ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ

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ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ 1 -कुण्डली मिलान का शुल्क 2200 सौ रूपये हैं | 2--हमसे बातचीत [परामर्श ] शुल्क है पांच सौ रूपये हैं | 3 -जन्म कुण्डली की जानकारी मौखिक और लिखित लेना चाहते हैं -तो शुल्क एग्ग्यारह सौ रूपये हैं | 4 -सम्पूर्ण जीवन का फलादेश लिखित चाहते हैं तो यह आपके घर तक पंहुचेगा शुल्क 11000 हैं | 5 -विदेशों में रहने वाले व्यक्ति ज्योतिष की किसी भी प्रकार की जानकारी करना चाहेगें तो शुल्क-2200 सौ हैं |, --6--- आजीवन सदसयता शुल्क -एक लाख रूपये | -- नाम -के एल झा ,स्टेट बैंक मेरठ, आई एफ एस सी कोड-SBIN0002321,A/c- -2000 5973259 पर हमें प्राप्त हो सकता है । आप हमें गूगल पे, पे फ़ोन ,भीम पे,पेटीएम पर भी धन भेज सकते हैं - 9897701636 इस नंबर पर |-- ॐ आपका - ज्योतिषी झा मेरठ, झंझारपुर और मुम्बई----ज्योतिष और कर्मकांड की अनन्त बातों को पढ़ने हेतु या सुनने के लिए प्रस्तुत लिंक पर पधारें -https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut

गुरुवार, 12 अक्टूबर 2023

"मेरा" कल आज और कल -पढ़ें ?--- भाग -39 -ज्योतिषी झा मेरठ



"मेरा" कल आज और कल -पढ़ें ?--- भाग -39 -ज्योतिषी झा मेरठ

बड़ा पुत्र होना वरदान या अभिशाप है ---अपनी कसौटी पर परखने के बाद ही अहसास किया जा सकता है | --रामचरित मानस में श्री राम का राज्याभिषेक होते ही पाठ पूर्ण हो जाता है जबकि वस्तुतः --उत्तरकाण्ड के बिना रामायण अधूरी है --यह बात केवल ज्ञानी पुरुष ही समझ सकता है | --अस्तु --मुझे जो कुछ भी मिला है वो पिता की देन है वो न होते तो मेरा क्या अस्तित्व होता | हर पिता अपने बड़े पुत्र को अपने अनुसार ढालना चाहते हैं --परिणाम यह होता है --माँ को बड़ा पुत्र तभी खो देता है जब पिता की राह चलता है | मेरे साथ ऐसा ही हुआ --पिता की बताई राह पर चला तो --पिता में ही समा गया --मुझे भले ही पिता ने कुछ दिखाया नहीं, बताया नहीं पर अनुसरण मैं पिता का ही करता गया | पिता मान हैं ,पिता शान हैं ,पिता अभिमान भी हैं किन्तु --ममतामयी नहीं हो सकते --यह आशीर्वाद केवल छोटी सन्तान को माँ से मिलती है | जीवन भर पिता के वसूलों पर चलते -चलते --बड़ा पुत्र --न भाई का न बहिन का ,न माँ का ,न परिजनों का होता है बल्कि उसे हर वो काम करना होता है --जिससे पिता को ठेंस न पहुंचे --अन्त में उसे मृत्यु के सिवा कुछ नहीं दिखता है | मेरे साथ ऐसा ही हुआ | पिता आश्रम छोड़ कर आ गए उम्र थी --13 वर्ष --फिर कभी देखने नहीं गए --गयी तो माँ और नानी देखने | आश्रम से निकाला तो --पिता नहीं ताऊ छोड़ आये | पातेपुर जिला वैशाली पढ़ने गए तो खुद गए | मेरठ आये तो खुद आये | शादी करबादी --पर सारा कर्य मुझ पर डाल दिए | घर की गरीबी थी तो हमने गरीबी हटाई --पूजा से, दान से, कमाई से | मुझे किसी ने --15000 दिए पढ़ने के लिए --1995 में वो सारा धन से ईंट खरीदी | पतनी का मंगलसूत्र बेचा तो पिता के कहने से | पतनी का आदर नहीं किया तो ये सोचता था पिता हैं न देख लेंगें पर कभी देखा नहीं | जब पिता को मजबूत किया तो सबसे कमजोर मैं ही हुआ | जीवन भर -सत्यं वद ,घर्मं चर - -यही सीखता रहा --यही करता रहा --पर मातृदेवो भव यह उच्चारण पहला होता है --यह एक शास्त्री होकर भी नहीं सीख पाया | जब पिता से हिसाब माँगा तो बोले काहे का हिसाब --जो दिया खाया | भाई -भाई का युद्ध हुआ तो मेरी दो कन्या थी --माता पिता -छोटे से बोले तू गरीब हो जायेगा क्योंकि तू अनपढ़ है ,ये पढ़ा लिखा है --ये कभी गरीब नहीं होगा | जब हिस्सा की बारी आयी तो मुझे कम और खराब भाग मिला --क्योंकि तब तक मुझे अकल आ चुकी थी --42 वर्ष का हो चूका था | जीवन भर सोचता रहा पिता को तकलीफ न हो --यह धर्म है यह अधर्म है | पर घर्म की परिभाषा लोग अपने -अपने अनुसार करते हैं ---मेरा एक ही घर्म था पिता की शान पर सदा खड़ा उतरु ---इसका परिणाम यह हुआ --न पतनी के हो सके , न माँ के हो सके न भाई -बहिन के हो सके न ही परिजनों के हुए ---अन्त में मृत्यु ही नजर आने लगी | ---2015 ,16 ,17 --तक आत्म मंथन करने के बाद --इस निष्कर्ष पर पहुंचा ---अपनी आत्मकथा लिखें --तो हो सकता है --कमी कहां रह गयी मिल जाय --पर लिखना बहुत आसान नहीं था --कई -कई रात निन्द नहीं आयी ,कई बार मोटर साइकिल से टकरा गया --चलता किघर और था मन कहीं और था ----जबकि 4 जी नेट था ,100 +500 रूपये की भरपूर मात्रा में सेवा चल रही थी | फ्री सेवा पूर्ण यौवनमें थी | गुजरात +राजस्थान के बहुत से लोग अमेरिका में रहते हैं | सेवा लेने के बाद 2 तीन लोग अमेरिका ले जाना चाहते थे --मेरा यह सपना --1994 वर्ष जब मैं मुम्बई में पढता था तो घर की माली हालत के कारण रह गया था --मैं अमेरिका जाना भी चाहता था ---पर होनी को किसने रोकी है ----आगे की चर्चा आगे करेंगें -----ॐ आपका - ज्योतिषी झा मेरठ----ज्योतिष और कर्मकांड की अनन्त बातों को पढ़ने हेतु या सुनने के लिए प्रस्तुत लिंक पर पधारें -https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut

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खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ

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