महिलाओं को लाभ तो गरीबों को खुशहाली मिलेगी =2016 पढ़ें - कभी यह आलेख लिखा था -ज्योतिषी झा मेरठ
नववर्ष=2016 यानि संवत =2073 का आगमन होने वाला है तो जिज्ञासा भी उठ रही होगी मन में तो जानिए नववर्ष यानि श्रीसम्वत् में ज्योतिष की दृष्टि में --"कन्यायां सुस्थिरा प्राच्यांघृतेमहर्घतामता ,मरिर्दक्षिण देशस्यात्तथा बंगेप्युद्रवाः,चतुष्पदसुखं प्राच्या मुदीच्यां राजविग्रहः ,मध्यदेशे प्रजाभंगः समर्घत्वं घृतेपुनः | | --अर्थात नववर्ष की शुरुआत कन्या लग्न से हो रही है जिसके प्रभाव से प्रारम्भ में स्थिरता देखने को मिलेगी । दक्षिण भारत एवं बंगाल में उपद्रव होंगें ,साथ ही प्राकृतिक प्रकोप से जनता को दुःख रहना होगा । मध्य भारत -भोपाल ,नागपुर ,हैदराबाद के समीप कहीं भी राजविग्रह से क्षति होगी । घी ,तेल ,अन्न आदि खाद्य पदार्थ के दाम बढ़ेंगें । नववर्ष में भारतीय तीन राज्यों में सत्ता परिवर्तन होगा । भारतीय उत्तरी भाग कश्मीर को लेकर भारी झगड़े -झमेले होंगें । सीमाओं पर युध की परिस्थिति आ सकती है । -वैसे -श्रीसंवत=2073 का प्रारम्भ 07 /04 /2016 शाम 4 /54 पर हो रहा है । लग्न का मालिक त्रिक स्थान में निर्बल है साथ ही बुध ही नववर्ष का मन्त्री भी है इसका मतलब है मन्त्रीजी की बात नहीं सुनी जाएगी । नववर्ष का राजा शुक्र है और वर्ष कुण्डली में भाग्य का और धन का स्वामी होकर सूर्य एवं चन्द्र के साथ केंद्र में विराजमान है इससे यह बात पक्की है कि पूरे साल राजतन्त्र पर शुक्र का अधिकार रहेगा ----शुक्र के कारण अत्यंत गरीब तबका ,अल्पसंख्यक ,तामसवृति वाले लोग एवं महिलाओं का रहनुमा रहेगा नववर्ष =2016 -ऐसे लोगों को हर संभव सहायता अवश्य मिलेगी । आगे श्री हरि कृपा ।- भवदीय ----खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ ----ॐ --ज्योतिष और कर्मकाण्ड की अनन्त बातों को जानने हेतु इस लिंक पर पधारें --https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut















