ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ

ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ
ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ 1 -कुण्डली मिलान का शुल्क 2200 सौ रूपये हैं | 2--हमसे बातचीत [परामर्श ] शुल्क है पांच सौ रूपये हैं | 3 -जन्म कुण्डली की जानकारी मौखिक और लिखित लेना चाहते हैं -तो शुल्क एग्ग्यारह सौ रूपये हैं | 4 -सम्पूर्ण जीवन का फलादेश लिखित चाहते हैं तो यह आपके घर तक पंहुचेगा शुल्क 11000 हैं | 5 -विदेशों में रहने वाले व्यक्ति ज्योतिष की किसी भी प्रकार की जानकारी करना चाहेगें तो शुल्क-2200 सौ हैं |, --6--- आजीवन सदसयता शुल्क -एक लाख रूपये | -- नाम -के एल झा ,स्टेट बैंक मेरठ, आई एफ एस सी कोड-SBIN0002321,A/c- -2000 5973259 पर हमें प्राप्त हो सकता है । आप हमें गूगल पे, पे फ़ोन ,भीम पे,पेटीएम पर भी धन भेज सकते हैं - 9897701636 इस नंबर पर |-- ॐ आपका - ज्योतिषी झा मेरठ, झंझारपुर और मुम्बई----ज्योतिष और कर्मकांड की अनन्त बातों को पढ़ने हेतु या सुनने के लिए प्रस्तुत लिंक पर पधारें -https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut

सोमवार, 9 अक्टूबर 2023

2013 नेट की दुनिया में अब मैं पूर्ण रूप से सशक्त हो चूका था -पढ़ें- भाग -35 -ज्योतिषी झा मेरठ



"मेरा" कल आज और कल 2013 -नेट की दुनिया में अब मैं पूर्ण रूप से सशक्त हो चूका था |लोग ज्योतिष के अनन्त लेखों को पढ़ चुके थे| अख़बार और चैनलों पर से रूचि उठ चुकी थी| अब कुछ नया लिखना चाहते थे --तो राजनीति के योद्धाओं के बारे में लिखने लगा | इससे पूर्व प्रणवदा ,डॉक्टर श्री मनमोहन सिंह के आलेख लिख चुके थे | भारत की नई राजनीति की दिशा चालू होने वाली थी --तो श्री नरेंद्र मोदी ,श्री राहुल गाँधी ,श्रीमती सोनिया गाँधी --इनके बारे में लिखा --यहाँ मेरी सोच थी दिवंगत नेताओं के बारे में नहीं --जो वर्तमान के धुरन्धर नेतागण हैं --इनके बारे में लिखें साथ ही अपनी कसौटी को परखें --इन आलेखों की वजह से भी मैं प्रचलित हो रहा था | अब मुझे विदेशों से बहुत फोन आते थे साथ ही हमारे आलेखों को पढ़ते भी थे एवं फ्री ज्योतिष सेवा का लाभ भी लेते थे | --यद्यपि हमारा रोजगार कर्मकाण्ड जगत से था एवं लोगों को भी रोजगार दे रहा था | ईस्वर की क्या कृपा है समझ नहीं आया --शादी के बाद लोग कमाने जाते हैं पर मैं सबकुछ बेचकर पढ़ने गया | जब बच्चे हो जाते हैं तो लोग बच्चों को पढ़ाते हैं किन्तु मुझे दो बेटियां थीं- इसके बाद भी हारमोनियम सीखने लगा | आज फिर जब रोजगार से परिपूर्ण था तो फिर नेट की दुनिया में आया ---इसका एक यह कारण था ---धनातधर्मः ततः सुखं --धन से धर्म करना चाहिए तभी सुख मिलता है --अब मैं कोई भूल नहीं करना चाहता था --मेरे पास धन बहुत होता पर बच्चे सुखी नहीं होते तो धन किस काम का --अतः अपनी बेटियों को उतनी ही शिक्षा देना चाहता था --जिससे उसका वर्तमान और भविष्य दोनों सुरक्षित रहे , कार्यरत नहीं बनाना था ,ऐसे घर में देना था जहाँ माता पिता की जिम्मेदारी न हो बल्कि माता पिता ही कुछ दें ,पति कार्यरत ऐसे हों जो अपना भविष्य स्वयं निर्माण करें , धन से धर्म करें ,संस्कारों से युक्त हो कोई उसे यह न कहे कि --पिता घर -घर जाकर सत्यनारायण कथा करता है इसीलिए बेटी ऐसी है | ---यह सोचते हुए मैं एक आधुनिक ज्योतिषी बनना चाहता था --अपने आप को भले ही सरकारी या कम्पनी में कार्यरत न था पर मेरी पहचान इससे कम न रहे मेरा महत्व डॉक्टर ,इंजीनियर इंस्पेकर से कम न हो इसलिए --कर्मकाण्ड की दुनिया से अलग हुआ | --आजकल विवाह करना बड़ी बात नहीं है --बड़ी बात है --अच्छा घर ,अच्छा वर ,अच्छा परिवार ,अच्छा समाज --सुन्दर आदान -प्रदान ---इसको कहते हैं कुण्डली मिलान| आज मेरी बड़ी बेटी ऐसे परिवार में है --तो यह सोच हम दोनों प्राणी की है ,ऐसे हम दोनों के संस्कार हैं तभी संभव है | --मेरी सोच है उपदेश देने से पहले --पालन करना होता है --यथा राजा तथा प्रजा | --ऐसा नहीं है कि मैं दूध का धुला हूँ पर जो मैं कर सकता हूँ या जो मुझे करना चाहिए --इसका एक प्रयास किया है| -----अस्तु ---मैं अपने कर्मकाण्ड जगत से किनारा करता गया और ज्योतिष की दुनिया में बढ़ता गया --अब मैं मेरठ मैं बैठे -बैठे ही समझने लगा --चीन किधर है ,जापान किधर है ,ऑस्ट्रेलिया ,जर्मन ,फ्रांस ,ब्रिटेन ,यानि लोगों को फ्री सेवा देता गया --हमारी बोलने की लिखने की समझने की झमता बढ़ती गयी ---आगे चर्चा करूँगा --2014 की -- --ॐ |-अब शनि दशा की चर्चा आगे करेंगें -ॐ ----आपका -खगोलशास्त्री झा मेरठ --ज्योतिष से सम्बंधित सभी लेख इस पेज https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut में उपलब्ध हैं

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खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ

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