ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ
ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ 1 -कुण्डली मिलान का शुल्क 2200 सौ रूपये हैं | 2--हमसे बातचीत [परामर्श ] शुल्क है पांच सौ रूपये हैं | 3 -जन्म कुण्डली की जानकारी मौखिक और लिखित लेना चाहते हैं -तो शुल्क एग्ग्यारह सौ रूपये हैं | 4 -सम्पूर्ण जीवन का फलादेश लिखित चाहते हैं तो यह आपके घर तक पंहुचेगा शुल्क 11000 हैं | 5 -विदेशों में रहने वाले व्यक्ति ज्योतिष की किसी भी प्रकार की जानकारी करना चाहेगें तो शुल्क-2200 सौ हैं |, --6--- आजीवन सदसयता शुल्क -एक लाख रूपये | -- नाम -के एल झा ,स्टेट बैंक मेरठ, आई एफ एस सी कोड-SBIN0002321,A/c- -2000 5973259 पर हमें प्राप्त हो सकता है । आप हमें गूगल पे, पे फ़ोन ,भीम पे,पेटीएम पर भी धन भेज सकते हैं - 9897701636 इस नंबर पर |-- ॐ आपका - ज्योतिषी झा मेरठ, झंझारपुर और मुम्बई----ज्योतिष और कर्मकांड की अनन्त बातों को पढ़ने हेतु या सुनने के लिए प्रस्तुत लिंक पर पधारें -https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
शुक्रवार, 22 सितंबर 2023
मेरा" कल आज और कल की सम्पूर्ण कथा सुनें -ज्योतिषी झा -मेरठ-भाग-6
-""मेरा" कल आज और कल की सम्पूर्ण कथा सुनें -ज्योतिषी झा -मेरठ-भाग-6
--दोस्तों ज्योतिष जगत की तमाम बातों को लोग जो पढ़ते हैं वो या तो किसी के पूर्व उल्लेख हैं या कभी किसी आचार्य ने ये बातें कहीं थीं किन्तु हम आपको वर्तमान समय में अपनी कुण्डली से समस्त अपनी जीवनी को दर्शाऊँगा --जो केवल सत्य पर आधारित होगी | न लोभ से ,न द्वेष से ,न मोह से केवल जिज्ञासा से तो --सभी बातों को वीडियों के माध्यम से सुनते रहें और अपना -अपना आशीष प्रदान करते रहें ---आपका -खगोलशास्त्री झा मेरठ --ज्योतिष से सम्बंधित सभी लेख इस पेज https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut में उपलब्ध हैं
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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मेरा" कल आज और कल -पढ़ें -भाग 6-ज्योतिषी झा मेरठ
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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2018 में यह - श्रीमती सोनिया गांधीजी के लिए लिखा था -पढ़ें --ज्योतिषी झा "मेरठ '
2018 में यह श्रीमती सोनिया गांधीजी के लिए लिखा था --पढ़ें --ज्योतिषी झा "मेरठ '
-----------------------------------------------------------"ध्यान दें --आज कल किसी व्यक्ति की दक्षता धन से आंकी जाती है वैसे ही ज्योतिष और ज्योतिषीकी बातें प्रमाणिकता से प्रत्यक्ष प्रमाण से मानी जाती है ----अस्तु ----श्रीमती सोनिया गांधीजी का जन्म 9 /12 /1946 को रात्रि 9 /15 पर स्थान - तुरीन देश इटली में हुआ ---तदनुसार --जन्मकुण्डली स्थित लग्नेश -चन्द्र व्ययस्थान में है ,सप्तमेश एवं अष्टमेश शनि लग्न में ,सप्तमभाव एवं कर्मस्थान को देख रहा है । --अस्तु --17 /08 /2017 के बाद राहु के कर्क राशि में आने पर आपको मानसिक तनाव तथा शारीरिक -परेशानी या अंतर्द्वंद {कलह }का सामना करना पड़ा । --आधुनिक समय में -पार्टी में विरोधी स्वर भी परेशानी का कारण बना -हुआ है ----अतः स्पष्ट था कि यह आगे आने वाला समय आपको अपने पद के अधिकारों का त्याग करायेगा और आपने पद त्याग भी दिया ,साथ ही स्वास्थ के लिए भी अनुकूल नहीं रहा और नहीं रहेगा ----आगे - राजनैतिक दृष्टि से देखें तो गोचर में वृश्चिक -राशि में शनि -मंगल वक्रगति से एकसाथ थे । संवत -२०७४+७५ +७६ {यानि 2017 +18 ,१९+20 के पूर्व भाग तक }में शनि +मंगल +राहु की स्थिति एवं आपकी पार्टी को तथा आपके परिवार को आगे सन 2019 +२० तक सिंहासन पर विराजमान नहीं होने नहीं दिया और न ही आसीन होने देंगें | तत्काल --15 /11 /2018 से 12 /11 /2019 तक केतु में बुध का अंतर चलेगा -यह समय आपके स्वास्थ ,संतान ,और आय की दृष्टि से उत्तम नहीं रहेगा | इसके बाद शुक्र की महादशा आने वाली है --जो स्वास्थ को छोड़कर सिंहासन के लिए अनुकूल दशा चलेगी ,जिसका लाभ आपकी संतानों को मिलेगा | ----आपका स्वास्थ उत्तम रहे यही आशीर्वाद है | -----------------प्रत्येक राशियों के 2022+23 का राशिफल फ्री जानने हेतु इस लिंक- https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut पर पधारें -----भवदीय निवेदक ---खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा "मेरठ ,झंझारपुर और मुम्बई
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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क्या माया कैलेण्डर में उल्लिखित पृथ्वी की उम्र {5126 }अर्थात 2012 तक ही -पढ़ें-झा मेरठ
रविवार, 12 मई 2013
कभी यह आलेख लिखा था -पढ़े खगोलशास्त्री झा मेरठ
"क्या माया कैलेण्डर में उल्लिखित पृथ्वी की उम्र {5126 }अर्थात 2012 तक ही ?
