संवत -2072 अर्थात सन 2015 की विशेषता -पढ़ें --कभी यह आलेख लिखा था -ज्योतिषी झा मेरठ
---बृहस्पतिर्यदा कर्के स्वल्पं मेघः प्रवर्षति राजा भीविग्रहश्चैव दुर्भिक्षम तत्र जायते । । ---श्री संवत 2072 का प्रारम्भ 20 /03 /2015 शुक्रवार के दिन 15 /05 पर कर्क लग्न में होगा । तत्कालीन ग्रहों स्थिति के अनुसार भारत की प्रभावित राशि कर्क लग्न +लग्नेश सभी तरह से बलवान होने से भारत माता का विस्व में ओहदा बढ़ेगा । ---संवत -2072 -अर्थात -2015 के ज्येष्ठ{मई } ,आषाढ़{जून } ,भाद्रपद{सितम्बर } और मार्गशीर्ष{नवम्बर } में विशेष उपद्रव होंगें । भारतीय वर्ष की कुण्डली के आकलन से विदित होता है कि भारत के पश्चिमी भूभाग -भुज ,कछ एवं राजस्थान के पश्चिमी भाग में अपद्रवी कोहराम मचा सकते हैं । शनि की दृस्टि से मई ,जून ,सितम्बर ,नवंबर ,दिसंबर -2015 एवं जनवरी 2016 में भारतीय क्षेत्रों में उपद्रवी से बचने के लिए विशेष सावधानी बरतनी पड़ेगी । राजतन्त्र के राजा सूर्य इस संवत -2072 में चतुर्ग्रही योग में केतु से पीड़ित हैं -अतः सरकार के विरोधी सक्रीय निरंतर रहेंगें । देश के प्रभावी नेता संकट के घेरेमें आ सकते है । दिनांक -14 /04 /2015 वैशाख कृष्ण पक्ष दशमी तिथि मंगलवार के दिन 13 /47 पर सूर्यदेव अश्विनी नक्षत्र मेष राशि में प्रवेश करेंगें । इस वर्ष सौर वर्ष की शुरुआत भी कर्क लग्न से हो रही है ---इसके अनुसार सूर्यदेव पाप ग्रहों से पीड़ित हैं और विस्व कुण्डली में सुख का देवता शुक्र स्वग्रही आय भाव में विराजमान हैं जो वर्ष के राजा शनि से दृष्ट सम्बन्ध बना लिया है ---अतः शुक्र तामसी वृति वाले राक्षसों का गुरु है -इस कारण इस वर्ष असत्कर्मचारी हिंसक वृत्तिवालों को सर्वाधिक लाभ मिलेगा । इस्लाम बाहुल्य देश आपस में उलझते रहेंगें -{इससे इनको बचना चाहिए } ---शनि के विषय में यह उक्ति है --"शनैश्चरै भूमिपतौ सकृज्जलं प्रसूत रोगैः परिपीडयते जनाः । शुद्धं नृपाणां गत तस्करादयैर भ्रमन्ति लोका छुधिताश्च देशान । । अर्थात शनि सौर जगत्कुण्डली के ज्ञान भाव में बैठा है । विस्व की सात्विक सोच को ग्रहण लगायेगा । सभी देश अपनी -अपनी सुरक्षा के लिए चिंतित तो रहेंगें ही पर एक दूसरे पर हावी होने के लिए हथियारों की प्रमुखता भी देंगें । बारूद की ढेर पर खड़ा विस्व समुदाय विस्व युद्ध की पुकार करेंगें । --कर्क राशि में उच्च का गुरु 14 /07 /2015 तक भारत एवं भारतीय जनता पार्टी के लिए अनुकूल रहेगा । खेल जगत एवं विज्ञानके क्षेत्र में मान सम्मान देश का बढ़ेगा । गुरु ग्रह की कृपा से भारत एवं भारतीय उन्नति के पथ पर अग्रसर रहेंगें । --------आगे श्री हरि कृपा --भवदीय ----खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ ----ॐ --ज्योतिष और कर्मकाण्ड की अनन्त बातों को जानने हेतु इस लिंक पर पधारें --https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut














