कनकधारा लक्ष्मी स्तोत्र का महत्व -सुनें !ज्योतिषी झा {मेरठ }
दोस्तों -एकबार श्रीशंकराचार्यजी ने एक गरीब महिला से भिक्षा मांगी ,धनाभाव के कारण वो महिला घर में रखें आंवला भिक्षा में दिए । भगवान शंकराचार्य को उस महिला पर दया आगयी --तभी उसके आँगन में इस कनकधारा स्तोत्र का पाठ किया -जिसके प्रभाव से वही आवला स्वर्ण रूप में परिवर्तित हो गए । तब से कोई भी व्यक्ति इस स्तुति के पाठ से धन से युक्त जाता है । ॐ आपका - ज्योतिषी झा मेरठ, झंझारपुर और मुम्बई----ज्योतिष और कर्मकांड की अनन्त बातों को पढ़ने हेतु या सुनने के लिए प्रस्तुत लिंक पर पधारें https://www.facebook.
com/Astrologerjhameerut
com/Astrologerjhameerut
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें