ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ
ऑनलाइन ज्योतिष सेवा होने से तत्काल सेवा मिलेगी -ज्योतिषी झा मेरठ 1 -कुण्डली मिलान का शुल्क 2200 सौ रूपये हैं | 2--हमसे बातचीत [परामर्श ] शुल्क है पांच सौ रूपये हैं | 3 -जन्म कुण्डली की जानकारी मौखिक और लिखित लेना चाहते हैं -तो शुल्क एग्ग्यारह सौ रूपये हैं | 4 -सम्पूर्ण जीवन का फलादेश लिखित चाहते हैं तो यह आपके घर तक पंहुचेगा शुल्क 11000 हैं | 5 -विदेशों में रहने वाले व्यक्ति ज्योतिष की किसी भी प्रकार की जानकारी करना चाहेगें तो शुल्क-2200 सौ हैं |, --6--- आजीवन सदसयता शुल्क -एक लाख रूपये | -- नाम -के एल झा ,स्टेट बैंक मेरठ, आई एफ एस सी कोड-SBIN0002321,A/c- -2000 5973259 पर हमें प्राप्त हो सकता है । आप हमें गूगल पे, पे फ़ोन ,भीम पे,पेटीएम पर भी धन भेज सकते हैं - 9897701636 इस नंबर पर |-- ॐ आपका - ज्योतिषी झा मेरठ, झंझारपुर और मुम्बई----ज्योतिष और कर्मकांड की अनन्त बातों को पढ़ने हेतु या सुनने के लिए प्रस्तुत लिंक पर पधारें -https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
शनिवार, 9 सितंबर 2023
"पति -पतनी में सामंजस्ता अर्थात "गण मिलान--पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
"पति -पतनी में सामंजस्ता अर्थात "गण मिलान"?--
------वैवाहिक जीवन में लोग सूझ -बूझ की परम आवश्यकता होती है --किसी की पतनी अच्छी होती है तो किसी के पति अच्छे होते हैं -किन्तु दोनें अच्छे हों तो सामंजस्ता निरंतर बनी रहती है ।कुछ लोग वैवाहिक जीवन अपने लिए नहीं औरों के लिए जीते हैं --ये स्थिति उत्पन्न न हो इसलिए गण का विचार करते हैं कुंडली मिलान में -----।
---------रक्षो गणः पुमान स्याचेत्कान्या भवन्ति मानवी ।
केपिछान्ति तदोद्वाहम व्यस्तम कोपोह नेछति ।।
--अर्थात -मुहूर्त कल्पद्रुम ग्रन्थ में कहा है -कि कृतिका ,रोहिणी ,स्वाति ,मघा ,उत्तराफाल्गुनी ,पूर्वाषाढ़ा ,उत्तरा षाढा ,इन नक्षत्रों में जन्म होने पर गण दोष मान्य नहीं होता है ।-- -------कृतिका रोहिणी स्वामी मघा चोत्त्राफल्गुनी ।
पूर्वा षाढेत्तराषाढे न क्वचिद गुण दोषः ।।
भाव -----वर- कन्या के राशि स्वामियों में मैत्री हो अथवा नवांश के स्वामियों में मैत्री हो तो गण आदि दुष्ट रहने पर भी विवाह पुत्र -पौत्र को बढ़ाने वाला सुखद प्रिय होता है ।
------नोट -अश्विनी आदि सभी नक्षत्रों के गुण ,कर्म ,स्वभाव ,परिक्षण परित्वेना --1-देवगण -2-नर गण -3-राक्षस गण -तीन विभागों में बांटा गया है ।
{1}-वर -कन्या दोनों एक गण के हों तो उत्तम सामंजस्ता रहती है ।
{2}-देव -नर हों तो मध्यम सामंजस्ता रहती है ।
{3}-देव -राक्षस हो तो -लडाई -झगडे के कारण सामंजस्ता नहीं रहती है ।----नोट -शारंगीय में कहा गया है -कि वर -राक्षस गण का और कन्या मनुष्य गण की हो तो विवाह उचित और सामंजस्ता रहती है ।इसके विपरीत वर मनुष्य गण का एवं कन्या राक्षस गण की हो तो विवाह उचित नहीं रहता अर्थात सामंजस्ता नहीं रहती है ।।
------निवेदक पंडित कन्हैयालाल "झा शास्त्री "---प्रेषकः खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ
- - परामर्श हेतु सूत्र -09897701636 +09358885616--- आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं पखकर देखें https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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कुंडली मिलान का प्रथम "वर्ण "विचार ---पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
कुंडली मिलान का प्रथम "वर्ण "विचार ?-
-------कर्कमीनालयोविप्राः सिंहो मेषो धनुर्न्रेपाः ।
कन्या वृष मृगा वैश्यः शूद्रा युग्म तुला घटाः ।।
------भाव =कर्क ,मीन,वृश्चिक ये तीन राशियाँ -ब्राह्मण वर्ण की हैं ।--मेष ,सिंह ,धनु क्षत्रिय वर्ण की ,कन्या ,वृष ,मकर वैश्य वर्ण की और मिथुन ,तुला ,कुम्भ ये तीनो राशियाँ शूद्र वर्ण की शात्रों में कही गई हैं ।
----अर्थात ----यदि वर -कन्या समान वर्ण वाली राशियों में जन्मे हों तो उत्तम रहते हैं ---या कन्या से वर का वर्ण उत्तम हो तो अति उत्तम मानते हैं --परन्तु कन्या से वर का हीन वर्ण हो तो --दाम्पत्य जीवन में नीरसता रहती है ।---- "हीन वर्णों यदा राशि राशीशो वर्ण उत्तमः ।
तदा राशीश्वरो ग्राह्यस्तद राशि चैव चिन्तयेत ।।
अतः वर -कन्या में वर्ण दोष होते हुए भी मान्य नहीं है ,क्योंकि रशिशों के स्वामियों की प्रतिकूलता है तो ----।। नोट --दाम्पत्य जीवन सुन्दर हो इसलिए कुंडली का सही मिलान बहुत ही जरुरी है ---जबकि जोड़ा तो विधाता ने पहले ही बना दिया ?------प्रेषकः ---प्रेषकः खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ - - परामर्श हेतु सूत्र -09897701636 +09358885616--- आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं पखकर देखें https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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शुक्रवार, 8 सितंबर 2023
"केतुरत्न"लहसुनिया कब ,क्यों और कैसे पहनें --पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
"केतुरत्न"लहसुनिया कब ,क्यों और कैसे पहनें "झा शास्त्री "?"
----केतु ग्रह से पीड़ित व्यक्ति ही लहसुनिया रत्न धारण करते हैं । दिन शनिवार शुभ लग्न एवं शुक्ल पक्ष में कुण्डली का सही आकलन करके पहनना चाहिए ।--------लहसुनिया का महत्व -----लहसुनिया रत्न को आंग्ल{अंग्रेजी } भाषा में-कैट्स आई कहते हैं । बिल्ली की आंख -जैसी चमकवाला सफेद ,नारंगी ,हरा रंग का होता है यह रत्न । जब भी कार्यों में बाधा आती है ,चोट लगती है ,साथ ही दुर्घटना का भय सा प्रतीत होने लगता है ,तथा उन्नति में बाधाऐं आने पर लहसुनिया रत्न सही परामर्ष से धारण करना चाहिए यद् रहे अगर परेशानी का कारन केतु हो तभी यह रत्न धारण करना चाहिए ।
-------नोट --आज के वैज्ञानिक युग में भी हैम आस्थाओं को महत्व देते हैं इसलिए विस्वास रखना बहुत जरुरी है । पर इसका मतलब यह भी नहीं है कि रत्नों को अपने भाग्यावरोध हटाने का यंत्र समझकर कर्म न करें रत्न अलंकार होते हैं कर्म तो सर्वोपरि होता है ।---
-प्रेषकः खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ --- - परामर्श हेतु सूत्र -09897701636 +09358885616--- आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं पखकर देखें https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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"गोमेद रत्न क्यों ,कब और कैसे पहनें --पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
"गोमेद रत्न क्यों ,कब और कैसे पहनें -झा शास्त्री {मेरठ } ---राहु ग्रह को खुश करने के लिए या फिर राहु ग्रह की बुरी दृष्टि से बचने के लिए गोमेद अंग्रेजी में जिरकॉर्न कहते हैं को पहनने ते हैं ।
------गोमेद रत्न ---- लाल धुएं के रंग का होता है । लाल, काला या पीला रंग युक्त गोमेद उत्तम माना जाता है । यह राहु के दोषों को दूर करने के लिए पहनना चाहिए । रोजगार में विशेष व्यवधान होने पर ,धन स्थिर नहीं रहता हो ,मन अशांत रहता हो ,घर में मन नहीं लगता हो तब सही कुण्डली का आकलन करके धारण करना चाहिए -गोमेद रत्न ।
-------गोमेद रत्न को आप खुद परख सकते हैं -------{1 }--असली गोमेद रत्न को गोमूत्र में 24 घंटे रखने पर गोमूत्र का रंग बदल जाता है । ={2 }----दूध में असली गोमेद रत्न डालने पर दूध का रंग गोमूत्र की तरह दिखने लगता है ।
--------धारण --बुधवार रात्रि 12 बजे के उपरान्त शुक्ल पक्ष एवं सही लग्न में धारण करना चाहिए ।--
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आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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"नीलम रत्न क्यों ,कब और कैसे धारण करें --पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
नीलम
रत्न को अंग्रेजी में ब्लू सेफाइर कहते हैं । मोर की गर्दन -जैसा हलके रंग
का यह नीलम रत्न होता है । यह शनि ग्रह का रत्न है । नीलम रत्न को
नीलमणी भी कहते हैं । नीलम रत्न धारण करने के कुछ ही घंटों बाद यह अपना
प्रभाव दिखाने लगता है। यदि नीलम रत्न को पहनने के बाद रात में भयावह सपने
आयें तो तुरंत इस रत्न को उतार देना चाहिए । अथवा कोई अनिष्ट हो तो भी उतार
देना चाहिए । शास्त्रों का मत है इस रत्न के साथ सर्वाधिक दैवीय शक्तियां
जुडी मानी जाती हैं । प्रमाण है -यह नीलम रत्न राजा से रंक या रंक से राजा
बनाने की भी --क्षमता रखता है । यदि किसी के लिए शुभ हो कुंडली के अनुसार तो
रातों -रात भाग्य बदल देता है अन्यथा तबाही भी ला देता है ।
--------नीलम
की पहचान आप खुद करें ----{1 }-पानी से भरे कांच के गिलास में नीलम डालने
पर पानी में नीली किरणें निकलती हुई दिखाई देती है । {2 }-दूध के गिलास में
नीलम डालने पर दूध से नीली झाई दिखती है --अगर आपकी कसोटी पर यह बात खड़ी न
उतरे तो नीलम नहीं नीली होगी ।
-------नीलम -मकर एवं कुम्भ राशि के
उपर अपना प्रभाव रखता है किन्तु --कुण्डली का सही निरिक्षण कर धारण करें
---धारण का समय शुक्ल पक्ष दिन शनिवार शुभ मुहूर्त में ।--
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"हीरा रत्न क्यों कब और कैसे पहनें --पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
"हीरा रत्न क्यों कब और कैसे पहनें ?"
----हीरा रत्न को अंग्रेजी भाषा में डायमंड स्टोन कहते हैं । वृष एवं तुला राशि के साथ -साथ कुंडली में शुक्र की स्थिति को देखकर धारण करना चाहिए हीरा का स्वामी शुक्र है ।-------हीरा का रंग स्वेत ,कठोर जिसे हम नहीं खुरच सकते हैं न ही घिस सकते हैं एवं जिससे लाल -नीली किरणें निकलती हैं ,साथ ही हीरा में काले रंग के बिंदु न हों तो वह हीरा उत्तम दर्जे का होता है । -----हीरा रत्न को सभी रत्नों का सरताज माना जाता है । शुक्र समृद्धि और वैभव का प्रतीक कुंडली में माना जाता है । इसलिए हीरा रत्न धारण करने से जातक पर बल ,कामेच्छा और व्यापारियों के कारोबार की वृद्धि होती है । घर में पति -पत्नी की कलह दूर करने के लिए हीरा रत्न धारण करना उचित रहता है ।
------- हीरा रत्न की पहचान आप इस प्रकार से कर सकते हैं --------- {1 }गरम दूध में हीरा डालने पर दूध जल्दी ठंढा हो जाता है । --{2 }-पिघले हुए घी में हीरा डालने पर घी शीघ्र जमने लगता है ---{3 }-धूप में रखे हीरे से सतरंगी किरणें निकलती दिखाई देती है ।
नोट आपकी कसौटी पर हीरा सटीक उतरे तो हीरा होगा अन्यथा जरकिन उपरत्न हो जायेगा ----इसे शुक्रवार को उचित लग्न एवं शुक्ल पक्ष में धारण करना चाहिए ।-----
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"पुखराज रत्न "क्यों ,कब और कैसे पहनें ---पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
"पुखराज रत्न "क्यों ,कब और कैसे पहनें ?"
