ज्योतिष की लिखित कक्षा शुरू क्रम से लेखों को पढ़ते रहे --ज्योतिष का परिचय पढ़ें --ज्योतिषी झा मेरठ
ॐ -इस संसार के हर मनुष्य को अपने भाग्य और भविष्य की चिंता रहती है | धनवान से धनवान व्यक्तियों को भी इस बात की चाह रहती है कि वह धनवान बनें | जो लोग प्रयत्न करके भी वांछित सफलता अपने जीवन में नहीं प्राप्त कर पाते वे भाग्य संवारने की चिंता से इंसान हजारों -हजार साल से ग्रस्त रहा है | प्राचीन काल के राजा -महराजाओं के दरबार में राजपुरोहित हुआ करते थे | उनके जरिये से ही राज -परिवार और दरबार के सभी मांगलिक कार्य सम्पन्न होते हैं | राजा के सिंहासन पर बैठने का शुभ-अशुभ ,युद्ध के लिए प्रस्थान की लग्न घडी आदि सभी प्रमुख मामलों में राज पुरोहित पर ही राजा और राजपरिवार को निर्भर रहना पड़ता था | वे राजपुरोहित अपने आपमें ज्योतिष ज्ञान का सम्पूर्ण भण्डार समेटे रहा करते थे | उन्हें अपने ज्ञान से सम्पूर्ण ब्रहाण्ड को व्यापक रूप में देखने की शक्ति थी |
----प्राचीन काल में यह ज्ञान कुछ लोगों तक ही सीमित हुआ करता था | पर हमारे आचार्यों ,मनीषियों ,विद्वानों और ज्योतिषाचार्यों ने इस बात को समझा और अनुभव किया कि भारत की धरती पर अपनी ,पली -बढ़ी हुई ज्योतिष ज्ञान की विद्या कहीं सिमटते -सिमटते इतने कम लोगों के पास न रह जाए कि एक दिन वह लुप्त प्रायः हो जाए | इस संभावना को ध्यान में रखकर उन्होनें इस ज्ञान को लिखित रूप देना आरम्भ किया | भोजपत्रों पर पाण्डुलिपियों की शक्ल में इस ज्ञान को संचित किया जाने लगा |
---उन आचार्यों और ज्योतिषाचार्यों की सूझ -बूझ का परिणाम है कि आज ज्योतिष ज्ञान हर किसी की पहुंच के भीतर का ज्ञान हो गया है | अब इसके लिए किसी खानदानी रूप से चले आ रहे पण्डित -ज्ञानी पर ही निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं रह गयी है | आम आदमी ,पुस्तकीय ज्ञान के आधार पर ग्रह -नक्षत्रों की दशा ,चाल ,शुभ -अशुभ फल योग के बारे में ज्ञान प्राप्त कर अपने भाग्य और भविष्य के बारे में जानकारी स्वयं प्राप्त कर सकता है |
-----मेरे जीवन का अन्तिम भाग चल रहा है --मेरे द्वारा लिखे हुए लेखों से न सिर्फ आपको सम्पूर्ण ज्योतिष का ज्ञान प्राप्त होगा ,बल्कि आप ग्रहों की दशा ,गति ,चाल की सही जानकारी प्राप्त करके ,लग्न -मुहूर्त के आधार पर दूसरों की जन्म पत्री भी बना सकेंगें |
---भविष्य को लेकर प्रत्येक मनुष्य के मन में कुछ न कुछ सवाल होते हैं ---जिनका जवाब पाने में मेरे ज्योतिष के लेख बहुत ही सहायक होंगें | इस ज्योतिष लेखों के द्वारा आप अपना भविष्य जान सकते हैं तथा अनर्थ की स्थिति में ज्योतिष द्वारा उसका निर्धारण भी कर सकते हैं | ज्योतिष विद्या भी विकास के नये -नये आयाम तय कर रही है | हमारे जीवन में ग्रहों का विशेष महत्व होता है | ग्रह अथवा नक्षत्र हमारे जीवन के घटना -दुर्घटना क्रम को संचालित करते हैं | इन ग्रहों के वशीभूत होकर ही हम चाहे अनचाहे में गलत और सही कार्य करते हैं --तो उनकी शान्ति के लिए ज्योतिष द्वारा कुछ उपचार भी संभव हैं | ग्रहों के शुभ और अशुभ होने का हम पर सीधा प्रभाव पड़ता है | संसार की प्रत्येक वस्तु ,जीव -जन्तु ,पशु -पक्षी और पेड़ -पौधों इत्यादि पर भी ग्रह अपना पूर्ण प्रभाव डालते हैं | यह बात शाट -प्रतिशत सत्य है कि निपुण ज्योतिषविद को इसके ज्ञान से सम्पूर्ण ब्रह्मण्ड को व्यापक रूप में देखने का दृष्टिकोण प्राप्त है | इस ज्ञान से व्यक्ति को महत्ता प्राप्त होती है और वह घटनाओं का माहात्म्य अधिक योग्यता पूर्वक ग्रहण कर सकता है | उसका दृष्टिकोण विष्वव्यापी व सबका मंगल करने वाला हो जाता है | --भवदीय निवेदक -खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ --ज्योतिष के सभी आलेख इस लिंक पर निःशुल्क उपलब्ध हैं -khagolshastri.blogspot.com
















