्वास्थ को भी पीड़ित
करेगा । ----उपयुक्त जन्मकुण्डली में --आश्लेषा यानि मूल नक्षत्र में जन्म
होना व्यक्ति को साहसी बनाता है । आपकी कुण्डली में सूर्य और बुध का योग एक
सफल उद्योगपत्ति या सफल व्यक्तित्व का योग देता है ,दिया भी है -किन्तु
-भाग्य में गुरु का वैसे होना भी हानिकारक था किन्तु केतु के साथ होना और
साथ ही गुरु की दशा की शुरुआत होना भी दोस्ती या भावुकता के कारण कलंकित
करता है -----इसमें सबसे बड़ी बात आपके लिए सहनशीलता का है जो आपको विजय के
साथ -साथ स्वास्थ को को भी उत्तम बनाये रखेगा । आगे श्री हरि कृपा ।
-दोस्तों -नव संवत की ढेर सारी शुभकानाएं -भारतीय राजनितिक दल एवं मुख्य
राजनेताओं के संवत =2072 यानि 2015 +15 का पूर्व भाग कैसा रहेगा ,पर लिखी
हुई बातें मिलतीं हैं की नहीं या हमें परखना चाहते हैं तो इस पेज पर पधारकर
हमारी कोशिश से रूबरू हों --- ज्योतिषी घर {मेरठ -भारत }=ज्योतिष सम्बन्धित लेखों से ज्योतिष की जानकारी
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