हमारे
जीवन को प्रभावित करते हैं"रत्न " इसलिए हमलोग करते भी हैं यत्न | परन्तु
रत्न से ही समाधान होगा ऐसा नहीं है ,उत्तम समाधान तो कर्म ही होता है
किन्तु जब हम भौतिक जीवन की कामना करते हैं तो हमें भौतिक वस्तु की लालसा
ही हमें "रत्न " की प्रेरणा देती है और हम चाहकर भी रत्न से दूर नहीं हो
पाते हैं ||
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"पन्ना रत्न "क्य़ों ,कब और कैसे पहनें ----पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
"पन्ना रत्न "क्य़ों ,कब और कैसे पहनें ?"
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गुरुवार, 7 सितंबर 2023
"मूंगा रत्न "क्यों ,कब और कैसे पहनें ---पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
"मूंगा रत्न "क्यों ,कब और कैसे पहनें ?"
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सोमवार, 4 सितंबर 2023
"मोती रत्न"क्यों कब और कैसे पहनें ---पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
"मोती रत्न"क्यों कब और कैसे पहनें ?"
चंद्रमा का रत्न "मोती " है आंग्ल भाषा [अंग्रेजी में -पर्ल -कहते हैं |
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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शुक्रवार, 1 सितंबर 2023
माणिक रत्न क्यों कब और कैसे धारण करें --पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
रत्नों को ज्योतिष शास्त्रों में अलंकार [शोभा ] कहा गया है |जीने की सबकी तमन्ना होती है ,उसमें भी धन रूपी शोभा के बिना जिस प्रकार से जीवन निरस हो जाता है -ठीक "ज्योतिष में भी रत्नों के बिना-ज्योतिष विद्या -निष्फल सी लगने लगती है ||--अस्तु -रत्न हमारे शरीर की शोभा तो बढ़ाते ही हैं किन्तु बिपरीत परिस्थिति में हमारी रक्षा भी करते हैं -चाहे वो धन की हो ,मर्यादा की हो ,या ग्रहों के दोष की हो ,ये सभी प्रकार से हमारी रक्षा करते हैं | किन्तु रत्न -यदि रत्न न हो -तो रक्षा भी न के बराबर ही हमारी करते हैं |नवग्रहों के हिसाब से -नवरत्न हैं और नव उपरत्न भी हैं | आज अनंत रत्न हैं ,अनंत मत हैं ,इसलिए हम सत्य की पहचान करने में असत्य की ओर भागने लगते हैं | "ज्योतिष "के अनुसार रत्न ही पहनें और केवल वो रत्न पहनें जो -हमारी सभी प्रकार से रक्षा करे एवं जब विशेष दिक्कत हो धन की- तो ये धन रूप में बिक भी जाय -इस प्रकार के रत्न पहनने चाहिए ,और इसकी जब तक सही परख न हो तो हम रत्न धारण न करें ?--- ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार -सूर्य -आत्मा पर ,चंद्रमा -मन पर ,मंगल धैर्य पर ,बुध -वाणी पर ,गुरु [बृहस्पति ]-ज्ञान पर ,शुक्र -वीर्य पर और शनि संवेदना पर प्रभाव डालते हैं |जन्म कुंडली में जो ग्रह नीच राशि में या कमजोर होते हैं उनका दुष्प्रभाव पड़ता है और जो ग्रह उच्च राशि में या बलवान होते हैं उनका शुभ फल भी मिलता है |ऐसी दशा में ग्रहों की दुर्बलता दूर करने के लिए उनसे सम्बंधित रत्न भी पहने जाते हैं । --- [1 ]-सूर्यरत्न=माणिक्य या रूबी -गुलाबी लाल रंग का होता है |इसे धारण करने से भाग्योदय होता है ,शत्रुओं का नाश होता है ,पदोन्नति होती है ,समाज में प्रतिष्ठा बढती है | जिस व्यक्ति की जन्म कुंडली में -सूर्य -शुभ भाव में स्थित हो उसे ही -माणिक्य धारण करना चाहिए। नोट -माणिक्य की पहचान इस प्रकार से करें -
[1 ]-गाय के दूध में माणिक्य डालने पर -दूध गुलाबी- सा दिखने लगता है ||
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
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ज्योतिष सेवा सदन अब -खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ का प्रादुर्भाव एक नजर -पढ़ें ?
