"वास्तु के अनुकूल हैं " अग्नि कोण +दक्षिण दिशा"-पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
-अग्निकोण
-के स्वामी "अग्निदेवता " हैं ,और स्वामी ग्रह सौन्दर्य एवं भौतिक सुखों
के दाता "शुक्रदेव "हैं | यहाँ अग्नि सम्बंधित कार्य ,रसोई ,जनरेटर ,भट्ठी
का होना शुभ रहता है | इस दिशा में अंडरग्राउंड जलाशय ,बोरिंग ,नलकूप होने
से रहने वाले लोंगों पर बुरा असर पड़ता है --अतः जब भ भवन का निर्माण करें
इसका विचार अवश्य करें |
-------दक्षिण दिशा ----के स्वामी यम
देवता हैं 1 स्वामी ग्रह और सेनापति मंगलदेव हैं | यहाँ का फर्श का लेवल
एवं मकान की ऊँचाई उत्तर की अपेक्षा ऊँची ,और उत्तर की अपेक्षा कम खुला
स्थान के साथ -साथ भारी निर्माण लाभप्रद होता है |
---अस्तु
----किसी भी भवन के निर्माण के समय अग्निकोण में अग्निके के सिवा जल का
स्थान नहीं होना चाहिए और साथ ही दक्षिण दिशा खाली नहीं होनी चाहिए
क्योंकि दिक्षिण की हवा जब घर में प्रवेश करती है तो रोग उत्पन्न होते हैं
इसलिए दक्षिण दिशा में भारी वास्तु रखनी चाहिए |----प्रेषकः -ज्योतिष सेवा
सदन {मेरठ -भारत } परामर्श हेतु सूत्र -09897701636 +09358885616--- आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं पखकर देखें https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut

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