"क्या माया कैलेण्डर में उल्लिखित पृथ्वी की उम्र {5126 }अर्थात 2012 तक ही
?--प्रश्न का उत्तर जानने से पहले हमें कुछ भारतीय -ज्योतिर गणित {कालगणना
}के सन्दर्भ में जानना होगा |
-----सूर्योपनिषद में तो सूर्य को समस्त विश्व की उत्पत्ति तथा लय का कारण कहा है |
---"सूर्यात भवन्ति भूतानि सूर्येण पलितानी तू |
सूर्ये लयं प्राप्नुवन्ति यः सूर्यः सोहम्मेव च ||-----भाव -सूर्य चन्द्र
अन्यान्य ग्रह नक्षत्र काल के करता अकर्ता कहे गए हैं
|सूर्य सिद्धांत -१/१० के अनुसार काल दो प्रकार का होता है ---एक अव्यय
अनंत रूप रहने वाला महाकाल है ,दूसरा सावयव गणना करने योग्य है | मूर्तरूप
काल घटी पल ,विपल ,तिथि ,मास ,संवत्सर ,कल्प कल्पान्तर के रूप में गिना
जाता है |
---सृष्टि कर्ता ब्रह्माजी हैं | चार युग {कृत ,त्रेता
,द्वापर और कलयुग} का एक महायुग होता है | जिसकी सौर वर्ष संख्या -४३२००००
होती है | इकहत्तर महायुग का एक मन्वंतर होता है | प्रत्येक कल्प में
१४मन्वन्तर और १४ इन्द्र बीत जाते हैं |एक कल्प की सौ वर्ष संख्या
-4318272000 कही गयी है |---
-------कल्पान्त में ब्रह्मा जी का दिन समाप्त होते ही प्रलय जैसी स्थिति
उत्पन्न हो जाती है | वर्तमान में सृष्टि की रचना हुए -१९५५८८५१०९ वर्ष
बीते हैं |इससे स्पष्ट है कि अभी महा प्रलय होने में -२३६२३८६८९१ इतने वर्ष
और लगेंगें |
------ऐसा भी नहीं है कि इतनी लम्बी अवधि में प्राकृत
में कोई उत्पात न होता हो |अन्तरिक्ष में जब -जब ग्रह अंशसाम्य होते
हैं-अथवा ग्रहयुद्ध के संयोग बनते हैं |तब -तब वसुंधरा पर नाना प्रकार के
महोत्पत हुआ करते हैं |प्रकृति साम्यावस्था है |जब -जब इसके संतुलन को
प्राणी बिगाड़ते हैं ,तब -तब प्रकृति प्रकुपित होकर बड़ी मात्रा में संहार
करती है अथवा किसी को माध्यम बनाकर उसके द्वारा विनाशलीला कराया करती है |
धर्म की हनी होती है |क्षमाशीलता घटती जाती है |रजोगुण और तमोगुण अपनी चरम
सीमा पर होते हैं | तब भयंकर युद्ध हुआ करते हैं अधर्मी दुराचारियों का
विनाश होता है | ---------यदा यदा ही धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत |
अभ्युथान धर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम ||
----नोट
-कुदरत के खिलाफ जब -जब क्रूर कारनामे होते हैं ,तब -तब विश्व में उत्पात
तो होते ही हैं |भविष्य के गर्त में यथार्थ क्या है ,इसे तो केवल ईस्वर ही
जनता है-परन्तु इतना अवश्य है कि विश्व विनाश की ओर नपे तुले क़दमों से
बढ़ता चला जा रहा है |
--भवदीय पंडित कन्हैयालाल "झा शास्त्री" {मेरठ
उत्तर प्रदेश }--ज्योतिषी झा मेरठ, झंझारपुर और मुम्बई----ज्योतिष और
कर्मकांड की अनन्त
बातों को पढ़ने हेतु या सुनने के लिए प्रस्तुत लिंक पर पधारें https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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भारतीय "सत्ता" अभी नहीं तो कभी नहीं पढ़ें -यह लेख 2018 में लिखा था -झा मेरठ
यह लेख 2018 में लिखा था --- भारतीय "सत्ता" अभी नहीं तो कभी नहीं -पढ़ें -- ज्योतिषी
झा 'मेरठ"
--- "भारत " की धनु राशि है -जब -जब इस सत्ता पर मित्र राशि के लोग आसीन हुए तब -तब भारत माता का ह्रदय प्रफुलित हुआ है ,साथ ही कोष बढ़ा ,मान बढ़ा ,सम्मान मिला और निर्विवाद समय व्यतीत हुआ है | एकबार पुनः चुनाव आने वाले हैं ,इस सत्ता पर कौन पुनः विराजमान होगा, यह तो भूगर्भ में छुपा रहस्य है- जिसे केवल विधाता ही जानते हैं | महर्षि भृगु को माँ लक्ष्मी ने शाप दिया तुम दरिद्र हो जाओ और श्री हरि ने कहा भगवन आपके पैरों में चोट तो नहीं आयी ,महर्षि भृगु ने कहा माँ मैं ऐसे शास्त्र की रचना करूँगा जिससे मैं तो क्या इस सृष्टि में कोई भी भूदेव दरिद्र नहीं होंगें -उस शास्त्र का नाम था -भृगु संहिता यह आज सम्पूर्ण उपलब्ध नहीं है | पर इस संहिता में लिखी हुई बातें 120 वर्ष के बाद पुनः मिलने लगती हैं -क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति की आयु 120 वर्ष निर्धारित हैं -जिसका नाम है" विंशोत्तरीमहादशा " ज्योतिष शास्त की ख्याति इस वजह से है --अतः वतमान ,भूत ,भविष्य की तमाम बातों को हमलोग ज्योतिष के माध्यम जान सकते हैं | --अस्तु --आने वाले चुनाव के परिपेक्ष में मुझको दो सितारे ऐसे दीखते हैं जो सत्ता का संचालन करेंगें या इनके बिना सत्ता की कल्पना असंभव होगा ---पहला राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी -जिनके अध्यक्ष श्री राहुल गांधी जी है इनकी जन्मकुण्डली की विवेचना करना उचित समझता हूँ --प्राप्त विवरण के अनुसार 19 /06 /1970 को नव दिल्ली में प्रातः 5 /5 पर अवतरित हुए | वर्तमान समय में 18 /06 /2019 तक शुक्र में बुध का अन्तर चलेगा यह दशा का प्रभाव मानों यह कह रहा है सत्ता अभी नहीं तो कभी नहीं |-----हमने पहले के आलेख में यह लिखने की कोशिश की थी कि श्री राहुल गांधीजी अध्यक्ष बनेंगें और बन भी गए | तत्काल श्री गांधीजी भी जानते हैं सितारे अभी हमारे अनुकूल हैं इस समय प्रयास किया जाय तो सत्तासीन हो सकते हैं पर हमने श्री गांधीजी की कुण्डली में यह जाना सर्वत्र विजय मिल सकती है पर भारत का सिंहासन पर किसी न किसी कारण से आरूढ़ तो नहीं हो पायेंगें भले ही दूसरे को विराजमान कर दें | ---दूसरा जो विकल्प है -जिनका नाम श्री नरेन्द्रे दामोदर दास मोदी हैं ---श्री मोदीजी महाभाग के बारे मे कुण्डली की बात करें तो -17 /09 /1950 में गुजरात प्रान्त के महेसाणा में प्रातः 11 /00 पर प्रकट हुए थे | आपकी कुण्डली के अनुसार 11 /2018 तक राहु +मंगल का समसप्तक योग चलेगा -इस योग के कारण श्रीमोदीजी को राजनैतिक कठिनाइयों और विपक्षी विवादों को झेलना होगा | यही नहीं श्री मोदीजी को इस योग की वजह से सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ रखना अनिवार्य है अन्यथा कुछ दुःखद घटना भी देखने को मिल सकती है | इसके बाद पुनः श्रीमोदीजी के सितारे एकबार पुनः साथ देंगें | श्रीमोदीजी की कुण्डली में हमने पाया आगे जो मंगल की महादशा 7 वर्षों के लिए आ रही है वो सबसे उत्तम और अंतिम लाभकारी दशा होगी -जब यह दशा आएगी तो शत्रु भी मित्र बन जायेंगें | अभी जो स्थिति विरोधाभास की दिख रही है वो 2019 में नहीं दिखेगी --आगे श्री हरी कृपा "--- - ॐ आपका -ज्योतिषी झा मेरठ, झंझारपुर और मुम्बई----ज्योतिष और कर्मकांड की अनन्त बातों को पढ़ने हेतु या सुनने के लिए प्रस्तुत लिंक पर पधारें https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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ज्योतिष की दृष्टि में श्री राहुल गांधी जी -कभी यह लेख लिखा था -2014 पढ़ें -झा मेरठ
ज्योतिष की दृष्टि में श्री राहुल गांधी जी -कभी यह लेख लिखा था -पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
---कांग्रेस महासचिव श्री राहुलगांधी जी
का जन्म 19 /06 /1970 समय प्रातः 5 /50 स्थान दिल्ली भारत । उक्त विवरण के
अनुसार चन्द्रमा की महादशा में 31 /अगस्त 2013 से 30 /01 /2015 तक बुध का
अंतर चलेगा । यदयपि चन्द्रमा नीच का है ,साथ ही शनिदेव भी नीच के हैं
द्वादश भाव में ,किन्तु सन 2014 में शनि उच्च राशि में गमन करेगा । इससे यह
तो निश्चित है कि युवराज श्री राहुलजी को तहे दिल से साथ कम लोग ही देंगें
किन्तु समय की मांग श्री राहुल जी को उच्चता के शिखर विराजमान अवश्य करेगी
। आने वाले समय में पार्टी को मजबूती के साथ -साथ शिखर पर भी बिठायेंगे ।
-----भले ही कुण्डली में राजयोग नहीं है
किन्तु राजा के घर जन्म लेने वाले राजा ही प्रायः होते हैं हाँ कर्म के
अनुसार उन्नति और अवनति बाद में मिलती है । केन्द्र के स्वामी -शुक्र
,सूर्य ,मंगल और शनि चारो ग्रह केन्द्र में नहीं होने से दिल्ली आलावा
सम्पूर्ण भारत में सफलता दिलाते हैं --इसका अभिप्राय यह भी होता है तमाम
विपरीत स्थिति में भी निर्णय आपका ही होगा अर्थात आपके विना या औरों को साथ
देकर या लेकर भी सर्वे सर्वा आपही होंगें । आनेवाला लोकसभा के चुनाव में
त्रिशंकु होने के कारण आपके विना या आपके साथ ही सिंहासन कोई भी प्राप्त
करेगा ।
--------श्री मोदी जी की कुण्डली में
चन्द्रमा नीच का है और आपकी कुण्डली में भी चन्द्रमा नीच का है इसका अर्थ
होता है राजयोग में सहायता या संवाद में मीठापन चन्द्रमा के विना नहीं
मिलता है या मिलेगा तो सरसता नहीं आयेगी । जिस व्यक्ति की पत्नी उत्तम हो
वह व्यक्ति संसार की सभी बाधाओं को पत्नी के द्वारा पार कर सकता है । ----
निवेदक -ज्योतिष सेवा सदन {मेरठ -भारत } कार्यालय सूत्र -09897701636-----आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं पखकर देखें https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
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मेरा" कल आज और कल की सम्पूर्ण कथा सुनें -ज्योतिषी झा -मेरठ-भाग-5
""मेरा" कल आज और कल की सम्पूर्ण कथा सुनें -ज्योतिषी झा -मेरठ-भाग-5
--दोस्तों ज्योतिष जगत की तमाम बातों को लोग जो पढ़ते हैं वो या तो किसी के पूर्व उल्लेख हैं या कभी किसी आचार्य ने ये बातें कहीं थीं किन्तु हम आपको वर्तमान समय में अपनी कुण्डली से समस्त अपनी जीवनी को दर्शाऊँगा --जो केवल सत्य पर आधारित होगी | न लोभ से ,न द्वेष से ,न मोह से केवल जिज्ञासा से तो --सभी बातों को वीडियों के माध्यम से सुनते रहें और अपना -अपना आशीष प्रदान करते रहें ---आपका -खगोलशास्त्री झा मेरठ --ज्योतिष से सम्बंधित सभी लेख इस पेज https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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ज्योतिष की दृष्टि में मुख्यमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी जी -कभी यह लेख लिखा था -पढ़ें 2014-ज्योतिषी झा मेरठ
शनिवार, 4 जनवरी 2014ज्योतिष की दृष्टि में मुख्यमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ---कभी यह लेख लिखा था -पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ --
--मुख्यमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी जी गुजरात {भारत }जन्म तारीख -17 /09 /1950 समय दोपहर -11 बजे । स्थान -मेहसाणा गुजराज भारत --तदनुसार आपकी जन्म कुण्डली वृश्चिक लग्न की है । एक योद्धा की तरह शक्ति जन्मजात आप में विदयमान है । उदहारण के लिए मंगल लग्न में स्वगृही मजबूत है । साथ में मन के देवता चन्द्रमा नीच का है जो मंगल के साथ है समस्या जटिल हो सकती है किन्तु असम्भव नहीं यही सोच आपको मंज़िल दिलाती है । कर्मक्षेत्र में राजकीय राशि सिंह है एवं शनि +शुक्र केन्द्रेश होकर विराजमान हैं ---स्थान वृद्धि करो शनि "के अनुसार कर्मक्षेत्र में उत्तरोत्तर उन्नति होगी ।शनिदेव 2 /11 /14 तक तुला राशि में गमन करेंगें साथ आपका साथ देंगें । 19 /06 /14 को गुरुदेव कर्क राशि में उच्च में आते ही आपको अपार मदद करेंगें । विशेष बात यह है 12 /07 /14 को राहु ,शनि से अलग हो जायेगा तब आपको शनिदेव की भी अपार सहायता मिलेगी । साथ ही आपकी कुण्डली के अनुसार 4 /11 /14 तक चन्द्रमा में राहु का अंतर अभी चलेगा -राहु आपकी कुण्डली में शिक्षा क्षेत्र में है और यह सोच विचार की विशेष क्षमता भी देगा । आप का निर्णय समयानुसार होगा जो पद की गरिमा बढ़ायेगा ।----ॐ--खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ (झा मेरठ झंझारपुरऔर मुम्बई)----- आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं पखकर देखें https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