"ज्योतिष सेवा सदन का प्रादुर्भाव ?एक नजर }" पढ़ें
अब-खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ---प्रिय
ज्योतिष पाठक गण हमने नेट की शुरुआत 2010 में की थी | ज्योतिष के आलेख
लिखना ऑरकुट से शुरू किया था --पर सही लेखक 2013 में बना था --यह समय
राजनीति की नई दिशा देने वाला था | एक नया भारत का निर्माण होने वाला था
---तो हमने भी अपने आप को कुछ बनने की तमन्ना की थी --यह ज्योतिष -2013 के
लेख मेरे गवाह हैं --ॐ |ध्यान दें --फ्री ज्योतिष सेवा -18 /02 /2019 में बन्द हो गयी है | -----
"ज्योतिष सेवा सदन
अब-खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ-
का प्रादुर्भाव ?एक नजर }" --ज्योतिष सेवा सदन
अब-खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ-
--एक
व्यक्तिगत सेवा सदन है । जिसका निर्माण -२०१० में हुआ । इस सदन का ध्येय
केवल देश -विदेशों रह रहे मित्रों के लिए है । कोई भी मित्र बनकर निःशुल्क
ज्योतिष सेवा सदन के सदस्य बन बन सकते हैं । ज्योतिष सेवा सदन -धन की लालसा
से नहीं अपितु प्रेम की जिज्ञासा से यह सेवा प्रदान करता है । शुल्क
इसलिए रखा गया है -ताकि जरुरत लोग ही मित्र बनकर सेवा प्राप्त करें । जहाँ
माँ सरस्वती होंगीं वहां माँ लक्ष्मी को आना ही पड़ता है । अर्थात --जब
ज्योतिष सेवा सदन आप मित्रों के हित में कार्य करेगा ,तथा उस हित से आपको
लाभ होगा तो आप भी ज्योतिष सेवा सदन के लिए सोचेंगें । प्राचीन युगों से ही
ब्राह्मण को-दक्षिणा यग्य के उपरांत ही दी जाती है जैसे -किसी भी पूजा में
-सर्वप्रथम सामग्री आती है ,पूजा के उपरांत हवन होता है--किन्तु भूदेव को
दक्षिणा यग्य सम्बंधित समस्त कार्य होने के उपरांत ही मिलती है ।अतः हम भी
उसी परम्परा के अनुसार कार्य करना चाहते हैं ।--विद्या ददाति विनयम विनया
द्याति पात्रताम । पात्रत्वा धन माप्नोति,धनात धर्मः ततः सुखम ।।-----भाव
-विद्या से विनय आनी चाहिए,और जब विनम्रता आती है --तो लोग सराहना करते
हैं,जब सराहना होती है -तो सम्मान भी मिलता है अर्थात समयानुसार मदद भी
मिलती है ,और जब मदद या सम्मान मिलता है -तो लोग धर्म अर्थात हित के कार्य
भी करते हैं ।।
------आशा ही नहीं उम्मीद है --ज्योतिष सेवा सदन और
अब खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ ,झंझारपुर और मुम्बई है के
निर्माता -पंडित कन्हैयालाल झा शास्त्री {किशनपुरी धर्मशाला देहल गेट मेरठ ।
के इन बातों पर भरोसा करेंगें ।। हमारे विचार से ---कुछ माँ के गर्भ से
रिश्ते- नाते बनाकर आते हैं,कुछ इस
भूमंडल पर बनाते हैं ,अतः जो भी मित्र - ज्योतिष सेवा सदन से जुड़ते हैं -वो
सभी मित्र पराये होकर भी अपने होते हैं ,जुड़े हुए सभी मित्रों को हम वही
सम्मान देते हैं --जैसे अपनों को देते हैं ।----भ्रमित न हों
---ज्योतिष सेवा सदन यानि खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ -आपके भाग्य को
नहीं बदल देगा ,बल्कि आपकी कुंडली में
प्राप्त भोग्य को ही दर्शायेगा । आपने जो किया है--आप जो पूर्व संचित कर
रखा है -उस बात की ही जानकारी देगा ज्योतिष सेवा सदन ---कर्मण्ये
बधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन ----किन्तु -ये भी सत्य है -ज्योतिष दूरगामी चीज
है जो प्रलोभन देती है ,राह बताती है ,एक सकून देती है--और सकून किसको
नहीं चाहिए --हम चाहकर भी ज्योतिष को विस्मृत नहीं कर सकते हैं । अतः
ज्योतिष का लाभ लेना भी चाहिए -और बताये हुए मार्ग पर चलना भी चाहिए ।
------ज्योतिष सेवा सदन यानि खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ --से जुड़ें
,अपने भविष्य में घटित घटना से कैसे
बचें ,एवं हमारी आपकी दुबारा बातचीत हो या न हो -किन्तु वार्षिक राशिफल
,व्यापार का आकलन ,ज्योतिष एवं कर्मकांड के लेखों के माध्यम से नित्य हम
आपतक पहुचते रहते है आगे भी पहुंचते रहेंगें । हमें आप अपना परिवार का
सदस्य समझें ।------ध्यान दें ----ज्योतिष सेवा निःशुल्क आजीवन देने की
तमन्ना थी पर नेट का जन -जन तक पहुँचने से हमारी सेवा को दिक्कत होने लगी
अतः फ्री सेवा -18 /02 /2019 में बन्द कर दी गयी |
{१}-जब भी आपको लगे कि हमें ज्योतिष सम्बंधित सलाह लेनी चाहिए --आप उक्त
नंबरों पर प्राप्त करें --9897701636 ,09358885616 --।।
{२}-आप अपनी स्वच्छा से आजीवन सदस्य बनें ,इसके लिए आपको परेशान नहीं करेगा
-ज्योतिष सेवा सदन अब खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ ।। {३}-अगर आपको लगता
है --ज्योतिष सेवा सदन-खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ आपके हित में कार्य
कर रहा है
,तो आप इसकी सराहना करें ,इससे जुड़ें - ज्योतिष और कर्मकाण्ड के अनन्त
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-----हमें जितना चाहिए वो परमात्मा की आप
मित्रों की कृपा से प्राप्त है । २३ धंटे-हम स्वार्थ के लिए जीते हैं -कितु
एक धंटा आप मित्रों के लिए जीना चाहते हैं यही सोच है हमारी ।।
भवदीय ज्योतिष सेवा सदन "झा शास्त्री " -खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ -
-प्रेषकः खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ --- - परामर्श हेतु सूत्र -09897701636 +09358885616--- आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं पखकर देखें https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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सोमवार, 28 नवंबर 2022
"संवत 2070 में "तम "नामक मेघ की स्थिति कैसी रहेगी --पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
सोमवार, 20 मई 2013--
-प्रिय ज्योतिष पाठक गण हमने नेट की शुरुआत 2010 में की थी | ज्योतिष के आलेख लिखना ऑरकुट से शुरू किया था --पर सही लेखक 2013 में बना था --यह समय राजनीति की नई दिशा देने वाला था | एक नया भारत का निर्माण होने वाला था ---तो हमने भी अपने आप को कुछ बनने की तमन्ना की थी --यह ज्योतिष -2013 के लेख मेरे गवाह हैं --ॐ |
"संवत 2070 में "तम "नामक मेघ की स्थिति कैसी रहेगी ?।"
इस वर्ष का मेघ का नाम "तम "है । सही अनुपात में वर्षा नहीं होने से अनेक
प्रकार के कष्टों से जनता दुखी रहेगी । संवर्तक नामक मेघ होने से दक्षिण
भारत में वर्षा विशेष होगी । अनेक जगहों पर बाढ़ से तबाही भी मचेगी । अस्तु
---आर्द्रा प्रवेश कुंडली के अनुसार वृष लग्न में सूर्य -आर्द्रा नक्षत्र
में प्रवेश करेंगें -तदनुसार चन्द्र पर मंगल की दृष्टि जल के लिए शोषक है
--जिसका प्रभाव अनेक राज्यों में विशेषकर उत्तर भारत में वर्षा का आभाव हो
सकता है । एवं शनि +राहु और मंगल का षडाष्टक योग ,सूर्य से पंचम राहु +शनि
,छठे नीच चन्द्र इत्यादि के कारण इस वर्ष कहीं अकाल कली स्थिति हो सकती
है । किन्तु दक्षिण भारत में -महाराष्ट्र ,उड़ीसा ,केरल ,तमिलनाडु आदि
राज्यों में भयंकर बाढ़ ,समुद्रजन्य विनाश हो सकता है । कहीं सूखे से फसलों
को हानि होगी तो कहीं बाढ़ व् अन्य प्राकृतिक प्रकोप के कारण त्राहि -त्राहि
मचेगी । किसान एवं जनता हो कष्ट होगी ।यथा ----वह्नि -वेदांत -नंदेंदा एतत संख्यासु भास्करः ।
तिथिश्वसा यदा याति कष्टदः शेषके शुभः । ।
प्रेषकः -पंडित कन्हैयालाल झा शास्त्री {मेरठ -भारत }--
---प्रेषकः खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ --- - परामर्श हेतु सूत्र -09897701636 +09358885616--- आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं पखकर देखें https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
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"संवत 2070अर्थात 2013+2014 में जलवायु की कैसी रहेगी स्थिति --पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
मंगलवार, 21 मई 2013
-प्रिय ज्योतिष पाठक गण हमने नेट की शुरुआत 2010 में की थी | ज्योतिष के आलेख लिखना ऑरकुट से शुरू किया था --पर सही लेखक 2013 में बना था --यह समय राजनीति की नई दिशा देने वाला था | एक नया भारत का निर्माण होने वाला था ---तो हमने भी अपने आप को कुछ बनने की तमन्ना की थी --यह ज्योतिष -2013 के लेख मेरे गवाह हैं --ॐ |
"संवत 2070अर्थात 2013+2014 में जलवायु की कैसी रहेगी स्थिति ?"
इस साल सप्तवायु में से "विवह " नामक वायु प्रभावी होगी । इस विवह वायु के
प्रभाव से विस्व के दक्षिणी और पश्चिमी भूभाग पर तथा समुद्र तद्वर्ती कुछ
भूभागों पर समुद्री तूफान ,भूचाल ,के साथ -साथ भूमध्यगत पृथ्वी पर वायु
तरंगों से भारी हानि होगी । कहीं -कहीं बाढ़ से भी भारी तबाही मचेगी ।
अस्तु -----इस वर्ष रोहिणी का निवास "समुद्र "में होने के कारण
कुछ राज्यों में अतिवृष्टि अर्थात भरी वर्षा होगी --{इसका मतलब की कहीं
सुनामी एवं कहीं बाढ़ की स्थिति रहेगी }---कहीं ज्वालामुखी प्रस्फुटित होगी
तो कहीं भूचाल से हानि होगी । ---संवत --2070 में जल का स्तर -केवल 25.7 है --जिस कारण से पंजाब
,हरियाणा ,आदि राज्यों में जल आवश्यकतानुसार नहीं प्रकृत देगा किन्तु
पृथ्वी के दक्षिणी भूभाग पर विशेष वर्षा से हानी होगी ।
-------- इस साल "वायु का स्तर 96 प्रतिशत रहेगा ---इसके प्रभाव से इस
साल पृथ्वी के अंतराल में "सीस्मो ग्राफिक वेवज "सक्रीय होगी और --भूकंप
,सुनामी टाटा ज्वालामुखी -विस्फोट से जन तथा धन की विशेह क्षति होगी । यह
स्थिति देशी + विदेशी समुद्री भूभाग पर विशेष रूप से घटित होगी ।
---प्रेषकः खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ --- - परामर्श हेतु सूत्र -09897701636 +09358885616--- आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं पखकर देखें https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
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"इस संवत का नाम "पराभव "है क्या हो सकता है इस वर्ष -पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
शुक्रवार, 24 मई 2013--
-प्रिय ज्योतिष पाठक गण हमने नेट की शुरुआत 2010 में की थी | ज्योतिष के आलेख लिखना ऑरकुट से शुरू किया था --पर सही लेखक 2013 में बना था --यह समय राजनीति की नई दिशा देने वाला था | एक नया भारत का निर्माण होने वाला था ---तो हमने भी अपने आप को कुछ बनने की तमन्ना की थी --यह ज्योतिष -2013 के लेख मेरे गवाह हैं --ॐ |ध्यान दें --फ्री ज्योतिष सेवा -18 /02 /2019 में बन्द हो गयी है | -----
"इस संवत का नाम "पराभव "है क्या हो सकता है इस वर्ष ?"
---सन 2013 +2014 अर्थात संवत -2070 -का नाम "पराभव "है -ज्योतिष
शास्त्रों में "पराभव "नामक संवत्सर का विश्लेषण ---जैसा कि नाम से ही
विदित होता है -अपनी -अपनी शक्ति, सामर्थ और बल का प्रयोग करने में कोई भी
कम नहीं होंगें ,चाहे राजनीति हो ,सत्ता के लिए युद्ध हो ,चाहे अपनी -अपनी
सीमाएं ही क्यों न हो ---जिस की लाठी उसकी भैंस ----सवाल सत्य का या असत्य
का नहीं संग्राम हमें जीतना है यही लक्ष सभी का होगा । -------अस्तु
---राजनैतिक दलों में परस्पर शक्तिपरीक्षण की भावना बलवती हो जाएगी ।
क्षुद्र ,धान्य ,बाजरा ,जौ ,एवं दलवाना आदि की फसल विशेष होगी । वर्षा
समयानुसार कम होगी । यथा --"पराभवाब्दे राज्ञां स्यात समरः सह शत्रुभिः । आमयः क्षुद्र सस्यानि प्रभुतान्यल्प वृष्टयः । ।
----किंवा ---इस पराभव संवत्सर में कुछ प्रान्तों में अकाल की स्थिति भी
बनेगी । अनाज एवं औषधियों के दाम पहुंच से अधिक होगी - तथा ग्रीष्म ऋतू में
वर्षा होगी -----"पीड़िताश्च प्रजाः सर्वाः क्षुधार्ता स्युः पराभवे
।धान्यों ष धानि नश्यन्ति ग्रीष्मे वर्षति माधवः । । ---इस संवत्सर 2070-का
राजा देवगुरु वृहस्पति हैं । शासन तंत्र में सुधार ,आर्थिक स्थिति पर
विशेष मंथन से नए आयाम उपस्थित होंगें । जनहित की नई -नई योजनाएं बनेंगी ।
---वर्तमान पराभव संवत्सर में ---सस्येस एवं नीरसेश दो पद मंगल ग्रह को
मिला है,मेघेस ,फलेस तथा दुगेश -ये तीनों पद वर्षेश गुरु शत्रुग्रह शुक्र
की मिला है । इस प्रकार 6 प्रमुख पद क्रूर ग्रहों को प्राप्त है --इससे
स्पष्ट होता है कि यह संवत --{2070 }अनेक राज्यों में भारी प्राकृतिक
आपदाओं से हानी होगी । गोचर ग्रहस्थिति के अनुसार प्रतिष्ठित शासनतंत्र
-सत्ता -सुखभोग रहे राजनीतिक दल एवं प्रतिष्ठित नेताओं के लिए
संकटपूर्ण समस्याओं को लेकर उपस्थित हो रहा है । इस पराभव - संवत के
उत्तरार्ध के लगभग परिणाम राजनीतिक जगत के लिए आश्चर्य जनक सिद्ध होंगें ।---------प्रेषकः खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ --- - परामर्श हेतु सूत्र -09897701636 +09358885616--- आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं पखकर देखें https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
आत्मकथा क्यों लिखी या बोली सुनें -ज्योतिषी झा मेरठ
दोस्तों आत्मकथा एक सोपान हैं | प्रथम सोपान एक से तैतीस भाग तक ,दूसरा सोपान तैतीस भाग से बानवें भाग तक और अन्तिम सोपान बानवें भाग से अन्त तक -इसके बारे में कुछ कहना चाहता हूँ सुनें --आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलती है कि नहीं परखकर देखें -
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"शेयर मार्केट जून -2013{ज्योतिष की दृष्टि में }-पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
शुक्रवार, 31 मई 2013--
-प्रिय ज्योतिष पाठक गण हमने नेट की शुरुआत 2010 में की थी | ज्योतिष के आलेख लिखना ऑरकुट से शुरू किया था --पर सही लेखक 2013 में बना था --यह समय राजनीति की नई दिशा देने वाला था | एक नया भारत का निर्माण होने वाला था ---तो हमने भी अपने आप को कुछ बनने की तमन्ना की थी --यह ज्योतिष -2013 के लेख मेरे गवाह हैं --ॐ |ध्यान दें --फ्री ज्योतिष सेवा -18 /02 /2019 में बन्द हो गयी है | -----
"शेयर मार्केट जून -2013{ज्योतिष की दृष्टि में }
---माह की शुरुआत में मंगल एवं सूर्य दोनों के प्रभावी होने के कारण मंदी का रुख दिखाई देगा ,किन्तु कुछ अन्तराल के बाद बाजार में तेजी आयेगी । अतः धैर्य से निर्णय लेना उचित रहेगा । दिनांक -4 जून को सूर्यदेव रोहिणी नक्षत्र में होंगें और बाजार का रुख बदलेगा अर्थात स्थिरता दिखाई देगी । 7 से 1 3 -जून में नेप्चून ग्रह के वक्री होने से बाहरी कम्पनिया भारतीय बाजार में प्रवेश करेंगीं जिसके फलस्वरूप -क्रूड ऑयल,पेट्रोल ,डीजल आदि के शेयर्स के दाम बढेंगें । कम्पनियों में सारी विदेशी कम्पनियों के शेयर्स -इन्टेल ,माईक्रोसॉफ्ट,विप्रो इत्यादि के शेयरों में अच्छी तेजी आयेगी । सूर्यदेव की मिथुन संक्रांति दिनांक -14 जून शुक्रवार को होने से -रिलायंस के सभी शेयर्स ,डा० रेडीज ,टाटा ग्रुप ,विप्रो ,डाबर ,बैजनाथ ,बिरला ,सनलाइफ,टाटा ,सत्यम कंप्यूटर ,सिफी आदि के शेयर्स के दम बढेंगें । ये निवेश के योग्य हो सकते हैं । माह के अंतिम सप्ताह 21 जून को हर्शल वक्री होने से बाजार को गिरते -गिरते अनायास उठायेगा । डाबर ,रैनबैक्सी ,मैक्लियाड्स कोर,सिप्ला ,हिंदुस्तान लीवर इत्यादि के शेयरों में तेजी आयेगी । ए,सी,सी ,अम्बुजा सीमेंट,आई .पी .सी .एल ,आई ,बी ,पी ,इन्फोसिस में कुछ उतार -चढाव के बीच कुछ तेजी आ सकती है । आटो मोबाइल ,साफ्टवेयर से सम्बंधित कुछ कम्पनियों में तगड़ी तेजी आयेगी । मास के अंत में शुक्र एवं मंगल के प्रभाव से -दूर संचार .मिडिया ,सूचना प्रोद्योगिकी क्षेत्र से सम्बंधित कम्पनियां ,पुराणी अर्थव्यवस्थाके शेयरों में निवेश करना उपयुक्त रहेगा । टेलीकोम ,साफ्टवेयर ,,स्टील ,नेमलीन ,मुयुचुअल ,रिलायंस ,एल .आई .सी ,यू .टी .आई ,एच .डी एफ .सी ,टाटा ऑयल शेयर्स ,एस बी .आई,गेल मिडकैप ,के शेयर नीचे -ऊपर के बाद स्थिर होंगें ।
नोट --जून में निवेश हेतु उपयुक्त शेयर्स ---डा .रेडीज ,टाटा ग्रुप ,विप्रो ,डाबर ,यू .टी .आई ,एच डी .एफ .सी ,टाटा ऑयल ,रैनबैक्सी ,मेक्लीयाड्स कोर ।
---प्रेषकः खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ --- - परामर्श हेतु सूत्र -09897701636 +09358885616--- आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं पखकर देखें https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
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"क्या!"शनि" की दृष्टि से अकुलायेंगें लोग और हिलेगी पृथ्वी --पढ़ें -ज्योतिषी झा मेरठ
शनिवार, 1 जून 2013--
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"क्या!"शनि" की दृष्टि से अकुलायेंगें लोग और हिलेगी पृथ्वी ?"
---इस वर्ष "शनि "संवत -2070--{अर्थात 13+14} के प्रारंभ से संवत के अंत
तक तुला राशि में ही रहेगा । अतः तुला राशि में स्थित शनि की विशेष दृष्टि
पश्चिम {पश्चिमी -देशों }की तरफ रहेगी । इसलिए संवत 2070-में पश्चिमी
प्रान्तों {देश के राज्यों}तथा पश्चिमी देशों में कहीं भयंकर भूकंप
,समुद्रीतूफान,{सुनामी }एवं कहीं शासनतंत्र के विरुद्ध {सत्ता परिवर्तन का
क्लेश }आन्दोलन ,ज्वालामुखीविस्फोट,हवाई हादसे अथवा उग्रवाद से भारी जनधन
हानि होगी ।
अस्तु -----भारत की धरती एवं लोग भी इस वर्ष अर्थात इस संवत में शनि की
दृष्टि से अप्रभावित नहीं रह सकेंगें । सिंह ,कुम्भ एवं तुला राशि के
नेताओं ,उद्योगपतियों ,बड़ी हस्तियों वाले लोगों के लिए यह संवत विशेष
उलझनें लेकर उपस्थित हुआ है । कहीं दुर्भिक्ष {विशेष -वर्षा }कहीं बाढ़ से
हानि तो कहीं अग्निदाह तो कहीं राजनैतिक उलटफेर अर्थात -सत्ता परिवर्तन भी
होगा ।-----यथा --"शनैश्चरः क्रमात्पश्यन तत्तद्देशान प्रयेतपीड ।
दुर्भिक्ष -देश भंगाद्ये विग्रहो राजविडव्रैह । ।
प्रेषकः -ज्योतिष सेवा सदन {मेरठ भारत }--
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शुक्रवार, 4 नवंबर 2022
खग्रास चन्द्रग्रहण का प्रभाव -पढ़ें -08 /11 /2022 -ज्योतिषी झा मेरठ
दिनांक -08 /11 /2022 अर्थात कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा को खग्रास चंद्रग्रहण का प्रभाव की बात करें तो --भारतीय समयानुसार 14 /39 बजे से 18 /19 बजे तक रहेगा | यह खग्रास चंद्रग्रहण -बिहार ,बंगाल ,उड़ीसा ,एवं पूर्वोत्तर भारत में खग्रास एवं अन्य भारत भूभाग से खण्डग्रास रूप में ही चंद्रोदय के समय पर ग्रसा हुआ दिखाई देगा | ---विश्व की बात करें तो ---इस ग्रहण को उत्तरी अमेरिका ,दक्षिणी अमेरिका ,आस्ट्रेलिया ,एशिया ,उत्तरी अटलांटिक महासागर ,पेसिफिक सागर ,पश्चिमी अर्जेंटीना ,चीली ,बोलीविया ,पश्चिमी ब्राजील ,चीन ,पूर्वी रूस ,पाकिस्तान ,अफगानिस्तान ,भूटान ,श्रीलंका ,म्यांमार ,फिजी ,थाईलेण्ड ,जापान --आदि देशों से देखा जा सकता है साथ ही --इस खग्रास चंद्रग्रहण का विशेष प्रभाव इन जगहों पर पड़ेगा | ------सूतक समय की बात करें तो ---08 /11 /2022 मंगलवार में प्रातः 8 /21 से शुरुआत होगी ---वैसे --सूतकों में बाल ,वृद्ध ,रोगी ,असक्तजनों को छोड़कर अन्य किसी को भोजन शयनादि नहीं करना लाभदायक रहता है | ----ध्यान दें ---उदर में जिन स्त्रियों के शिशु पल रहे हों ,उन्हें ग्रहजन्य सूतक दोष धारदार चाकू ,छुरी से फल ,सब्जी इत्यादि नहीं काटने चाहिए | शयनादि से बचना चाहिए --गेरू किसी वस्त्र में बांधकर अपने पास रखना चाहिए एवं ईस्वर की आराधना करनी चाहिए | इससे समय सदुपयोग होता है | --अगर राशियों लाभ और हानि की बात करें तो --मेष -लाभ ,वृष -मध्यम ,मिथुन -शुभ ,कर्क -शुभ ,सिंह -मध्यम ,कन्या -मध्यम ,तुला -मध्यम ,वृश्चिक -शुभ ,धनु -उत्तम ,मकर -उत्तम ,कुम्भ -शुभ ,मीन -उत्तम ये सभी राशियों को प्रभाव मिलेंगें ----ॐ -आपकी राशि पर लिखी हुई बातें मिलतीं हैं पखकर देखें https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut
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शुक्रवार, 9 सितंबर 2022
देश -विदेश की भविष्यवाणी पढ़ें --11 /09 /22 से 25 /09 /22 तक --ज्योतिषी झा "मेरठ "
आश्विन कृष्ण पक्ष सम्वत -2079 -शाके -1944 --अर्थात -दिनांक -11 /09 /2022 से 25 /09 /2022 तक की भविष्यवाणी की बात करें ---पहले एक प्रमाण देखें --"पंचार्क वासरे रोगपीड़ा लोकेषु जायते "--अभिप्राय -जनता रोग सन्तापों से कष्ट महसूस करेगी | सूर्य +बुध +शुक्र के त्रिग्रही योग का फलादेश ---एक राशौ गता ह्येते सौम्य शुक्र दिनाधिपाः ,सर्व धान्य महर्घत्वं मेघाः स्वल्प जलप्रदा " मेघ जल की वर्षा अल्प करेंगें | अनाज ,दाल ,चावल ,चीनी ,गुड़ ,शक्कर में तेजी रहेगी | --त्रिग्रही योग के कारण एवं गुरुदेव का समसप्तक योग से एक मास पर्यन्त --झगड़े -झमेले खूब होंगें | एक और प्रमाण देखें ---आस्विने हि तृतीयां यदि भौम शनैश्चरी ,तदा त्वाग्निभयं विद्या दय वानन महर्घता "---अर्थात --तृतीया मंगलवारी कहीं अग्निभय विषाद को जन्म देने वाली है | पाठ्यसामग्री ,खाद्यान्न वस्तूएं महंगी हो जायेंगी | ---तेजी मन्दी की बात करें तो --सप्तमी शनिवार में बाल्यवस्था की बैठी है अतः कुछ वस्तुओं में मन्दी भी आयेगी | ---हरी सब्जी ,मेवा ,मिष्ठान्न ,दाल -चावल ,सोयाबीन ,आम -पापड़ ,चबेना ,पेयपदार्थ ,,फल -फूल ,पितृपक्ष की सामग्री उचित दामों पर मिलेगी | ---आकाश लक्षण की बात करें तो --29 अगस्त में अगस्त तारा उदय हो चूका है ---इसका प्रमाण ये है --उगे अगस्त मेघ नहि मंडे ,जो मंडे तो धार न खण्डे "--इसका प्रभाव पक्ष की शुरुआत और अन्त में होगा | मेघाडंबर ,झंझाबात ,दुर्दिन ,चक्रवात ,यान -खान कुघटनाचक्र ,बादलफाड़ वर्षा से क्षति होगी | ---श्राद्ध पक्ष विशेष --जानें --वर्तमान समय में चार प्रकार के श्राद्ध होते हैं ---पार्वण,एकोदिष्ट ,वृद्धि और सपिण्डीकरण ---प्रत्येक वर्ष मृत्यु तिथि पर एकोदिष्ट श्राद्ध किया जाता है ---जिसे मध्यान्ह में करने की आज्ञा है --प्रमाण --आम श्राधन्तु पूवांहे एकोदृष्टन्तु मध्यमें ---अतः अगर आप अपने पूर्वजों के श्राद्ध करना चाहते हैं ---तो मध्यान्ह समय के अनुसार तिथियों का चयन करें --- - ॐ |--ज्योतिष सम्बंधित कोई भी आपके मन में उठने वाली शंका या बात इस पेज मे https://www.facebook.com/Astrologerjhameerut उपलब्ध हैं और लिखने की अथक कोशिश करते रहते हैं -आप छात्र हैं ,अभिभावक हैं ,या फिर शिक्षक परखकर देखें साथ ही कमियों से रूबरू अवश्य कराने की कृपा करें .|आपका - ज्योतिषी झा "मेरठ -झंझारपुर ,मुम्बई"
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खगोलशास्त्री ज्योतिषी झा मेरठ
मेरी कुण्डली का दशवां घर आत्मकथा पढ़ें -भाग -124 - ज्योतिषी झा मेरठ
जन्मकुण्डली का दशवां घर व्यक्ति के कर्मक्षेत्र और पिता दोनों पर प्रकाश डालता है | --मेरी कुण्डली का दशवां घर उत्तम है | इस घर की राशि वृष है...
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ॐ --इस वर्ष यानि -2024 +25 ----13 /04 /2024 शनिवार चैत्र शुल्कपक्ष पंचमी तिथि -09 /05 रात्रि पर वृश्चिक लग्न से सौर वर्ष की शुरुआत हो रही ह...
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ॐ श्रीसंवत -2082 --शाके -1947 आश्विन शुक्लपक्ष -तदनुसार दिनांक -22 /09 /2025 से 07 /10 / 2025 तक देश -विदेश भविष्यवाणी की बात करें --नवरात्...
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ॐ इस वर्ष 2024 +25 में ग्रहपरिषदों के चुनाव में राजा का पद मंगल ,मन्त्री का पद शनि को मिला है | राजा मंगल युद्धप्रिय होने से किन्हीं देशो...
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ॐ आषाढ़ शुक्ल गुरुवार ,26 जून 2025 को 1447 को हिजरी सन प्रारम्भ होगा | भारतीय उपमहाद्वीप में मुस्लिम वर्ग की प्रवित्तियों के अध्ययन के लिए दै...
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ॐ -श्रीसंवत 2081 -का शुभारम्भ -08 /04 /2024 सोमवार को रात्रि 11 -50 पर धनु लग्न से हो रहा है | लग्न का स्वामी गुरु पंचम भाव में शुभ ग्रह बु...
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ॐ -हिजरी सन 1946 का आरम्भ मुहर्रम मास के प्रथम दिवस दिनांक -08 /07 /2024 की शाम को धनु लगन से होगा | उक्त कुण्डली के अनुसार लग्नेश रोग ,ऋण ...
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ॐ नववर्ष -2025 ,संवत -2082 का आगमन चैत्र शुक्ल प्रतिपदा दिनांक -29 /03 /2025 को मीन के चन्द्रमा के समय होगा | नववर्ष प्रवेश के समय देश की रा...
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ॐ दोस्तों -ज्योतिष जगत में लेखन का कार्य 2010 से शुरू किया था --कुछ महान विभूतियों के बारे में लिखने का सौभाग्य मिला -जैसे श्री प्रणवदा ,डॉक...
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ॐ --पाकिस्तान --की कुण्डली में मेष लग्न उदित है | अप्रैल से सितम्बर -2025 में पाकिस्तान अन्तरराष्ट्रीय कूटनीति असमंजस्य और आतंरिक ,राजनैतिक ...
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ॐ --संवत -2082 ब्रिटेन के समाज और ब्रिटिश राजनीति के लिए अशुभ संकेत है | जुलाई -2025 -के उपरान्त अंग्रेजी राजनीति एवं कूटनीति में बदलाव प्रक...
















