ॐ श्रीसंवत -2082 का आरम्भ -29 /3 /2025 शनिवार शाम 04 /27 पर सिंह लग्न से हो रहा है | लग्न का मालिक सूर्य चार अन्य ग्रह -चंद्र ,बुध ,शुक्र ,राहु के साथ मीन राशि अष्टम भाव में विराजमान है | लग्नेश का अष्टम भाव में बैठना देश तथा सम्पूर्ण संसार दोनों के हित में नहीं रहेगा | लग्न को पापग्रह शनि पूर्ण दृष्टि से देखकर दूषित कर रहा है | जिसके फलस्वरूप संसार में अराजकता का बोलबाला रहेगा | सूर्य अपने शुभ प्रभाव का पूर्ण प्रयोग नहीं कर पायेगा | आसुरी शक्तियां सात्विक शक्तियों पर भारी पड़ती दिखाई देंगीं | युद्ध ,भयान्तक ,प्राकृतिक प्रकोप से दुःखी जनता पलायन करने पर विवश होती जायेगी | मानव की सोच से बाहर के नये -नये हथियारों का अविष्कार और प्रयोग देखने को मिलेगा | विश्व युद्ध जैसे हालातों से संसार को गुजरना पड़ेगा | राजा प्रजा के पालन तत्पर रहेंगें | भष्टाचारी नेताओं पर संकट के बादल मंडराते जायेंगें | पिछले वर्ष भी नेताओं को जेल से सरकार चलाते देखा गया था कुछ इसी प्रकार इस वर्ष का हाल भी जनता जनार्दन के सामने आ जायेगा | शासनाध्यक्षों का कठोर व्यवहार शत्रुओं पर भारी पड़ता जायेगा | इस वर्ष -2025 -26 में शनि अन्तरराष्ट्रीय जगत में कहीं भी शान्ति का वातावरण बनने नहीं देगा | ------एक प्रमाण देखें ---सूर्य शुक्र एक राशि में ,बैठे राहु संग |
सामाजिक समरसता में होवे रंग में भंग | |
--सूर्य -शुक्र और राहु यदि किसी वर्ष एक साथ हों तो सामाजिक सदभाव को धक्का लगता है | देश में जातिवाद का आंदोलन बड़े पैमाने पर होता है | राजनीतिक दल इस मुद्दे पर सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ते | जातिगत जनगणना की मांग जोर से उठने लगती है | समाज में परस्पर वैर -विरोध बढ़ता है जिसकी आड़ में दंगे -फसाद ,मारपीट ,झगड़ा ,परस्पर झूठे लांछन लगाने का चक्र तेजी से चलता है | आंदोलन में सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचने की संभावना बनने लगती है | नेता अपने दल को छोड़कर विरोधियों से हाथ मिलाते हैं |
--वर्ष प्रवेश कुण्डली को भारत के नक़्शे के ऊपर रखकर देखें --यहाँ लग्न की दिशा पूर्व माननी चाहिए | इस प्रकार देखने पर क्रूर अथवा पाप ग्रह जिस दिशा में स्थित हों अथवा जहाँ -जहाँ उनकी दृष्टि पड़ती हो अर्थात वेध लगता हो उन स्थानों पर सर्वाधिक नुकसान हुआ करता है | वर्ष प्रवेश कुण्डली के अनुसार पूर्वोत्तर के राज्य अरुणाचल प्रदेश। मणिपुर ,मिजोरम आदि पश्चिमी सीमा -पंजाब ,कश्मीर ,राजस्थान आदि क्षेत्र तथा पश्चिम बंगाल इस वर्ष क्रूर ग्रहों के दुष्प्रभाव में रहेंगें | यहाँ अन्तर्राष्ट्रीय सीमा का उलंघन ,तस्करी ,युद्ध ,आतंकी वारदातों का भय बना रहेगा | बाहरी तत्व अपने देश के भोले -भाले लोगों को भड़काने का प्रयास करेंगें | इस वर्ष --बिहार ,उड़ीसा ,आंध्रप्रदेश जैसे राज्यों में बाढ़ ,आंधी -तूफान ,चक्रवात ,बिजली ,गाज तथा प्राकृतिक उत्पात का भयंकर रूप देखने को मिलेगा | भवदीय -
खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ-नये साल -2025 की समस्त जानकारी इस लिंक पर पढ़ें -khagolshastri.blogspot.com



