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मेरा" कल आज और कल -पढ़ें -भाग 5-ज्योतिषी झा मेरठ
-1983 में पिताजी गुरुकुल आश्रम में छोड़ आये | एक थैला ,दो धोती ,एक बनियान ,एक कुर्ता ,थाली और लोटा के साथ | अपने परिजनों से दूर होना ,नवीन जगह पर अपना कोई न हो तो समय काटना कठिन होता है | खैर -अब हमारे माता- पिता गुरूजी थे जिन्हें लोग सरकार कहकर पुकारते थे | वहां के सभी छात्र हृष्ट -पुष्ट थे किन्तु मैं दुवला -पतला | सभी मित्रों के माता पिता कुछ न कुछ अपने बच्चों के लिए लाते थे किन्तु मेरा होते हुए भी कोई देखने भी नहीं आते थे | हम अपने आप को असहाय समझते थे | वहां दो समय भोजन मिलता था | दूध ,नास्ता ,दवाई ,फल ,सोने का कोई इंतजाम नहीं ,यहाँ तक कि घंटी बजी और भोजन में नहीं पंहुचे तो भूखे रहना पड़ता था | सर्वप्रथम इस आश्रम में मुझको दीक्षा दी गयी हम शाकाहार तो बनना चाहते थे पर तुलसी की माला नहीं पहनना चाहते थे क्योंकि हम बालक थे 13 वर्ष के नियमावली का पालन नहीं कर सकते थे | फिर भी तुलसी की माला तिलक धारण किया | अब पहला कार्य मिला भिक्षा मांगने का | एक छात्र ने पहले दिन गांव -लगमा, जिला दरभंगा- में भिक्षा कैसे मांगी जाती है सिखाया संयोग देखें -शुरुआत का पहला भवन मेरी मौसी का था जिनको हम तो नहीं जानते थे पर वो मुझको जानती थीं | उन्होंने अपना समझकर नास्ता कराया और भिक्षा दी | यह स्थिति मृत्यु तुल्य थी क्योंकि पराये से मांगना अपनों से बेहतर होता है | उस दिन से हम और निर्लज हो गए | ऐसा नहीं की हम ही मांगते थे सभी छात्र म,मांगते थे और जो हमलोग मांगकर लाते थे वही भोजन बनता था | अतः इस प्रकार की आदत पड़ गयी | यह प्रक्रिया तीन महीने तक चली | अब गुरूजी ने हमारा काम बदला -बोले तुम दोनों समय का भोजन बनाओगे क्यों -क्योंकि तुम्हारे पिता ने गुरुकुल की फीस नहीं जमा की इसलिए | अब भोजन बनाने की शिक्षा दी गई | रात को भोजन पाने के बाद सरकार को दूध पिलाना होता था और दूध पिलाना बहुत कठिन कार्य होता था क्योंकि जो दूध लेकर जाता था वो पहले सरकार के चरणों को दबाएगा चलो सेवा तो करनी चाहिए पर चरणों को दबाते -दबाते दूध ठंढा हो जाता था और फिर गर्म करके लाना पड़ता था पर सरकार कभी ये नहीं कहते थे कि जाओ सो जाओ देर रात हो गई है | इसके साथ एक और समस्या थी दिन रात का समय खाना बनाने में कट जायेगा तो पढ़ेगा कब इस बात से सरकार को कोई लेनी देनी नहीं थी |फिर भी हम जो समय मिलता था पढ़ने की कोशिश करते रहे | क्योंकि अपनी बात किससे कहते इसी तरह 1984 में मध्यमा यानि दसवीं कक्षा पास की | आगे कथा कल लिखेंगें | ----दोस्तों आप भी अपनी -अपनी राशि के स्वभाव और प्रभाव को पढ़ना चाहते हैं या आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं कि नहीं परखना चाहते हैं तो इस पेज पर पधारकर पखकर देखें -https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
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दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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गुरुवार, 21 सितंबर 2023
मेरा" कल आज और कल सम्पूर्ण कथा सुनें --ज्योतिषी झा "मेरठ भाग -4
"मेरा" कल आज और कल सम्पूर्ण कथा सुनें - -ज्योतिषी झा "मेरठ "भाग -4
-दोस्तों ज्योतिष जगत की तमाम बातों को लोग जो पढ़ते हैं वो या तो किसी के पूर्व उल्लेख हैं या कभी किसी आचार्य ने ये बातें कहीं थीं किन्तु हम आपको वर्तमान समय में अपनी कुण्डली से समस्त अपनी जीवनी को दर्शाऊँगा --जो केवल सत्य पर आधारित होगी | न लोभ से ,न द्वेष से ,न मोह से केवल जिज्ञासा से तो --सभी बातों को वीडियों के माध्यम से सुनते रहें और अपना -अपना आशीष प्रदान करते रहें --- ॐ |--ज्योतिष सम्बंधित कोई भी आपके मन में उठने वाली शंका या बात इस पेज मे https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut उपलब्ध हैं और लिखने की अथक कोशिश करते रहते हैं -आप छात्र हैं ,अभिभावक हैं ,या फिर शिक्षक परखकर देखें साथ ही कमियों से रूबरू अवश्य कराने की कृपा करें .|आपका - ज्योतिषी झा "मेरठ -झंझारपुर ,मुम्बई"
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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मेरा" कल आज और कल -पढ़ें -भाग -4-ज्योतिषी झा मेरठ
प्रथमा उत्तीर्ण हुए सन 1982 में -स्कूल का नाम -श्रीमहावीर संस्कृत विद्यालय महरैल -जिला मधुबनी {बिहार }-अंग्रेजी से संस्कृत शिक्षा में आ गए | मेरी प्रतिभा के सभी कायल रहते थे -चाहे शिक्षक हों ,या कुटुम्ब परिवार के लोग | कोई मुझको सलाह देने वाले या बताने वाले अपने नहीं थे ,क्योंकि बच्चे की प्राथमिक शिक्षा में माता पिता, बहिन, भाई का विशेष सहयोग रहता है ,तभी वो बालक शुद्ध- अशुद्ध को समझ लेता है | सारे परिजन निरक्षर थे ,वो भी संस्कृत भाषा के लिए तो और भी कठिन बात थी | खैर हमारी कोशिश रहती थी ,सभी ग्रन्थों के सूत्रों को -मन्त्रों को याद करने की , ताकि भले ही हम भाव न समझें ,पर किसी भी व्यक्ति के पूछने पर वो मन्त्र हमें याद रहना चाहिए | हमने -शिशुबोध ,रघुवंश महाकाव्यम ,हितोपदेश ,ताजिकनीलकण्ठी ,मुहूर्त चिंतामणि ,स्वास्थवृतम,रुद्राष्टाधयायी ,यहाँ तक कि लघुसिद्धांत कौमुदी के साथ -साथ श्री दुर्गासप्तशती ,गीता ,तमाम ग्रन्थों