ॐ --भाद्र कृष्णपक्ष सप्तमी -शुक्रवार -15 -अगस्त 2025 को स्वतंत्र भारत की वर्ष कुण्डली में वृष लग्न उदित है | सप्तमेश मंगल द्वितीय भाव में स्थित है | मंगल की शुभ दृष्टि अष्टम और नवम भाव पर पड़ रही है | सितम्बर सन -2025 में स्वतंत्रता की कुण्डली में मंगल की महादशा का आरम्भ होगा | भारत और पड़ौसी राष्ट्रों के मध्य चले आ रहे सैन्य -सम्बन्ध अधिकाधिक उग्र हो जायेंगें | भारत और मित्र राष्ट्रों का सैन्य -आयात -निर्यात भी बढ़ोत्तरी की ओर अग्रसर होगा | भारत का राजनैतिक वातावरण एक नवीन दिशा और आयाम की ओर उन्मुख होगा | इस सन्दर्भ में अनेक राजनीतिक और राजनैतिक परिवर्तन संभव है | सैन्य उत्पादन के क्षेत्र में भारत विशेष प्रगति करना आरम्भ करेगा | भारत की संवैधानिक व्यवस्था में मूल -भूत शुभ परिवर्तन आने प्रकट हों जायेंगें | आने वाले भविष्य में भारतीय शिक्षा प्रणाली में सैन्य शिक्षा को सम्मिलित किया जाये ऐसे स्वर भी उठ सकते है | एक राष्ट्र एक चुनाव और सम्मान नागरिक संहिता -जैसे संवैधानिक संशोधन पर आगे के लक्ष्य की ओर कार्य संभव है |
---भारत के सैन्य सशक्तिकरण के लिए युगान्तकारी नीतियों का गठन एवं संचालन होगा भारतीय नौसेना के आधुनिकीकरण के लिए विशेष नीतियां क्रियान्वित होगी | भारतीय नौसेना का दबदबा हिन्द के साथ -साथ प्रशान्त महासागर में भी अनुभव होगा |
---प्राकृतिक आपदाओं ,विमान -दुर्घटना ,रेल दुर्घटना और मजहबी हिंसा आदि के कारण सेना और अर्ध -सैनिक बलों पर अतिरिक्त कार्य भार आना संभव है | अतः उचित व्यवस्था बनायें | धर्म की रक्षा के लिए आर्य सेनाएं गर्जना करेगी | बांग्लादेश में भारतीय सेनाओं को जन -कल्याण के लिए सदैव हस्तक्षेप करने की आवश्यकता पड़ सकती है | यह परिस्थिति म्यांमार में भी उपस्थित होने की प्रबल आशंका रहेगी | शीर्ष नेतृत्व को उक्त ग्रह संकेत के अनुसार समय रहते नीति -निर्धारण कर लेना चाहिए | नेपाल में भी कम्युनिष्ट कट्टरवादी षड्यंत्र की रचना कर रहे हैं -ऐसा ज्योतिषीय संकेत है | आने वाले कुछ वर्षों तक चुनावों के वातावरण का निर्माण -सैन्यबल -की चर्चा पर आधारित रहेगा | भूटान और भारत के बीच निकटता उत्तरोत्तर बढ़ती जायेगी | श्रीलंका के साथ भी भारत के सम्बन्ध नवीन दिशा की ओर बढ़ेंगें | राजनैतिक उन्नति उन राजनेता और राजनैतिक दलों को प्राप्त होगी जो कि सैन्य सशक्तिकरण और सैन्य शक्ति प्रदर्शन दोनों पर कार्य करेंगें |
---दीपावली और आंग्ल नववर्ष के आसपास जनता में शोक और चिंता अनुभव हो सकती है | फरवरी से मई -2026 तक का समय सरकार और जनता के लिए आंशिक शुभ ग्रह संकेत दिखा रहा है | इस समयावधि में सशत्र सेनाओं को सामरिक जय अनुभव हो सकती है | राष्ट्र में भी उत्साह और नवीन ऊर्जा अनुभव हो सकती है | ग्रीष्म ऋतु में भारत के शीर्ष नेतृत्व के परिपेक्षय में स्वास्थ और सुरक्षा से सम्बंधित दुःखद सूचना के कारण देश में उदासी का भाव अनुभव हो सकता है | - भवदीय --भवदीय निवेदक खगोलशास्त्री झा मेरठ -ज्योतिष की समस्त जानकारी के लिए इस लिंक पर पधारें khagolshastri.blogspot.com






