के मन्त्रों को कंठस्थ कर लिया | मेरी कुण्डली में सिंह राशि का सूर्य का होना, ,कन्या राशि का बुध का होना ,और उच्च का चन्द्रमा का कर्मक्षेत्र में होना -पिता से लाभ या पिता का स्नेह मिलना निश्चित था | साथ ही बुध की शुक्र के साथ धन के क्षेत्र में होना- धनाढ्य योग ,वाणी में निपुणता तथा हार नहीं मानने वाला योग था |अतः हमारी शिक्षा कभी रुकी नहीं, और राहु भले ही पूर्ण यौवन में था पर प्रतिभा बनी रही | --इसी प्रतिभा के बल पर बिना शुल्क दिए श्री जगदीश नारायण ब्रह्मचर्याश्रम लगमा- जिला दरभंगा के महाविद्यालय में नामांकण हुआ | जनेऊ संस्कार होने के बाद से ही संध्या -गायत्री नित्य करते रहे, जबकि मेरे खानदान में कोई भी सन्ध्या को जानते तक नहीं थे | अतः मुझको लोग बाबा -बाबा कहने लगे | हमारा समाज मांसाहारी समाज था किन्तु मैं शाकाहार बनना चाहता था | कृपया ध्यान दें --मिथिलांचल में ब्राह्मण भले ही मांसाहारी होते हैं, किन्तु सम्पूर्ण संसार में मिथिलांचल के ब्राह्मण जैसा कर्मनिष्ठ ,संस्कारी ,शुद्धता के प्रतीक तथा शिव भक्त और निष्ठावान नहीं होते हैं | इस बात का मुझको गर्व है| अगर मेरा पुनर्जन्म हो तो फिर से मिथिला के ब्राह्मण परिवार में ही हो -यही कामना रहेगी | एकबात का और ध्यान दें -सम्पूर्ण संसार के शास्त्र और मिथिला का व्यवहार एक जैसा है, यहाँ जन्मजात ज्ञानी और संस्कारों से युक्त होते है | आगे की चर्चा कल करेंगें | -----दोस्तों आप भी अपनी -अपनी राशि के स्वभाव और प्रभाव को पढ़ना चाहते हैं या आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं कि नहीं परखना चाहते हैं तो इस पेज पर पधारकर पखकर देखें -https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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श्रीमती प्रियंका"वाड्रा'जी को राजनीति में सफलता मिलेगी- पढ़ें-2013 ज्योतिषी झा "मेरठ "
श्रीमती प्रियंका"वाड्रा'जी को राजनीति में सफलता मिलेगी- पढ़ें- ज्योतिषी झा "मेरठ "
श्रीमती प्रियंका "वाड्रा "गांधीजी का जन्म प्राप्त विवरण के अनुसार -12 /01 /1972 की रात्रि 01 /59 पर नव दिल्ली में हुआ । तदनुसार तुला लग्न की कुण्डली का आकलन करने से अनुभव होता है ---25 /02 /2008 से केतु की महादशा 25 /02 /2015 तक चली । अब शुक्र की महादशा चल रही है जो 25 /02 /2035 तक चलेगी । प्राचीन ग्रहों की बात करें तो केतु का कर्म भाव में बैठना और कर्मेश का धन भाव में नीच होकर बैठना -श्रीमति प्रियंका वाड्रा गांधीजी को झकझोर कर रख दिया -धन ,मन एवं कर्म के साथ -साथ सम्पदा क्षेत्रों में । किन्तु अब 25 /02 /2015 से शुक्र की महादशा में शुक्र का अंतर 2 /06 /2018 तक चला ,इस अवधी में -इनको मानसिक प्रसन्नता एवं बौद्धिक क्षमता का लाभ प्रदान किया । ------अस्तु ---यद्यपि ---श्रीमति प्रियंका वाड्रा गांधीजी कूटनीति में निपुन ,शत्रुओं का संहार करने में सक्षम -एवं सक्षम प्रशासक कार्य करने में सक्षम है ,फिर भी अभी अर्थात -संवत -2072 +73 यानि सन 2015 +16 +17 तक "प्रियंका को लाओ ,कांग्रेस बचाओ " --का नारा बुलन्द करने में सफलता नहीं मिली । कारण -चन्द्रमा -कर्मेश का द्वितीय भाव में नीच होना उचित योग नहीं है । साथ ही भाग्येश -बुध +गुरु +सूर्य एक साथ तृतीय भाव में हैं | अब श्रीमती वाड्रा जी के लिए राजनीति का उपयुक्त समय चल रहा है --अतः उपयुक्त समय के साथ ही राजनीति में प्रवेश का उचित व्यक्तिगत लाभ मिलेगा । -----सबसे बड़ी बात कि शुक्र की महादशा चल रही है जो स्वास्थ की पीड़ा देगी साथ ही मन को स्थिर रखने में सहायता करेगी और त्रिकोण में होने से राजनीति का भी लाभ देगी --इसका अर्थ यह हुआ नहीं चाहते हुए भी राजनीति में सजग होना पड़ेगा जिसका कुछ लाभ भी मिलेगा । ---दोस्तों श्रीमती प्रियंकाजी की कुण्डली व्यवसाय का सर्वोत्तम योग है साथ ही राजनीति कोई नई नहीं चीज नहीं है परन्तु राजयोग यानि सत्ता पर आसीन का अल्प योग ही है । -- ॐ |--ज्योतिष सम्बंधित कोई भी आपके मन में उठने वाली शंका या बात इस पेज मे https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut उपलब्ध हैं और लिखने की अथक कोशिश करते रहते हैं -आप छात्र हैं ,अभिभावक हैं ,या फिर शिक्षक परखकर देखें साथ ही कमियों से रूबरू अवश्य कराने की कृपा करें .|आपका - ज्योतिषी झा "मेरठ -झंझारपुर ,मुम्बई"
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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गुजरात और श्री मोदीजी ज्योतिष विशेष 2013-यह लिखा था -पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
शुक्रवार, 5 जुलाई 2013---यह लिखा था -पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
"गुजरात और श्री मोदीजी{ज्योतिष विशेष =13+14 }
---प्रिय
ज्योतिष पाठक गण हमने नेट की शुरुआत 2010 में की थी | ज्योतिष के आलेख
लिखना ऑरकुट से शुरू किया था --पर सही लेखक 2013 में बना था --यह समय
राजनीति की नई दिशा देने वाला था | एक नया भारत का निर्माण होने वाला था
---तो हमने भी अपने आप को कुछ बनने की तमन्ना की थी --यह ज्योतिष -2013 के
लेख मेरे गवाह हैं --ॐ |
"गुजरात" प्रान्त-की नाम राशि "कुम्भ "है । तदीश {स्वामी }"शनि "उच्चस्थ होकर भाग्य भवन में गमन करेगा ,-----जो कि इस वर्ष सर्वतोन्मुखी विकास ,टेक्नोलोजी और टेक्नीकल - उद्योगों को बढ़ावा देगा । वर्षा ले लाभान्वित होगा यह प्रान्त ,किन्तु प्राकृतिक आपदा से भी सावधान रहना होगा । जन धन की हानि के साथ -साथ आतंकित कुकृत्यों से सजग रहना होगा राज्य के प्रहरियों को तथा राज्य सरकार को !
-----अस्तु -----मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी का सितारा बुलंद होगा क्योंकि उनकी कुंडली में शनि की विशेष दृष्टि और उच्स्थ शनि का होना साथ ही समवर्ष जन्म का लाभ भी {1950}मिलेगा । मई 2013-तक गुरु की विशेष दृष्टि से उच्चता के शिखर पर पहुंचे साथ ही "गुजरात "प्रान्त की बाहरी सीमा का स्पर्श भी करेंगें ।
प्रेषकः पंडित कन्हैयालाल झा शास्त्री {मेरठ -भारत }--
---प्रेषकः खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ --- - परामर्श हेतु सूत्र -09897701636 +09358885616--- आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं पखकर देखें https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
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श्रीमति सोनिया गाँधी जी पर एक नजर -2013 पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
बुधवार, 15 मई 2013--प्रिय ज्योतिष पाठक गण हमने नेट की शुरुआत 2010 में की थी | ज्योतिष के आलेख लिखना ऑरकुट से शुरू किया था --पर सही लेखक 2013 में बना था --यह समय राजनीति की नई दिशा देने वाला था | एक नया भारत का निर्माण होने वाला था ---तो हमने भी अपने आप को कुछ बनने की तमन्ना की थी --यह ज्योतिष -2013 के लेख मेरे गवाह हैं --ॐ |
"श्री मति सोनिया गाँधी जी पर एक नजर ?" 2013-पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
जन्म तारीख -9 -12 -1946 समय -21.15 स्थान तुरिन {इटली }तदनुसार कर्क लग्न
,मिथुन राशि है | वर्तमान समय में केतु की महादशा 12 -11 -2012 से शुरू है
जो -12 -11 -2019 तक चलेगी ,जबतक यह दशा चलेगी ,संघर्ष ,कलह ,हानि और लाभ
देती रहेगी । संतान ,स्वास्थ एवं वाणी के प्रति सजग रहना उचित होगा । आज
टिकी हैं तो मंगल की वजह से जो आत्मबल देता है विजय दिलाता है ,पद पर नहीं
हैं तो गुरु एवं शुक्र की वजह से जो सत्ता में होते हुए भी दूर रखते हैं ।
इस समय संतानों को लाभ हो सकता है । अनायास लाभ एवं हानि का दौर अभी इस दशा
तक चलता रहेगा । आपकी जीत भी होगी असुर हर भी होगी ।
प्रेषकः -ज्योतिष सेवा सदन {पंडित कन्हैयालाल झा शास्त्री }--
---प्रेषकः खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ --- - परामर्श हेतु सूत्र -09897701636 +09358885616--- आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं पखकर देखें https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
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दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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श्री राहुल गाँधी जी प्रधानमत्री कैसे बनेंगें 2013-पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
कांग्रेस महसचिव -श्री राहुल गाँधी जी प्रधानमत्री कैसे बनेंगें 2013-पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
शुक्रवार, 10 मई 2013---
-प्रिय ज्योतिष पाठक गण हमने नेट की शुरुआत 2010 में की थी | ज्योतिष के आलेख लिखना ऑरकुट से शुरू किया था --पर सही लेखक 2013 में बना था --यह समय राजनीति की नई दिशा देने वाला था | एक नया भारत का निर्माण होने वाला था ---तो हमने भी अपने आप को कुछ बनने की तमन्ना की थी --यह ज्योतिष -2013 के लेख मेरे गवाह हैं --ॐ |
कांग्रेस महसचिव -श्री राहुल गाँधी जी प्रधानमत्री कैसे बनेंगें ?
यूँ तो राहुल गाँधी जी का जन्म -19-जून -1970 प्रातः ५/५पर दिल्ली में
ज्येष्ठा नक्षत्र में हुआ ।अभी चंद्रमा की महादशा चल रही है ।नीच का
चंद्रमा सप्तम भाव में विराजमान है ।स्वभाव से जुझारू ,जिद्दी प्रकृति के
इंसान होंगें । जो थान लेंगें वो पूरा जरुर करेंगें । समझोता नहीं करेंगें
।दाम्पत्य सुख के योग भी चल रहे हैं जो २०१७ तक चलेंगें और बंधन में बंध
भी जायेंगें ।।-----इस
वर्ष आकाशीय कौसिल के चुनाव में -गुरु को मंत्री पद मिला हुआ है -ये हर
संभव सहायता करेंगें ।यह भी संभव है कि वर्तमान प्रधानमंत्री जी स्वयं
श्री राहुल गाँधी जी को पद समर्पित करने का प्रस्ताव पेश करें ,या
परिस्थिति इन्हें प्रधान मंत्री बना दे ।।
-------कुंडली में नीच का चंद्रमा और चंद्रमा की महादशा--इनकी मनोत्साह की निर्बलता श्री राहुल गाँधी जी के आड़े भी आ सकती है ।।
-----श्री
राहुल गाँधी जी का भाग्येस बारहवे बैठता है -और जिनका भाग्येस बारहवें
होता है उनका भाग्योदय अपने घर से वाहर होता है ।। अतः विवाह एवं सफलता
अपने घर से बाहर विशेष सफल रहेगा ।
------श्री राहुल गाँधी जी
की कुंडली में --चारो केन्द्रेस ग्रह केंद्र से बाहर बैठे हैं -इसका
अभिप्राय यह भी हो सकता है -कि केंद्र से अलग प्रदेश में भाग्योदय हो ? अत यह पहलीबार कामयाब हो जाएँ ।।-------प्रेषकः खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ --- - परामर्श हेतु सूत्र -09897701636 +09358885616--- आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं पखकर देखें https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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भारतीय प्रमुख "कांग्रेस पार्टी ज्योतिष विशेष -2013--पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
"भारतीय प्रमुख "कांग्रेस पार्टी "{ज्योतिष विशेष -संवत -2070}"2013--पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
मंगलवार, 28 मई 2013---प्रिय ज्योतिष पाठक गण हमने नेट की शुरुआत 2010 में की थी | ज्योतिष के आलेख लिखना ऑरकुट से शुरू किया था --पर सही लेखक 2013 में बना था --यह समय राजनीति की नई दिशा देने वाला था | एक नया भारत का निर्माण होने वाला था ---तो हमने भी अपने आप को कुछ बनने की तमन्ना की थी --यह ज्योतिष -2013 के लेख मेरे गवाह हैं --ॐ |ध्यान दें --फ्री ज्योतिष सेवा -18 /02 /2019 में बन्द हो गयी है | -----
"भारतीय प्रमुख "कांग्रेस पार्टी "{ज्योतिष विशेष -संवत -2070}" 2013
--संवत -2070 की गोचर ग्रहस्थिति के अनुसार तुला राशि स्थित -शनि +राहु
की कांग्रेस -स्थापना कुंडली में लग्न ,पंचमभाव एवं अष्टमभाव -चन्द्र पर
विशेष अर्थात पूर्ण दृष्टि है । तदनुसार इस पार्टी के प्रतिष्ठित -राजनेता
विकट समस्याओं में उलझकर चर्चा का केंद्रबिंदु बने रहेंगें ।
----संवत -2070-की प्रारंभिक -ग्रहस्थिति के अनुसार परवरी -13 से 7 जुलाई
13 तक शनि वक्री होकर वक्री ही राहु के साथ तुला राशि में रहेंगें साथ ही
22-मई 13 तक मंगल अतिचारी होकर शनि +राहु के साथ समसप्तक योग भी बनाया था
-यह स्थिति कांग्रेस पार्टी के लिए अघटित घटनाओं वाली सिद्ध हुई । आम जनता
एवं शासन तंत्र से क्षोभ उत्पन्न भी कराया ।-------संवत -2070-में 18 अगस्त से लगभग 5 अक्टूबर 13 तक शनि +मंगल का दशम
-चतुर्थ दृष्टि सम्बन्ध भारत की राजनीति में भारी उलटफेर {परिवर्तन }का
संकेत है । इस दौरान राजनैतिक पार्टियों की स्वार्थ परकता एवं
सत्तालोलुपता तीसरे मोर्चे का गठन भी करेगी ,जिसका प्रभाव बड़ी पार्टियों
पर आंशिक रूप से पड़ेगी लेकिन सत्ता प्राप्ति की महत्वाकांक्षा फलवती नहीं
होगी । तीसरा मोर्चा कुछ राजनैतिज्ञों के लिए मृगतृष्णा मात्र सिद्ध होगी ।
अर्थात त्रिशंकु सरकार ही बनेगी ।
---4 फरवरी 14 को मंगल ,शनि ,राहु ये तीनों खलग्रह {शत्रुग्रह }तुला
राशि में 24 मार्च 14 तक एकराशि में ही रहेंगें । विशेषतः 1 मार्च से 24
मार्च 14 तक मंगल वक्रगति से शनि +राहु के साथ चलेगा। अतः इस समयावधि में
{परवरी 13 से मार्च -14तक }कांग्रेस पार्टी के कई दिग्गज नेता जनता को
लुभाने के लिए अनेक वायदे करने से जनता का हित {मत } कुछ जरुर प्राप्त
करेंगें --परिणाम कांग्रेस के लिए आश्चर्जनक रहेंगें । प्रधानमंत्री के लिए
युवा वर्ग या युवराज श्री राहुल गांधीजी आगे आयें तो--माता श्रे मति सोनियाजी का योग +श्री राहुलजी का
सुयोग से विशेष योग बन सकता है ।
-प्रेषकः खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ --- - परामर्श हेतु सूत्र -09897701636 +09358885616--- आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं पखकर देखें https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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भारतीय जनता पार्टी पर ज्योतिष की एक दृष्टि -पढ़ें 2013-ज्योतिषी झा मेरठ
सोमवार, 27 मई 2013--
प्रिय ज्योतिष पाठक गण हमने नेट की शुरुआत 2010 में की थी | ज्योतिष के आलेख लिखना ऑरकुट से शुरू किया था --पर सही लेखक 2013 में बना था --यह समय राजनीति की नई दिशा देने वाला था | एक नया भारत का निर्माण होने वाला था ---तो हमने भी अपने आप को कुछ बनने की तमन्ना की थी --यह ज्योतिष -2013 के लेख मेरे गवाह हैं --ॐ |ध्यान दें --फ्री ज्योतिष सेवा -18 /02 /2019 में बन्द हो गयी है | -----
"भारतीय जनता पार्टी पर ज्योतिष की एक दृष्टि ?"---
---संवत 2070 की ग्रहस्थिति के अनुसार इस वर्ष शनि +राहु तुला राशि में
चलेंगें । शनि भाजपा की स्थापना कुंडली में भाग्येश होकर उच्च का है
,कर्मेश गुरु केंदेश होकर 31मई 2013 से मिथुन राशि में आकर संवत 2070 के
अंत तक मिथुन में ही रहेगा तथा भाग्येश -शनि पर कर्मेश गुरु की दृष्टि भी
रहेगी । यह ग्रहस्थिति भारतीय जनता पार्टी एवं सहयोगी पार्टियों को
राजनैतिक -बल प्रदान करेगी । इस प्रकार भाजपा को इस संवत में गत वर्ष की
अपेक्षा विशेष गरिमा प्राप्त होगी ।----केन्द्रीय शासन सत्ता की घटित घटना के कारण अगामी वर्ष में नवम्बर 13
से मार्च 14 तक की ग्रहस्थिति के अनुसार इस पार्टी को विशेष लाभ मिलेगा ।
वैसे भी इस पार्टी की कुंडली में शनि +गुरु +राहु की दृष्टि के कारण इस
पार्टी का अस्तित्व बना रहेगा । किन्तु -शनि +मंगल +राहु के एकसाथ होने से
इस पार्टी के प्रधानपद को सर्वसम्मति से स्वीकार करने में एक राय का न होना
भाजपा के हित में नहीं जाता । "
-----ठीक यही बात इस वर्ष संवत {2070}में भी गोचर ग्रहस्थिति के दृष्टि में
रखते हुए आज भी भाजपा एवं इससे सम्बंधित पार्टियों के लिए सत्ता प्राप्ति
में रूकावट बनेगी । संसद के निर्वाचन -संग्राम में कोई भी एक पार्टी सत्ता
में नहीं आ सकेगी । पार्टियों में तोड़ -फोड़ एवं नए राजनैतिक संगठन एकत्र
होकर ही कांग्रेस या भाजपा शासन पा सकेंगें । परवरी से जुलाई तक शनि +राहु
की स्थिति से सुधारात्मक एवं कांग्रेस पार्टी पर आक्रामक रुख भाजपा का बना
रहेगा ।
----31 मई से 17 अगस्त तक का समय भाजपा के नेतृत्व के बारे में विवाद
समाप्त होकर एक राय बनेगी । लेकिन 31 मई से अक्टूबर तक की ग्रहस्थिति किसी
वरिष्ठ नेता का पद रिक्त होने का भी संकेत देती है ।
----30अक्टूबर से 4 दिसंबर तक एवं 21 दिसंबर से 30 जनवरी 14 तक गुरु +शुक्र
का वक्रत्व एवं गुरु +शुक्र का समसप्तक योग भाजपा में नई शक्ति एवं
प्रेरणा को जन्म देगा तथा निर्वाचन के लिए विशेष अवसर भी देगा । महगाई एवं
घोटालों को मुद्दा बनाकर भाजपा चुनाव क्षेत्र में उतरेगी ,जिससे पर्याप्त
लाभ भी मिलेगा । चुनाव समय से पूर्व भी संभव है ।--
-प्रेषकः खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ --- - परामर्श हेतु सूत्र -09897701636 +09358885616--- आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं पखकर देखें https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
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मेरा" कल आज और कल की सम्पूर्ण कथा सुनें -ज्योतिषी झा -मेरठ-भाग-3
-""मेरा" कल आज और कल की सम्पूर्ण कथा सुनें -ज्योतिषी झा -मेरठ-भाग-3
--दोस्तों ज्योतिष जगत की तमाम बातों को लोग जो पढ़ते हैं वो या तो किसी के पूर्व उल्लेख हैं या कभी किसी आचार्य ने ये बातें कहीं थीं किन्तु हम आपको वर्तमान समय में अपनी कुण्डली से समस्त अपनी जीवनी को दर्शाऊँगा --जो केवल सत्य पर आधारित होगी | न लोभ से ,न द्वेष से ,न मोह से केवल जिज्ञासा से तो --सभी बातों को वीडियों के माध्यम से सुनते रहें और अपना -अपना आशीष प्रदान करते रहें ---आपका -खगोलशास्त्री झा मेरठ --ज्योतिष से सम्बंधित सभी लेख इस पेज https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
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मेरा" कल आज और कल -पढ़ें -भाग -3-ज्योतिषी झा मेरठ
मेरे ऊपर राहु की महाशा 1980 से प्रारम्भ हुई ----ध्यान दें |-!मेरा बाल्यकाल का पूर्वार्ध जितना निरस लगेगा उत्तरार्ध उतना ही सरस दिखेगा -हो सकता है आप श्रोताओं के मन में मेरे प्रति कुभाव उत्पन्न होने लगे किन्तु संसार का कोई ग्रन्थ हो ,जीवन लीला हो या कथा -सभी में आठों रसों का प्रयोग होता है | तभी कथा समझ में आती है | -----अस्तु --मेरी कुण्डली में राहु का सप्तम भाव में होने से वैवाहिक सुख और मानसिक विचारधारा पर पूर्ण प्रभाव था साथ ही लग्न में सूर्य ,मंगल और केतु होने से जैसे मानो अग्नि में घी का डालने पर ज्वाला होती है वही होना था | --ब्राहण का जनेऊ संस्कार 13 वर्षों तक हो जाना चाहिए | मेरे माता पिताने मेरा जनेऊ संस्कार बड़े धूम -धाम से कराया | अनुज के साथ हमारे जनेऊ संस्कार हुए | इसके बाद 1981 में श्री महर्षी महेष योगी की संस्था में हमें सन्ध्या -गायत्री और सदाचार की शिक्षा मिली | केवल तीन मास गांव में शिक्षा लेने के बाद इन्हीं की दूसरी संस्था पातेपुर जिला -वैशाली {बिहार }हम पढ़ने चले गए | पिता के धन के बिना -हमें शिक्षा मिली ,साथ ही सभी बच्चों का भोजन ,रहन सहन की सारी व्यवस्था इन्हीं की ओर से थी | पर राहुदेव की कृपा से केवल तीन मास पढ़ने के बाद गांव आ गए क्योंकि वहां से भोपाल जाना था | हमारे साथ जितने भी छात्र थे सभी वापस अपने -अपने गांव चले गए | इसी बीच दीदी की शादी हुई पर हम गांव में नहीं थे कैसे हुई पत्ता नहीं चला | जिला -वैशाली से वापस आते ही दीदी की शादी में जमीन बिक गयी ,पिताजी की दुकान की पूंजीं समाप्त हो गई और पिताजी को नौक़री हेतु कलकत्ता जाना पड़ा | घर में चोरी हो गयी | हमलोग अन्न ,वस्त्र ,और रोजगार से विहीन हो गए | घर में खाने को कुछ नहीं ,पिताजी के पास व्यवसाय का साधन नहीं, फिर पिताजी ने लोन लिया जो धन तो मिला नहीं बदले में जमीन के सारे कागजात बैंक में जो लोन का चैक मिला उसपर हस्ताक्षर करबाकार धन ताऊ और बैंक के मैनेजर ने ले लिए | बदले में पिताजी से दोनों ने कहा चैक रिजेक्ट हो गया और हमने फाड़ दिया | फिर भी पिताजीने जैसे -तैसे करके व्यापार शुरू किया | मेरे जीजा मेर घर पर रहने लगे यानि उनको पढ़ाने की जिम्मेदारी हमारे पिताजी की थी तभी शादी दीदी की हुई थी | जीजा को भोजन बढियाँ मिलता था हमलोग किसी तरह जीते थे | एकदिन मुझको क्रोध आया और जीजा के सारे कपड़ें कीचड़ में डाल दिए साथ ही हमने कहा आप यहाँ नहीं रहोगे चाहे जो हो जायेगा | सबका दुश्मन मैं बना पर जीजा को भगा दिया | अब हमारे घर में कुछ भी नहीं था जीवन यापन करने हेतु | मेरी माँ और दीदीने पत्ता नहीं कितने दिनों तक भोजन नहीं किया इधर -उधर करके हम तो कुछ खा लेते या माँ खिला देती पर माँ का पत्ता नहीं | 1983 तक इसी तरह घर चलता रहा | जब मुझको भूख सहन नहीं होती तो घर के सारे मिटटी के बर्तनों को तोडना ,गाली जैसे शब्दों का प्रयोग करना ये आदत थी | ---आगे की कथा कल बताऊंगा |--दोस्तों आप भी अपनी -अपनी राशि के स्वभाव और प्रभाव को पढ़ना चाहते हैं या आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं कि नहीं परखना चाहते हैं तो इस पेज पर पधारकर पखकर देखें -https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ
मेरी कुण्डली का दशवां घर आत्मकथा पढ़ें -भाग -124 - ज्योतिषी झा मेरठ
जन्मकुण्डली का दशवां घर व्यक्ति के कर्मक्षेत्र और पिता दोनों पर प्रकाश डालता है | --मेरी कुण्डली का दशवां घर उत्तम है | इस घर की राशि वृष है...
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ॐ --इस वर्ष यानि -2024 +25 ----13 /04 /2024 शनिवार चैत्र शुल्कपक्ष पंचमी तिथि -09 /05 रात्रि पर वृश्चिक लग्न से सौर वर्ष की शुरुआत हो रही ह...
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ॐ श्रीसंवत -2082 --शाके -1947 आश्विन शुक्लपक्ष -तदनुसार दिनांक -22 /09 /2025 से 07 /10 / 2025 तक देश -विदेश भविष्यवाणी की बात करें --नवरात्...
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ॐ इस वर्ष 2024 +25 में ग्रहपरिषदों के चुनाव में राजा का पद मंगल ,मन्त्री का पद शनि को मिला है | राजा मंगल युद्धप्रिय होने से किन्हीं देशो...
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ॐ आषाढ़ शुक्ल गुरुवार ,26 जून 2025 को 1447 को हिजरी सन प्रारम्भ होगा | भारतीय उपमहाद्वीप में मुस्लिम वर्ग की प्रवित्तियों के अध्ययन के लिए दै...
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ॐ -श्रीसंवत 2081 -का शुभारम्भ -08 /04 /2024 सोमवार को रात्रि 11 -50 पर धनु लग्न से हो रहा है | लग्न का स्वामी गुरु पंचम भाव में शुभ ग्रह बु...
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ॐ -हिजरी सन 1946 का आरम्भ मुहर्रम मास के प्रथम दिवस दिनांक -08 /07 /2024 की शाम को धनु लगन से होगा | उक्त कुण्डली के अनुसार लग्नेश रोग ,ऋण ...
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ॐ नववर्ष -2025 ,संवत -2082 का आगमन चैत्र शुक्ल प्रतिपदा दिनांक -29 /03 /2025 को मीन के चन्द्रमा के समय होगा | नववर्ष प्रवेश के समय देश की रा...
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ॐ दोस्तों -ज्योतिष जगत में लेखन का कार्य 2010 से शुरू किया था --कुछ महान विभूतियों के बारे में लिखने का सौभाग्य मिला -जैसे श्री प्रणवदा ,डॉक...
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ॐ --पाकिस्तान --की कुण्डली में मेष लग्न उदित है | अप्रैल से सितम्बर -2025 में पाकिस्तान अन्तरराष्ट्रीय कूटनीति असमंजस्य और आतंरिक ,राजनैतिक ...
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ॐ --संवत -2082 ब्रिटेन के समाज और ब्रिटिश राजनीति के लिए अशुभ संकेत है | जुलाई -2025 -के उपरान्त अंग्रेजी राजनीति एवं कूटनीति में बदलाव प्रक...














